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ISL Final 2020: इतिहास रचने उतरेगी एटीके एफसी और चेन्नइयन एफसी, खाली स्डेडियम में होगा मैच

Indian Super League 2020 का फाइनल मुकाबला दो बार के चैंपियन क्लबों-एटीके एफसी और चेन्नइयन एफसी के बीच शनिवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेला जाएगा।

By Viplove KumarEdited By: Published: Sat, 14 Mar 2020 11:04 AM (IST)Updated: Sat, 14 Mar 2020 11:04 AM (IST)
ISL Final 2020: इतिहास रचने उतरेगी एटीके एफसी और चेन्नइयन एफसी, खाली स्डेडियम में होगा मैच
ISL Final 2020: इतिहास रचने उतरेगी एटीके एफसी और चेन्नइयन एफसी, खाली स्डेडियम में होगा मैच

फातोर्दा, आइएएनएस। इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) का छठा सत्र समाप्त होने को है। इसका अंतिम यानी फाइनल मुकाबला दो बार के चैंपियन क्लबों एटीके एफसी और चेन्नइयन एफसी के बीच शनिवार को जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में खेला जाएगा। दो-दो बार यह खिताब जीतने के बाद एटीके और चेन्नइयन अब तीसरे खिताब के साथ इतिहास में अपना नाम दर्ज कराना चाहेंगे और इसके लिए फातोर्दा में जोरदार भिड़ंत की उम्मीद है। कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए फाइनल मुकाबला बंद दरवाजों के बीच खेला जाएगा। इस मैच में कोई दर्शक नहीं होगा।

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एटीके ने जहां दो चरण के सेमीफाइनल में मौजदा चैंपियन बेंगलुरू एफसी को हराया था जबकि चेन्नइयन एफसी ने एफसी गोवा को हराते हुए तीसरी बार फाइनल में जगह बनाई है। दोनों क्लब लीग इतिहास में पहली बार फाइनल में आमने-सामने हैं। मजेदार बात यह है कि दोनों फाइनल में पहुंचने के बाद अब तक एक बार भी नहीं हारे हैं।

किसको मिलेगा तीसरा खिताब

एटीके ने जहां लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए फाइनल का टिकट कटाया है वहीं चेन्नइयन ने दूसरे हाफ के बाद वापसी करते हुए फाइनल में पहुंचने का गौरव हासिल किया। नए मैनेज ओवेन कोएल ने दिसंबर की शुरुआत में इसका चार्ज संभाला था और तब से इस टीम ने आठ मैच जीते। कोएल के आने से पहले चेन्नइयन एफसी ने सिर्फ एक मैच जीता था।

अब कोएल ने चमत्कार कर दिखाया है। चेन्नइयन एफसी के लिए नेरीजुस वाल्सकिस काफी अहम साबित होंगे क्योंकि इस खिलाड़ी के नाम 14 गोल हैं। वह तथा रफाएल क्रीवेलारो ने इस टीम के लिए कई मौकों पर अहम प्रदर्शन करते हुए हार को जीत में बदला है। विंगर लालियानजुआला चांग्ते भी इस टीम के लिए अहम कड़ी हैं। खासतौर पर बीते तीन मैचों में उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा है। वह प्लेऑफ के दोनों लेग में गोल करने वाले पहले भारतीय बन चुके हैं।

दोनों टीमें दमदार 

दूसरी ओर, एटीके मुख्य रूप से रॉय कृष्णा और डेविड विलियम्स की कलाकारी पर आश्रित होगा। रॉय के नाम 15 गोल हैं और वह गोल्डन बूट की दौड़ में मजबूती से शामिल हैं। विलियम्स भी इस सीजन में समान रूप से खतरनाक दिख रहे हैं। बेंगलुरू के खिलाफ प्लेऑफ में विलियम्स ने दो गोल किए थे।

इसके अलावा मिडफील्ड में इदु गार्सिया और जेवियर हर्नादेज की अहम भूमिका होगी। विंग बैक प्रबीर दास इस टीम के शानदार आक्रमण विकल्प बनकर सामने आए हैं। साल 2014 में एटीके को खिताब दिलाने वाले कोच एंटोनियो हाबास ने कहा कि हमें फाइनल का लुत्फ लेना होगा और इसे जीतना होगा साथ ही हमें विपक्षी टीम का सम्मान भी करना होगा। हमारे पास 90 मिनट होंगे और यह बात जेहन में रखना होगा कि किसी खिलाड़ी को अपने पूरे करियर में दोबारा फाइनल खेलने का मौका नहीं मिलेगा।


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