अंडर 17 विश्व कप: इराक को पार करनी होगी इंग्लिश चैनल की चुनौती
इराक और इंग्लैंड के बीच मजेदार मुकाबला देखने को मिल सकता है।
कोलकाता, विशाल श्रेष्ठ। एक तरफ अंडर-17 विश्व कप के अंतिम-16 में जगह पक्की कर चुकी टीम तो दूसरी तरफ नॉकआउट राउंड में पहुंचने को बेताब टीम। एक टीम के सामने जीत की लय बरकरार रखने की चुनौती तो दूसरी के सामने हर हाल में जीत दर्ज करने की परीक्षा। शनिवार को इंग्लैंड और इराक की टीमें इसी समीकरण के साथ विवेकानंद युवाभारती क्रीड़ांगन में आपस में जोरआजमाइश करने उतरेंगी।
इस मैच को इंग्लैंड के वंडरकिड जेडोन सैंचो और इराक के सुपरस्टार मुहम्मद दाऊद के बीच कांटे की टक्कर के तौर पर भी देखा जा रहा है। दोनों के दो मैचों में तीन-तीन गोल हैं और ये अपनी टीमों के लिए 'मैच विनर' साबित हुए हैं। इंग्लैंड जीत की हैट्रिक लगाकर आगे बढ़ना चाहेगा।
इराक पर होगा दबाव
दबाव निश्चित रूप से मौजूदा एशियाई चैंपियन इराक पर ही ज्यादा होगा, क्योंकि अगले राउंड में पहुंचने के लिए उसका इस मैच को जीतना जरूरी है यानी उसे हर हाल में इस 'इंग्लिश चैनल' को पार करना होगा। हारने पर भी उसकी अंतिम-16 में जगह बनाने की उम्मीद रहेगी। हालांकि इसके लिए उसे मेक्सिको और चिली में होने वाले मैच के नतीजे पर निर्भर रहना पड़ेगा। जीतने पर इराक ग्रुप 'एफ' में शीर्ष पर रहेगा।
सैंचो का आखिरी मैच
सैंचो का यह संभवत: आखिरी मैच होगा। इसके बाद वह अपने क्लब से खेलने के लिए स्वदेश लौट जाएंगे। कोच कूपर बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को मौका दे सकते हैं। वैसे भी सैंचो अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा चुके हैं। इंग्लिश टीम में कैलम हडसन-ओडोई, फिलिप फोडेन, रियान ब्रीवस्टर और एंजेल गोमेज जैसे शानदार खिलाड़ी भी हैं, जो पिछले दो मैचों में गोल कर चुके हैं।
इंग्लैंड के कोच स्टीव कूपर ने कहा है कि हम अच्छा प्रदर्शन कर विरोधी टीम के प्रति सम्मान जाहिर करना चाहते हैं। वहीं, इराक के कोच कहतन चिथिर ने कहा है कि टीम में दाऊद के अलावा और भी प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। हम एक टीम के तौर पर खेलते हैं और कठिन प्रशिक्षण के बल पर हमने सफलता हासिल की है।