ऐतिहासिक हो गया FIFA 2018 का फाइनल, इस तरह से बदला इतिहास, VIDEO
इस एक मैच ने फीफा विश्व कप के पिछले 20 संस्करणों के इतिहास को बदल कर रख दिया।
नई दिल्ली, प्रदीप सहगल। फ्रांस और क्रोएशिया के बीच रविवार रात खेला गया फीफा विश्व कप का फाइनल मैच ऐतिहासिक बना गया। इस एक मैच ने फीफा विश्व कप के पिछले 20 संस्करणों के इतिहास को बदल कर रख दिया और ऐसा हुआ फ्रांस के हाथों 4-2 से हारने वाली टीम क्रोएशिया के खिलाड़ी मांड्ज्यूकिक की वजह से। इस खिलाड़ी ने एक ऐसा काम कर दिया, जो आजतक फीफा के पिछले 20 फाइनल मुकाबलों में कोई खिलाड़ी नहीं कर सका था।
मांड्ज्यूकिक ने ऐसे बदला इतिहास
क्रोएशिया की टीम पहली बार विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी और खिताबी मुकाबले में उन्होंने में फ्रांस से ज्यादा आक्रमण किए। शुरुआती 19 मिनट के खेल में क्रोएशिया गोल करने के कई मौके बना चुकी थी लेकिन यहीं फ्रांस ने मुकाबले में अपनी धमक दिखाई। क्रोएशिया के खिलाड़ी ब्रोजोविक को फ्रांस के स्टार ग्रीजमैन को गिराना महंगा पड़ा। दायें फ्लैंक से ग्रीजमैन ने फ्री किक ली जिस पर पिछले मुकाबले के हीरो रहे मांड्ज्यूकिक का सिर लगा और गेंद उन्हीं की गोल पोस्ट में समा गई। ग्रीजमैन की फ्री किक ने काम कर दिया था लेकिन मांड्ज्यूकिक की गलती ने क्रोएशिया को मुश्किल में डाल दिया। मांड्ज्यूकिक विश्व कप के फाइनल में आत्मघाती गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। इसी के साथ फीफा विश्व कप का इतिहास बदल गया और दुनिया ने इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहला आत्मघाती गोल भी देखा।
(देखिए- मांड्ज्यूकिक के आत्मघाती गोल का वीडियो)
मांड्ज्यूकिक ने की गलती की भरपाई
69वें मिनट में मांड्ज्यूकिक ने अपनी गलती की भरपाई ठीक उसी तरह से की, जैसे उन्होंने अपनी टीम को आत्मघाती गोल कर पीछे करवाया था। मैच के 69वें मिनट तक फ्रांस 4-1 से आगे चल रही थी तभी क्रोएशिया को इस मुकाबले में दूसरी बार जश्न मनाने का मौका मिला। अपने डिफेंडर से मिले बैक पास पर फ्रांस के गोलकीपर लॉरिस ने अपने से दूर मारने में देरी कर दी और गेंद मांड्ज्यूकिक के पैर से लगकर फ्रांस के गोलकीपर में पहुंच गई।
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आत्मघाती गोल करने के बाद मांड्ज्यूकिक ने इस गोल के जरिये अपनी गलती तो सुधारी लेकिन लॉरिस की यह गलती टीम पर भारी पड़ सकती थी। हालांकि अंत तक क्रोएशियाई खिलाड़ी वापसी करने के मौके तलाशते रहे लेकिन अपने मजबूत डिफेंस के दम पर फ्रांस ने यूरो कप 2016 की गलती से आगे निकलकर विश्व कप पर कब्जा जमाया।
हारकर भी क्रोएशिया ने जीत दिल
सिर्फ 27 साल पहले दुनिया के नक्शे पर आए और महज 40 लाख की आबादी वाले इस देश ने फीफा के फाइनल का सफर तय कर फुटबॉल प्रेमियों का दिल जीत लिया। इस टीम के खिलाड़ियों ने अपने खेल से दुनिया को दिखाया की अगर जज्बा हो तो कुछ भी किया जा सकता है। आपको बता दें कि फीफा विश्व कप के इतिहास में ये दूसरा मौका रहा जब किसी 40 लाख की आबादी वाले देश ने विश्व कप फाइनल खेला हो। क्रोएशिया से पहले ये काम उरुग्वे ने किया था।
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