फीफा विश्वकप जीतने के बाद फ्रांस में शान के साथ हुआ विश्व विजेता का सम्मान
विश्व विजेता टीम के खिलाड़ियों का देश की राजधानी में राष्ट्रपति ने स्वागत किया और इस दौरान परेड का आयोजन किया गया।
नई दिल्ली, जेएनएन। विश्व विजेता फ्रांस की टीम को देश का सबसे बड़ा सम्मान लीजियोन दे ऑनर प्रदान किया जाएगा। फ्रांस की सरकार ने सोमवार को इस बात की घोषणा की। विश्व विजेता टीम के खिलाड़ियों का देश की राजधानी में राष्ट्रपति ने स्वागत किया और इस दौरान परेड का आयोजन किया गया। टीम को यहां तक एक खुली बस में लाया गया। टीम अपने देश पहुंच चुकी है, जहां उसका सम्मान समारोह हुआ। टीम जब अपने देश लौटी तब प्रशंसकों का हुजूम उन्हें देखने के लिए उतावला था।
बदले मेट्रो स्टेशनों के नाम
फ्रांस में राष्ट्रीय फुटबॉल टीम की विश्व कप की खिताबी जीत का जश्न अलग अंदाज में मनाया जा रहा है। इस जीत के जश्न में पेरिस के मेट्रो स्टेशनों के नाम बदल दिए गए हैं। यह टीम की खिताबी जीत के सम्मान में किया गया। फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर विश्व कप की ट्रॉफी हासिल की और इसी की खुशी में पेरिस के छह स्टेशनों के नाम बदल दिए गए।
पीएसजी में रहूंगा
फ्रांस की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले एमबापे ने रीयल मैडिड में शामिल होने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है। एमबापे ने कहा कि वह अगले सत्र में 100 प्रतिशत पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) क्लब में ही रहेंगे। फीफा विश्व कप के फाइनल मैच के बाद एमबापे को विश्व कप के सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी के पुरस्कार से नवाजा गया।
बिना खिताब ही जगरेब में जगराता
क्रोएशिया जरूर विश्व कप फाइनल का खिताब जीतने से चूक गया, लेकिन देश में लोगों ने जोरो-शोरों से अपने होनहार खिलाडि़यों का स्वागत किया। हार के बावजूद पूरे क्रोएशिया में जीत जैसा जश्न रहा। 10 हजार से अधिक लोग जगरेब के सेंट्रल स्क्वॉयर में एकत्रित हुए। सम्मान समारोह के समय से पहले ही लोग क्रोएशिया का झंडा लिए यहां देखे गए। 40 लाख लोगों की आबादी वाले इस देश में तभी से जश्न जैसा माहौल है, जब से उनकी टीम ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।
क्रोएशिया की राज्य रेलवे कंपनी ने टिकट का मूल्य आधा कर दिया, जिससे टीम के प्रशंसक जगरेब पहुंच सके, जबकि परिवहन भी सोमवार को फ्री कर दिया गया। राज्य टीवी ने लोगों से समारोह में आने की अपील की। मीडिया ने टीम के खिलाडि़यों को हीरो बताया। हार को अलग रख दें तो यह खिलाड़ी देश के हीरो बन चुके हैं। सोमवार को खिलाडि़यों के सम्मान में परेड भी हुई। क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेनकोविच ने कंपनियों से अपने कर्मचारियों को छुट्टी देने की अपील कर डाली, जिससे लोग सम्मान समारोह में पहुंच सके। प्लेनकोविच ने भी मास्को जाने की जगह राजधानी में रहने का फैसला किया, जिससे वह खिलाडि़यों के सम्मान की तैयारियां पूरी कर सकें।