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    लखनऊ - जुबान में मिठास, आबोहवा में अदब और सड़कों पर TVS Radeon

    By BhavanaEdited By:
    Updated: Wed, 03 Nov 2021 08:32 PM (IST)

    लखनऊ को गहराई से जानने और समझने के लिए Radeon Man प्रतीक राय ने काफी मदद की। ये एक बिजनेसमैन और यूट्यूबर हैं। ये अपनी धुन के पक्के हैं बिलकुल TVS Radeon की तरह। सफर चाहे छोटा हो या लंबा पूरा आनंद लेते हैं।

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    लखनऊ को गहराई से जानने और समझने के लिए Radeon Man प्रतीक राय ने काफी मदद की।

    नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। मुस्कुराइए क्योंकि आप लखनऊ में है। हिंदुस्तान का गहना लखनऊ शहर उत्तर प्रदेश राज्य के मध्य में गोमती नदी पर स्थित है। यह खूबसूरत शहर ऐतिहासिक इमारतों से सजा हुआ है, जो प्राचीन शैलियों की एक आकर्षक श्रृंखला को प्रदर्शित करता है, जिनमें से अधिकांश मुगल या ब्रिटिश शासन के समय के हैं। यह शहर अपनी समृद्ध संस्कृति के कई पहलुओं के लिए प्रसिद्ध है। संगीत, कविता, कढ़ाई और जायका इस शहर को दुनिया से परिचय करवाते हैं। Jagran Hitech की टीम पिछले दिनों अपने खास कार्यक्रम ‘भारत के रंग TVS Radeon के संग’ के लिए इस शहर में थी और इस शहर को करीब से जाना।

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    लखनऊ को गहराई से जानने और समझने के लिए Radeon Man प्रतीक राय ने काफी मदद की। ये एक बिजनेसमैन और यूट्यूबर हैं। ये अपनी धुन के पक्के हैं, बिलकुल TVS Radeon की तरह। सफर चाहे छोटा हो या लंबा पूरा आनंद लेते हैं। हमने देखा प्रतीक राय का बाइक प्रेम लखनऊ की सड़कों पर अदब के साथ बाहर आ रहा था।

    हजरतगंज के बाजारों की रौनक

    हजरतगंज के बाजारों और मीनारों में एक अजब सा नशा है, पिछले 10 सालों में बहुत कुछ बदला है, जो नहीं बदला है वह है इतिहास, जो इन मीनारों में और दरवाजों में छुपा हुआ है। हजरतगंज एक विक्टोरियन शैली का शॉपिंग क्षेत्र है। इसमें शोरूम, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, रेस्तरां, होटल, कैफे, थिएटर, कार्यालय और व्यवसाय हैं। हजरतगंज की दुकानों में आपको लखनऊ की मशहूर चिकनकारी कढाई देखने को मिल जाएगी। चिकनकारी भारत की सबसे मशहूर और महीन कढ़ाई है, जो सदियों से चलती आ रही है।

    बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ की शान

    बड़ा इमामबाड़ा 1784 में अवध के चौथे नवाब आसफ-उद-दौला द्वारा बनवाया गया था। इसे अकाल राहत कार्यक्रम के हिस्से के रूप में बनाया गया। यह लखनऊ की कुछ इमारतों में से एक है, जो पूरी तरह से यूरोपीय शैली से अछूती है। इमारत आसफ-उद-दौला इमामबाड़ा परिसर का हिस्सा है, जिसमें एक मस्जिद, कई आंगन और प्रवेश द्वार हैं, और एक 'बावली' या सीढ़ीदार कुआं है, जिसे कभी गर्मियों में इस्तेमाल किया जाता था। इमामबाड़ा की दीवार, बावली, भुलभुलैया, सब कुछ एक टाइम मशीन की तरह काम करती है, यह आपको ले जाती है एक अलग दुनिया में, जहां वक्त को महसूस किया जाता है।

    बेहतरीन वास्तुकला की छाप है रूमी दरवाजा

    लखनऊ में आपको अवध वास्तुकला की छाप हर जगह दिखेगी। जैसे की रूमी दरवाजा, 60 फीट ऊंचे इस बड़े दरवाजे को बड़े इमाम बाड़े के साथ ही तैयार किया गया था। लखनऊ का रूमी दरवाजा पूरे भारत में सबसे प्रभावशाली संरचनाओं में से एक है। यह 1784 में नवाब आसफ-उद-दौला द्वारा बनाया गया था। इसे नक्काशीदार फूलों और डिजाइनों से सजाया गया था। यह आज भी काफी खूबसूरत लगता है।

    लखनऊ की जुबान में मिठास

    लखनऊ की जुबान में मिठास है और आबोहवा में अदब। कहते हैं नवाबों के इस शहर में दुश्मन भी अदब से बात करते हैं। यहां का जायका विश्व प्रसिद्ध हैं। यहां आपको कई तरह के कबाब मिलेगे, जिसे टेस्ट करने का मन आपको करेगा। गरम-गरम पूरी का प्यार और दिल को खुश कर देने वाला खस्ता भी मिलेगा।

    धाकड़ TVS Radeon जिसे हर भारतीयों को ध्यान में रखकर खास तौर पर भारत के लिए तैयार किया गया है। शायद यही वजह है कि हर गली और हर महोल्ले को यह अपना बना लेती है, फिर वह चाहे पुराने लखनऊ की गलियां हों या फिर नया लखनऊ, जहां संगम होता है, पुराने इतिहास और नई सोच का। 

    नोट: यह आर्टिकल ब्रांड डेस्‍क द्वारा लिखा गया है।

    लेखक- शक्ति सिंह