एआइएफएफ के खिलाफ हाई कोर्ट पहुंचे फुटबॉलर अनवर अली, अभ्यास करने पर लगी है रोक
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले अनवर अली ने एआइएफएफ के सात सितंबर के पत्र को चुनौती देते हुए कहा कि यह उनके लिए रोजी-रोटी का सवाल है और ऐसा करके उनका भविष्य खराब किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। अभ्यास करने पर रोक लगाने के अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआइएफएफ) के फैसले को फुटबॉलर अनवर अली ने दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले अली ने एआइएफएफ के सात सितंबर के पत्र को चुनौती देते हुए कहा कि यह उनके लिए रोजी-रोटी का सवाल है और ऐसा करके उनका भविष्य खराब किया जा रहा है।
अली दिल की गंभीर बीमारी एपिक हाईपर-कार्डियो मायोपैथी से गुजर रहे हैं। इसे देखते हुए एआइएफएफ ने अली के अभ्यास पर रोक लगाने के संबंध में सात सितंबर को कोलकाता के मोहम्मडन स्पोर्टिग क्लब को पत्र लिखा था। गुरुवार को दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद न्यायमूर्ति नवीन चावला की पीठ ने सुनवाई 20 अक्टूबर के लिए स्थगित कर दी।
अधिवक्ता अमिताभ तिवारी एवं अभिमन्यु तिवारी के माध्यम से याचिका दायर कर अली ने कहा कि उन्होंने अंडर-15, अंडर-17, और अंडर-19 में कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व किया है और अगर अब उन्हें अभ्यास करने से रोका गया तो उनका भविष्य अंधकार में चला जाएगा। अली ने कहा कि एआइएफएफ को ऐसा पत्र लिखने का अधिकार नहीं है और इसे निरस्त किया जाए।
वहीं, एआइएफएफ के अधिवक्ता प्रेमतोष मिश्रा ने कहा कि यह सही है कि अली एक होनहार खिलाड़ी हैं, लेकिन उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अभ्यास करने व खेलने से रोका जा रहा है। आगे खेलने से अली की जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अली मेडिकल बोर्ड के समक्ष उपस्थित होकर अपनी बात कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि एआइएफएफ उनके मामले पर विचार कर रहा है, लेकिन निर्णय आना अभी बाकी है। इस पर अली के अधिवक्ता ने कहा कि एआइएफएफ एक तरफ तो अभ्यास पर रोक लगाने की दलील दे रहा है और दूसरी तरफ से यह भी कह रहा है कि अभी उन पर निर्णय लंबित है। हालांकि, पीठ ने एआइएफएफ द्वारा मामले पर विचार करने की दलील को तवज्जो देते हुए सुनवाई स्थगित कर दी।