फीफा विश्व कप 2018 : पहला विश्व कप खेल रहे पनामा पर बाहर होने का खतरा
इंग्लैंड की टीम कप्तान हैरी केन के दम पर फीफा विश्व कप में रविवार को पनामा के खिलाफ एक और बड़ी जीत के इरादे से उतरेगी।
रेपिनो, एएफपी। 12 वर्षों बाद किसी बड़े टूर्नामेंट में जीत के साथ शुरुआत करने वाली इंग्लैंड की टीम कप्तान हैरी केन के दम पर फीफा विश्व कप में रविवार को पनामा के खिलाफ एक और बड़ी जीत के इरादे से उतरेगी। वहीं अपना पहला विश्व कप खेल रही पनामा की टीम पर ग्रुप स्टेज से ही बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। इंग्लिश प्रीमियर लीग में दो बार के गोल्डन बूट विजेता केन ने पिछले मुकाबले में ट्यूनीशिया के खिलाफ दो गोल दागकर अपनी टीम को रोमांचक जीत के साथ विश्व कप में शानदार शुरुआत दिलाई। इस दौरान उनका इंजुरी टाइम में दागा गया गोल निर्णायक साबित हुआ। इस प्रदर्शन के साथ केन ने अपनी काबिलियत का परिचय दिया और 1990 के बाद विश्व कप के एक मैच में दो गोल करने वाले पहले इंग्लिश फुटबॉलर बने। 1990 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में कैमरून के खिलाफ गैरी लिंकर ने आखिरी बार इंग्लैंड के लिए एक मैच में दो गोल दागे थे।
खतरे में स्टर्लिंग की जगह : ट्यूनीशिया के खिलाफ मुकाबले में केन को छोड़कर इंग्लैंड का कोई दूसरा खिलाड़ी कुछ खास प्रभावित नहीं कर सका। पहले हाफ में टीम को गोल करने के कई मौके मिले लेकिन उन मौकों को इंग्लिश खिलाड़ी भुना नहीं सके। रहीमी स्टर्लिंग और जेसी लिंगार्ड का प्रदर्शन पिछले मुकाबले में उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा था। ऐसे में पनामा के खिलाफ मुकाबले में स्टर्लिंग को मौका मिलना मुश्किल लग रहा है। खबर है कि इंग्लिश कोच गेरेथ साउथगेट स्टर्लिंग की जगह मार्कस रशफोर्ड को टीम में जगह दे सकते हैं जबकि डेले अली की जगह रुबेन लुफ्तस को मौका मिल सकता है जो कि पिछले मुकाबले में चोटिल हो गए थे। एक सच्चाई यह भी है कि क्लब स्तर पिछले सत्र में मैनचेस्टर सिटी की ओर से 23 गोल दागने वाले स्टर्लिंग पिछले 21 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में एक भी गोल नहीं कर पाए हैं।
साउथगेट को युवाओं पर भरोसा : रूस विश्व कप में भाग ले रही टीमों में इंग्लैंड की टीम तीसरी सबसे युवा टीम है। इंग्लैंड के कोच साउथगेट ने विश्व कप के लिए एक युवा टीम चुनी थी जिसमें 20 वर्षीय रशफोर्ड एक अच्छे प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। पनामा के खिलाफ भी अगर इंग्लैंड की टीम ट्यूनीशिया के खिलाफ वाले प्रदर्शन को बनाए रखने में कामयाब रही तो ग्रुप-जी में इंग्लैंड के शीर्ष पर बने रहने की संभावना प्रबल हो जाएंगी और उसका स्थान क्वार्टर फाइनल में पक्का हो जाएगा।
पनामा पर खतरा : पनामा ने विश्व कप के लिए पहली बार क्वालीफाई किया है लेकिन वह अपने पहले मुकाबले में कुछ खास प्रभावित नहीं कर पाया। बेल्जियम के खिलाफ उसे 0-3 से करारी शिकस्त मिली। ऐसे में अगर इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में भी पनामा ने कुछ चमत्कारिक प्रदर्शन नहीं किया तो उसे अपने पहले ही विश्व कप में ग्रुप स्टेज से बाहर होना पड़ेगा। कोच हेरनान डारियो गोमेज की टीम ने पहले हाफ में बेल्जियम के खिलाफ कोई गोल नहीं खाया था लेकिन अब इस टीम को कुछ अलग प्रदर्शन कराना होगा।
संभावित टीम -
इंग्लैंड (3-5-2)
पिकफोर्ड, ट्रिपपीयर, वाकर, स्टोन्स, मगुइर, यंग, हेंडरसन, लफ्तस, लिंगर्ड, रशफोर्ड, केन।
पनामा (4-1-4-1)
पेनेडो, मुरिलो, आर. टोरेस, एस्कोबार, डेविस, गोमेज, बरसेनास, कूपर, गोडॉय, रोड्रिग्ज, जी. टोरेस।
नंबर गेम-
- 02 बार इंग्लैंड की टीम विश्व कप के शुरुआती दो मुकाबले जीतने में कामयाब रही है। 1982 और 2006 में इंग्लैंड ने अपने शुरुआती दोनों मुकाबले जीते थे
-19 मुकाबले इंग्लैंड ने कोच गेरेथ साउथगेट के कार्यकाल में अब तक खेले हैं। इस दौरान इंग्लैंड को केवल दो में हार मिली
- 07 गोल हैरी केन ने किए हैं अपने पिछले आठ अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में। अब तक वह कुल 25 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेल चुके हैं
फीफा विश्व रैंकिंग
इंग्लैंड - 12
पनामा - 55
आमने-सामने
इंग्लैंड- 00
पनामा - 00
ड्रॉ - 00
पिछले पांच मैचों में प्रदर्शन
टीम, मैच, जीते, हारे, ड्रॉ
इंग्लैंड, 05, 04, 00, 01
पनामा, 05, 01, 03, 01