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विश्व कप में नए प्रयोग नहीं करेगा ब्राजील: एडेनॉर लियोनार्डो बाची

हम पहले भी पांच बार विश्व कप जीत चुके हैं और ब्राजील के समर्थक इस बार भी खिताब से कम पर खुश नहीं होंगें।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Fri, 25 May 2018 01:46 PM (IST)Updated: Fri, 25 May 2018 02:37 PM (IST)
विश्व कप में नए प्रयोग नहीं करेगा ब्राजील: एडेनॉर लियोनार्डो बाची

[मॉस्को]। जब एडेनॉर लियोनार्डो बाची उर्फ टीटे ने ब्राजील के प्रमुख कोच की जिम्मेदारी संभाली थी तो नेमार और कौटिन्हो की टीम विश्व कप में क्वालीफाई करने के लिए संघर्ष कर रही थी। टीटे के नेतृत्व में 19 मैच खेलने के बाद इस टीम ने 42 गोल किए और सिर्फ पांच गोल खाए। इस टीम ने दो साल में सिर्फ एक ही मैच गंवाया है। इस 55 वर्षीय कोच ने ब्राजील को फिर से पुराने दिनों जैसी टीम बना दिया है। वह विश्व कप में नए प्रयोग नहीं करेंगे। पेश है विश्व कप में ब्राजीली टीम की तैयारियों को लेकर बाची के साक्षात्कार के मुख्य अंश...

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ब्राजील विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली टीम थी और एक बार फिर उन्हें खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। 1958 के बाद पहली बार यूरोप में ब्राजील के खिताब जीतने की संभावना बन रही है। क्या आप इससे ज्यादा दबाव में हो? 
-सेलकाओ का कोच बनना ही दबाव झेलने का नाम है। हम पांच बार विश्व कप जीत चुके हैं और हमारे समर्थक इस बार भी खिताब से कम पर खुश नहीं होंगे। हम इसी विश्वास के साथ बड़े हुए हैं। ऐसे में अपेक्षाओं का दबाव हमेशा ही रहेगा। आपको दबाव के बारे में सोचे बिना अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। अगर आप विश्व कप में ब्राजील से जुड़े हैं, तो आपसे यही अपेक्षा की जाती है।

2014 के बाद ब्राजील को और निराशा झेलनी पड़ी। हालांकि आपके कमान संभालने के बाद टीम ने 19 मैच खेले, जिनमें से 15 में जीत हासिल की और 42 गोल किए और सिर्फ पांच गोल खाए?
-मेरे कमान संभालने के बाद टीम के खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। उन्हें दुनिया के सामने खुद को साबित करना था और उन्होंने ऐसा ही किया। ड्रेसिंग रूम का माहौल इस समय काफी अच्छा है। फुटबॉलर मैदान के भीतर और बाहर खुद को सही ढंग से रख पाए हैं।

इस बदलाव में आपकी भूमिका क्या रही?
-मैं हमेशा से ही परिणाम से ज्यादा प्रदर्शन में विश्वास करता हूं। आपका परिणाम पर कोई नियंत्रण नहीं होता है लेकिन आप अपने प्रदर्शन पर ध्यान रख सकते हैं। मैं हमेशा इसी पर जोर देता हूं। टीम को कैसे खेलना है, आपको उसका एक सटीक रास्ता खोजना होता है और यह खिलाड़ियों की योग्यता पर आधारित होना चाहिए। हमने ऐसा स्टाइल बनाया, जो हमारे खिलाड़ियों के अनुकूल था।

ग्रुप चरण में आपकी विपक्षी टीमें निश्चित तौर पर रक्षात्मक नजरिया अपनाएंगी। आपने जरूर इसके लिए रास्ता खोजा होगा?
-स्विट्जरलैंड डीप से खेलने में विश्वास रखती है। वे एक छोर से आप पर हमला करने की कोशिश करेंगे मगर सर्बिया, यूगोस्लाविया के पुराने उत्पाद हैं। आमतौर पर वे विपक्षी टीम को अपना खेल खेलने देती है। सर्बियाई फुटबॉलर छोटे-छोटे पास वाला अपना खेल खेलने की कोशिश करते हैं। कोस्टा रिका ब्राजील में अंतिम आठ में पहुंची थी और विश्व कप में उन्होंने एक भी मैच नहीं गंवाया था। नीदरलैंड्स के खिलाफ उन्हें टाईब्रेकर में जाकर हार मिली। किसी भी टीम के लिए स्विट्जरलैंड और कोस्टा रिका का डिफेंस भेदना आसान नहीं होगा और सर्बिया के खिलाफ आपको उनके आक्रमण को लेकर भी सतर्क रहना होगा। ग्रुप चरण में बेहद रोचक लेकिन अलग तरह की जंग देखने को मिलेगी।

