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FIFA WORLD CUP 2018: मेसी को रोकना आइसलैंड के लिए बड़ी चुनौती

पहली बार विश्व कप खेलने वाली आइसलैंड के लिए पहले मैच में मेसी बड़ी चुनौती होंगे।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 15 Jun 2018 06:52 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jun 2018 10:07 PM (IST)
FIFA WORLD CUP 2018: मेसी को रोकना आइसलैंड के लिए बड़ी चुनौती
FIFA WORLD CUP 2018: मेसी को रोकना आइसलैंड के लिए बड़ी चुनौती

मास्को, एएफपी। फुटबॉल जगत के सुपर स्टार लियोन मेसी अपने क्लब बार्सिलोना को तो विश्व के सभी खिताब दिला चुके हैं, लेकिन वह अभी तक अपने देश अर्जेंटीना को विश्व कप की ट्रॉफी नहीं दिला सके हैं। अब उनके पास संभवत: यह आखिरी मौका है, क्योंकि अगले विश्व कप तक खेलना उनके लिए मुश्किल काम है। हालांकि, विश्व कप में पहली बार खेलने आई आइसलैंड की टीम शनिवार को जब विश्व कप के ग्रुप-डी मुकाबले में उतरेगी तो उसके सामने मेसी मैजिक को रोकने की चुनौती रहेगी। 

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बड़ी जीत पर नजर : आइसलैंड ने पिछले दो वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया है और ऐसे में उसे कम करके आंकना किसी भी टीम के लिए भूल होगी। इसके बावजूद अर्जेंटीना की निगाह इस मैच में बड़ी जीत दर्ज करने पर टिकी रहेगी, क्योंकि इसके बाद उसका सामना नाइजीरिया और क्रोएशिया जैसी दमदार टीमों से होगा। 

लियोन ने दिलाया टिकट : अर्जेटीना का क्वालीफाइंग का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और एक समय उस पर विश्व कप से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन मेसी ने इक्वाडोर के खिलाफ हैट्रिक लगाकर अपनी टीम को रूस का टिकट दिलाया था। अर्जेंटीना की टीम मेसी पर किस कदर निर्भर है इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि क्वालीफाइंग के बाद उसने स्पेन और नाइजीरिया के खिलाफ जो दो मैच गंवाए उन दोनों में यह स्टार स्ट्राइकर नहीं खेल पाया था। अब ग्रुप-डी के पहले मैच में फिर से उसका दारोमदार मेसी पर टिका रहेगा। मेसी 2014 में विश्व कप जीतने का अपना सपना पूरा करने के करीब पहुंचे थे, लेकिन फाइनल में जर्मनी के हाथों 0-1 की हार उन्हें अब भी परेशान करती होगी। वह निश्चित तौर पर यहां इसकी भरपाई करना चाहेंगे। 

इन पर भी जिम्मेदारी : चोटिल गोलकीपर सर्जियो रोमेरो और फॉरवर्ड मैनुएल लांजिनी के विश्व कप से बाहर होने से 30 वर्षीय मेसी की जिम्मेदारी अधिक बढ़ गई है। लेकिन, स्पार्टक स्टेडियम में होने वाले इस मैच में मेसी के अलावा टीम के उपयोगी खिलाड़ी सर्जियो अग्यूरो, एंजेल डि मारिया और गोंजालो हिगुएन को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। जॉर्ज साम्पोली की टीम अर्जेंटीना को हालांकि मैच में पूरा दमखम लगाना होगा। आइसलैंड के अल्फ्रेड फिनबोगसन और जोहान बर्ग गुडमंडसन भी अनुभवी खिलाड़ी हैं जिनके दम पर आइसलैंड उलटफेर के बारे में सोच सकता है। अगर टीम के अहम खिलाड़ी की बात की जाए तो वह जिल्फि सिगर्डसन हैं। घुटने की चोट ने हालांकि उन्हें परेशान कर रखा है और इसी कारण हो सकता है कि वह कुछ देर के लिए ही मैदान पर नजर आएं।

