फीफा विश्व कप 2018: पेनाल्टी का बन रहा रिकॉर्ड
चार साल पहले 2014 विश्व कप में पूरे टूर्नामेंट में मात्र 13 ही पेनाल्टी हो पाईं थीं, जबकि विश्व कप में सबसे ज्यादा पेनाल्टी का रिकॉर्ड 2002 में बना जहां पर 18 पेनाल्टी हुईं।
समारा, रायटर। फीफा विश्व कप के शुरुआती दौर में देखा गया है कि टीमों को कई पेनाल्टी मिली हैं। इसका सीधा श्रेय वीआरएस तकनीक को जाता है। गिल्फी सिगुर्डसन आइसलैंड की ओर से नाइजीरिया के खिलाफ मुकाबले में पेनाल्टी करने से चूक गए थे। यह 26 मुकाबलों में 12वां मौका था जब किसी खिलाड़ी ने पेनाल्टी चूकी थी, जबकि नौ पेनाल्टी को गोल में तब्दील किया गया।
चार साल पहले 2014 विश्व कप में पूरे टूर्नामेंट में मात्र 13 ही पेनाल्टी हो पाईं थीं, जबकि विश्व कप में सबसे ज्यादा पेनाल्टी का रिकॉर्ड 2002 में बना जहां पर 18 पेनाल्टी हुईं। वीआरएस से इस बार कुल छह पेनाल्टी मिली हैं। फीफा के रेफरी डायरेक्टर मैसिमो बुसाका ने कहा कि विश्व कप से पहले वीआएस इस टूर्नामेंट के लिए ठीक नहीं लग रहा था, लेकिन गलत फैसलों से जरूर टीम और उनके प्रशंसक निराश हो रहे थे। वीआरएस से जहां ब्राजील और इंग्लैंड की टीम संतुष्ट दिखी तो वहीं फ्रांस से मिली हार पर ऑस्ट्रेलिया की टीम नाखुश नजर आई।