दानी एल्वेस आपकी योजना के अहम हिस्सा थे। अब उनके चोटिल के बाद आपने अपने प्लान में क्या बदलाव किए हैं?
-चोटें खेल का एक हिस्सा हैं। हां यह सही है कि वह हमारी योजना का हिस्सा थे, उनसे शुरुआत कराना तय था मगर अब हमें उनका विकल्प तलाशना होगा। हालांकि उनके स्तर के खिलाड़ी का विकल्प तलाशना आसान नहीं होगा, लेकिन यहीं हम जैसे कोच का काम है। हमें इन सभी चीजों को सुनिश्चित करते हुए सही खिलाड़ी को खोजना होगा।

क्या दानी की गैर मौजूदगी में आप 3-4-1-2 के संयोजन के साथ उतरेंगे?
-हमारे पास बहुत सारे विकल्प हैं, लेकिन हमें एक खिलाड़ी की जगह दूसरे खिलाड़ी को तैयार करने की जरूरत होगी। हालांकि एक चीज तय है कि हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो हमने पहले नहीं किया हो। विश्व कप में प्रयोग करना बहुत खतरनाक हो सकता है।

विश्व कप में नया प्रयोग करना खतरनाक क्यों है?
-यह टीम के लिए सही नहीं होता है। इससे खिलाड़ियों में अनिश्चितता के साथ-साथ शंकाएं भी पैदा होती हैं। पूर्व फुटबॉलरों ने मुझे यह बताया है और मैं जानता हूं कि वे क्या कहना चाहते थे। आपको वही करना चाहिए जो आपको पहले भी परिणाम दिला चुका है। अचानक से आप सब कुछ बदल नहीं सकते, लेकिन थोड़े बहुत बदलाव किए जा सकते हैं।

आप जर्मनी में एक दोस्ताना मैच खेले और मीडिया ने एक बार फिर से 1-7 से गंवाए गए मैच की यादें ताजा कर दी थीं। आप इस मैच से पहले क्या सोच रहे थे?
-मैच से पहले मिले परिणामों की वजह से हम विश्वास से भरे हुए थे। 1-7 से मैच गंवाना एक त्रासदी थी और त्रासदी हमेशा नहीं होती। हमने इस बारे में बात की, लेकिन हमें पता था कि हम कहां गलत रहे इसलिए हमारा काम उन गलतियों को दोबारा दोहराना नहीं था। हमने एक दोस्ताना मैच में जर्मनी का सामना किया। हम सभी को पता था कि इस मैच की चर्चा हमेशा की जाएगी, लेकिन हमें इसे भूलकर आगे बढ़ना होगा। हमारी तैयारियां बहुत बेहतर हैं और मैच में वह देखने को भी मिलेगा।

क्या ब्राजील रूस में अच्छा प्रदर्शन कर पाएगा?
-अभी कोई भी कुछ भी नहीं कह सकता। विश्व कप में सात मैच खेलने होते हैं और आपको कम से कम छह मैच जीतने होते हैं। सिर्फ ग्रुप चरण की हार से ही उबरा जा सकता है, लेकिन अंतिम चार मैच तो हर हाल में जीतने होंगे। सबसे पहले हमें ग्रुप चरण में सात अंक हासिल करने होंगे और फिर आगे की योजना पर काम करेंगे। नॉकआउट मैचों को लेकर कोई भविष्यवाणी नहीं की जा सकती। चैंपियन बनने के लिए हमें मजबूत विपक्षी टीमों के खिलाफ भी निरंतरता बरकरार रखनी होगी। 


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