आइसलैंड के कोच को भरोसा : आइसलैंड पहले यूरो-2016 के क्वार्टर फाइनल और फिर विश्व कप के लिए क्वालीफाई करके अपनी क्षमता का परिचय दे चुका है। आइसलैंड के कोच हीमिर हालग्रिमसन को विश्वास है कि विश्व कप में भी उनकी टीम अपना यह प्रदर्शन दोहरा सकती है। हालग्रिमसन पेशे से डेंटिस्ट (दांतों का डॉक्टर) हैं। उनके आने के बाद से टीम में लगातार सुधार हुआ है। इस टीम के पास भले ही मेसी जैसा स्टार खिलाड़ी न हो, लेकिन कोच ने इसे एकजुट रहकर मैदान पर खेलना सिखाया है और यही इस टीम की सबसे बड़ी ताकत है। हालांकि, यह देश इंडोर फुटबॉल खेलता है। आइसलैंड फुटबॉल पर जमीनी स्तर से ही ध्यान दे रहा है और अपने कोचों को अच्छी कोचिंग शिक्षा देने के लिए बाहर से कोच बुलाए हैं। इस टीम ने क्वालीफाइंग राउंड में 10 में से सात मैच जीते हैं और तुर्की जैसी मजबूत टीम को भी हराया है। 

शैली और रणनीति : साम्पोली विश्व कप के पहले मैच में कोई गलती नहीं करना चाहते और टीम को 3-3-4 की शैली में खिलाना चाहेंगे, क्योंकि उनकी निगाह ज्यादा गोल के अंतर से जीत दर्ज करने की रहेगी। वहीं, आइसलैंड अपने किले की रक्षा करने के लिए 4-4-2 की शैली से मैदान पर उतर सकती है। 

अर्जेंटीना की टीम : 

गोलकीपर : सर्जियो रोमेरो, फ्रैंको अरमानी, विली काबेलेरो

डिफेंडर : क्रिस्टियन अंसालदी, मार्कोस रोजो, मार्कोस अकुनिया, निकोलस टैगीलासिफो, ग्रैबियल मर्काडो, निकोलस ओटेमेंडी, जेवियर मासचेरानो, फेडेरिको फाजियो

मिडफील्डर : एवर बानेगा, लुकास बिगिला, गियोवानी लो सेल्सो, एडवर्डो साल्वियो, क्रिस्टियन पावोन, मेक्सीमिलियानो मेजा, एंजेल डि मारिया

फॉरवर्ड : लियोन मेसी, पाउलो डायबाला, सर्जियो अग्यूरो, गोंजालो हिगुएन

कोच : जॉर्ज साम्पोली 

आइसलैंड की टीम :  

गोलकीपर : हेंस थोर हैल्डोरसल, रूनार एलेक्स रनारसन, फ्रेडरिक स्क्राम।

डिफेंडर : कारी अनेर्सोन, एरी फ्रीर स्कुलसन, बिरकिर मार सेवरसन, सेर्वीर इंगी इंगसन, होरोउर मैग्नसन, होल्मर ऑर्न आइजॉल्फसन, रागनार सिगर्डसन।

मिडफील्डर : जोहान बर्ग गुडमंडसन, बिरकिर बजरनासन, अन्र्नर इंगवी ट्रस्टसन, एमिल हॉलफ्रेडसन, जिल्फि सिगर्डसन, ओलाफुर इंगी स्कुलसन, रुरिक गिस्लासन, सैमुअल फ्रिजजोंसन, एरोन गुनारसन।

फॉरवर्ड : अल्फ्रेड फिनबोगसन, बोजर्न बर्गमान सिगडार्सन, जॉन दादी बोडवर्सन, अल्बर्ट गुडमंडसन।

खास-खास :

- जनवरी से आइसलैंड की टीम कोई भी मैच नहीं जीत सकी है। उसने अभी तक चार मैच खेले हैं जिसमें उसे तीन में हार मिली, जबकि एक मैच डॉ रहा

- अर्जेंटीना और आइसलैंड की टीम पहली बार किसी टूर्नामेंट में एक-दूसरे के खिलाफ मैदान पर उतरेंगी

नंबर गेम :

- 12वीं बार लगातार विश्व कप खेलने जा रही अर्जेंटीना की टीम दो बार 1978 और 1986 में यह खिताब जीत चुकी है। वह 1974 से लगातार विश्व कप खेल रही है

- 2016 यूरोपीय चैंपियनशिप के प्री-क्वार्टर फाइनल में आइसलैंड ने इंग्लैंड को 2-1 से हराकर उलटफेर किया था

- 05 गोल अर्जेंटीना के लियोन मेसी ने तीन विश्व कप खेलते हुए दागे हैं। वह 2006, 2010 और 2014 के विश्व कप में खेल चुके हैं

- 30 वर्षीय लियोन मेसी के रहते अर्जेंटीना ने तीन विश्व कप 2006, 2010 और 2014 में कुल 15 मैच खेले, जिसमें उसे 11 में जीत मिली, जबकि दो में हार और दो मुकाबले ड्रॉ रहे

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