Fact Check Story: वायरल हो रही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठी सुप्रिया सुले की एडिटेड तस्वीर
ढूंढ़ने पर हमें वायरल तस्वीर में दिख रही मीटिंग की असली तस्वीर मिली। असली तस्वीर में उस कुर्सी पर कोई भी नहीं बैठा था। वो कुर्सी खाली थी। अदिति नलावडे ने इस मूल तस्वीर को साझा कर बताया कि यह कोविडकाल में पीएम मोदी के एक वीडियो कान्फ्रेंसिंग की है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूूज )। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता सुप्रिया सुले को एक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हुए देखा जा सकता है। इस वायरल तस्वीर की जांच करने के बाद दैनिक जागरण के फैक्ट चेकिंग विंग 'विश्वास न्यूज' को पता चला कि यह एडिटेड है।
इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने इसके लिए आए कमेंट्स पर नजर डाली। कई यूजर्स ने इस तस्वीर को एडिटेड बताया था। इसकी आगे के पड़ताल के लिए हमने तस्वीर में इस्तेमाल की गई सुप्रिया सुले की फोटो को क्रॉप करके गूगल रिवर्स इमेज पर खोजा। हमें यह तस्वीर एक फैन पेज 'माननीय सुप्रिया ताई सुले फैन क्लब' की प्रोफाइल पिक्चर के रूप में इस्तेमाल मिली। इस इमेज को इसी पेज पर जनवरी 2021 में भी अपलोड किया गया था।
इस तस्वीर को सुप्रिया सुले के वेरिफाइड फेसबुक अकाउंट पर भी 2021 में शेयर किया गया था। यह तस्वीर साफ तौर पर एक इवेंट की लग रही थी न कि किसी मीटिंग की। ढूंढ़ने पर हमें वायरल तस्वीर में दिख रही मीटिंग की असली तस्वीर मिली। असली तस्वीर में उस कुर्सी पर कोई भी नहीं बैठा था। वो कुर्सी खाली थी।
अदिति नलावडे ने इस मूल तस्वीर को शेयर किया और बताया कि यह पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड के दौरान की गई वीडियो कान्फ्रेंसिंग की है। जांच के अगले चरण में, विश्वास न्यूज ने एनसीपी नेता जगदीश पंचभूते से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया कि वायरल तस्वीर एडिटेड है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि महा सीएम की कुर्सी पर बैठी सुप्रिया सुले की वायरल तस्वीर एडिट की हुई है। वायरल दावा झूठा है।
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