ISL 2020: नॉर्थईस्ट युनाइटेड के खिलाफ जीत से शुरुआत करने उतरेगी मुंबई सिटी
ISL 2020 मुंबई सिटी की टीम कभी आइएसएल खिताब नहीं जीत पाई है और उसे उम्मीद होगी कि नए कोच सर्जियो लोबेरा के मार्गदर्शन में उसकी किस्मत बदलेगी। लोबेरा के मार्गदर्शन में एफसी गोवा ने 2019 में सुपर कप खिताब जीता था।
वास्को, प्रेट्र। मुंबई सिटी की टीम 19 नए खिलाड़ियों और स्पेन के नए कोच के साथ शनिवार को इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) में नॉर्थईस्ट युनाइटेड के खिलाफ जीत के साथ अपना अभियान शुरू करने के इरादे से उतरेगी।
मुंबई सिटी की टीम कभी आइएसएल खिताब नहीं जीत पाई है और उसे उम्मीद होगी कि नए कोच सर्जियो लोबेरा के मार्गदर्शन में उसकी किस्मत बदलेगी। लोबेरा के मार्गदर्शन में एफसी गोवा ने 2019 में सुपर कप खिताब जीता था, जबकि टीम आइएसएल में उप विजेता भी रही। मुंबई की टीम के पास बार्थोलोम्यू ओगबेचे और एडम लि फोंड्रे के रूप में दो अच्छे स्ट्राइकर हैं जो किसी भी विरोधी टीम को परेशान करने में सक्षम हैं।
टीम ने अहमद जाहोउ और इंग्लैंड के जन्मे जापान के काइ गोडार्ड के रूप में उम्दा मिडफील्डर को अपने साथ जोड़ा है और टीम के प्रदर्शन में इनकी भूमिका अहम होगी। लोबेरा के पास इसके अलावा फारुख चौधरी, ह्यूगो बोमस, हरनेन सेंटाना, रेनियर फर्नांडिज, रोवलिन बोर्गेस और प्रांजल भूमिज के रूप में कई विकल्प होंगे। मंदार राव देसाई के शामिल होने से मुंबई एफसी का डिफेंस मजबूत हुआ है और सार्थक गोलुइ, सेनेगल के मोर्ताडा फॉल और मुहम्मद राकिप के साथ मिलकर वह किसी भी आक्रमण को रोकने के लिए तैयार हैं।
दूसरी तरफ नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी की टीम नए कोच गेरार्ड नुस के मार्गदर्शन में पिछले सत्र के खराब प्रदर्शन की निराशा को पीछे छोड़ना चाहेगी। टीम को अपने विदेशी खिलाडि़यों से काफी उम्मीद होगी जिसमें क्वींस पार्क रेंजर्स के पूर्व खिलाड़ी इदरिसा साइला और घाना के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी क्वेसी अपैया अहम हैं।
2020-21 सत्र के लिए पांच आइएसएल क्लबों को दी गई छूट
नई दिल्ली, आइएएनएस। एएफसी और राष्ट्रीय लाइसेंस पैमानों पर खरा नहीं उतरने वाले पांच आइएसएल क्लबों को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआइएफएफ) ने 2020-21 सत्र में खेलने की छूट दे दी है। ओडिशा एफसी, नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी, केरला ब्लास्टर्स, हैदराबाद एफसी और स्पोर्टिग क्लब ईस्ट बंगाल वो पांच क्लब हैं जिन्हें एआइएफएफ ने इस सत्र में एएफसी और राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में खेलने के लिए लाइसेंस नहीं दिया था। यह क्लब हालांकि अब आइएसएल सत्र में खेल सकेंगे। कुल 19 क्लबों ने लाइसेंस के लिए आवेदन किए थे जिसमें से आठ आइ-लीग और 11 आइएसएल क्लब हैं।