आखिरकार 12 सालों के बाद फ्रांस ने एक बार फिर फाइनल का सफर तय कर लिया
शुरुआती 20-22 मिनट के खेल में बेल्जियम ने गेंद पर कब्जा बनाए रखा। 13वें मिनट में फ्रांस ने पहला आक्रमण किया।
अनादि बरुआ
पहली बार विश्व कप का फाइनल खेलने का ख्वाब सजाए बैठी रॉबर्टो मार्टिनेज की बेल्जियम टीम को 2018 विश्व कप के सेमीफाइनल से रुखसत होना पड़ा। सेंट पीटर्सबर्ग में खेले गए फीफा विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में सैमुअल उमतिति के गोल की बदौलत पूर्व चैंपियन फ्रांस ने बेल्जियम को 1-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। शुरुआत से लेकर अंत तक गेंद फ्रांस के हाफ में घूमती रही लेकिन मौके का फायदा उठाते हुए दिदिएर डेसचैंप्स की टीम ने बेल्जियम को मात दी।
पहले हाफ में गोलकीपरों की परीक्षा
उम्मीदों के मुताबिक मुकाबले की शुरुआत में ही दोनों टीमों ने हमले बोलने शुरू कर दिए। शुरुआती 20-22 मिनट के खेल में बेल्जियम ने गेंद पर कब्जा बनाए रखा। 13वें मिनट में फ्रांस ने पहला आक्रमण किया। फ्रांस के स्टार पॉल पोग्बा ने एमबापे के जरिये गेंद को गोल पोस्ट में पहुंचाने की कोशिश की लेकिन बेल्जियम के गोलकीपर कौर्टोइस थिबॉट ने गेंद को आसानी से पकड़कर मौके को खत्म किया। इसके दो मिनट बाद बेल्जियम की ओर से कप्तान ईडन हैजार्ड आक्रमण पर नजर आए लेकिन अपने साथी खिलाड़ी डि ब्रून से मिले पास को वह गोल पोस्ट से बाहर मार बैठे। इसके अगले ही मिनट में हैजार्ड ने एक बार फिर फ्रांस के गोलपोस्ट पर निशाना साधा लेकिन डिफेंडर वराने ने जैसे-तैसे इस मौके को बेकार किया।
21वें मिनट में बेल्जियम का खाता खुल ही गया होता अगर फ्रांस के गोलकीपर और कप्तान हुगो लॉरिस ने चाडली की फ्री किक के बाद जबरदस्त बचाव करके बेल्जियम के डिफेंडर एल्डरवेयरल्ड की कोशिश को जाया ना किया होता। इसके बाद 31वें मिनट में फ्रांस को बेल्जियम के डी के बाहर एक फ्री किक मिली लेकिन एंटोनी ग्रीजमैन की चालाकी भी टीम का खाता नहीं खोल पाई।
39वें मिनट में फ्रांस के एमबापे ने पावर्ड के लिए एक बेहतरीन मौका तैयार किया लेकिन पावर्ड की कोशिश बेल्जियम के गोलकीपर कौर्टोइस के पैरों से लगकर बाहर चली गई। कुल मिलाकर पहले हाफ के शुरुआत में जहां बेल्जियम ने ज्यादा आक्रमण किए तो वहीं हाफ टाइम के आखिरी मिनटों में फ्रांस ने गोल करने के कई मौके बनाए लेकिन अंतत: पहला हाफ गोलरहित समाप्त हुआ। पहले हाफ में जितने भी कॉर्नर बेल्जियम को मिले उस पर पॉल पोग्बा लगातार बेल्जियम के विंसेंट कोंपानी को घेरे नजर आए।
उमतिति बने हीरो
पहले हाफ में गेंद पर कब्जा करने के मामले में पिछड़ने वाली फ्रांसीसी टीम ने दूसरे हाफ में तेज आक्रमण करने शुरू कर दिए और इसका फल उसे 51वें मिनट में ही मिल गया। फ्रांस को कॉर्नर किक मिली जिसे ग्रीजमैन ने बेहद सटीकता के साथ बेल्जियम के गोल पोस्ट के आगे प्लेस किया। फ्रांस के डिफेंडर सैमुअल उमतिति ने आगे बढ़ते हुए गेंद को हेडर के जरिये गोल पोस्ट में पहुंचाया। इसके बाद बेल्जियम ने एक बार फिर आक्रमण पर ध्यान लगाना शुरू किया और कप्तान हैजार्ड गेंद को अपने कब्जे में करने के चक्कर में मातुडी को गिरा बैठे जिसके बाद उन्हें यलो कार्ड दिखाया गया।
इसके बाद बेल्जियम लगातार आक्रमण करती रही लेकिन फ्रांस का मजबूत डिफेंस उन्हें कोई मौका नहीं दे रहा था। 81वें मिनट में हैजार्ड को वराने ने टैकल करके गोल के मौके को खत्म किया। वहीं 87वें मिनट में लगातार दो मौके बेल्जियम को गोल करने के मिले। कांटे ने हैजार्ड को गिराया जिसके बाद बेल्जियम को फ्री किक मिली लेकिन बेल्जियम के खिलाडि़यों का झुंड उसका फायदा नहीं उठा सका। इसके बाद बेल्जियम के रोमेलू लुकाकू ने भी एक गोल करने का आसान मौका गंवाया।
कहां थे लुकाकू
फ्रांस और बेल्जियम के मुकाबले में रोमेलू लुकाकू से बेल्जियम को सबसे ज्यादा उम्मीदें थी लेकिन वह पूरे मुकाबले के दौरान कहीं नजर नहीं आए। शुरुआती 15 मिनट के खेल में लुकाकू को गेंद पर पहला टच मिला। लुकाकू ने मौजूदा विश्व कप में चार गोल किए और अपनी टीम की ओर से सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी के रूप में विश्व कप से विदा हुए। वहीं बेल्जियम के कप्तान ईडन हैजार्ड ने लगातार गेंद को बचाने की कोशिश की लेकिन उनकी कोशिशों को फ्रांस के डिफेंडरों और गोलकीपर ने बेकार कर दिया।
नंबर गेम
-2006 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंची फ्रांस की टीम। 2006 में यह टीम उपविजेता रही थी
-23 मैचों का बेल्जियम का विजयक्रम फ्रांस ने तोड़ दिया
(लेखक पूर्व भारतीय फुटबॉलर हैं)
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