Fact Check Story: यूपी चुनाव से पहले सपा ने नहीं किए मुसलमानों से खास वादे, फर्जी ग्राफिक्स हो रहा वायरल
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स एक ग्राफिक्स शेयर कर रहे हैं। यह समाजवादी पार्टी के टेम्पलेट जैसा है। इसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की फोटो लगी है। दावा किया जा रहा है कि इस मैसेज को सपा का आईटी सेल यूपी में मुसलमानों के वॉट्सऐप पर भेज रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को चुनाव का पहला चरण है। इसको देखते हुए सभी दल जोर-आजमाइश में लग गए हैं। रैलियों पर भले ही रोक है, लेकिन सोशल मीडिया पर जमकर उपस्थिति दर्ज कराई जा रही है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स एक ग्राफिक्स शेयर कर रहे हैं। यह समाजवादी पार्टी के टेम्पलेट जैसा है।
इसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की फोटो लगी है। इस पर मुस्लिमों के लिए खास वादे किए गए हैं। जैसे- पश्चिमी यूपी और पूर्वांचल में 2 हजार नई मस्जिदें बनाने और अयोध्या में बाबरी मस्जिद के लिए एक हजार करोड़ रुपये देने का वादा। दावा किया जा रहा है कि इस मैसेज को सपा का आईटी सेल यूपी में मुसलमानों के वॉट्सऐप पर भेज रहा है। दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट 'विश्वास न्यूज' ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया। ग्राफिक्स भी फेक है।
वायरल दावे की पड़ताल के लिए 'विश्वास न्यूज' ने सबसे पहले समाजवादी पार्टी के ट्विटर अकाउंट को सर्च किया। इसमें इस तरह का कोई भी ट्वीट नहीं मिला। हां, 2022 यूपी चुनाव को देखते हुए सपा ने जो वादे किए हैं। उनमें वायरल दावों में से कोई नहीं है।
ट्विटर पर ही Samajwadi Party Fact Check अकाउंट से इस ग्राफिक्स को ट्वीट करते हुए इसे फेक बताया गया। इस ट्वीट को SamajwadiPartyMedia के वेरीफाइड अकाउंट से रिट्वीट किया गया है।
इस बारे में 'विश्वास न्यूज' ने कीवर्ड से भी न्यूज सर्च की, लेकिन कोई भी खबर नहीं मिली। फिर 2022 को लेकर सपा के घोषणापत्र को सर्च किया। इसमें 10 जुलाई 2021 को जी न्यूज में छपी खबर मिली। इसके मुताबिक, सपा लोगों को बिजली बिल का तोहफा देगी। वह 300 यूनिट तक फ्री बिजली और युवाओं के लिए 10 लाख नौकरियों का आश्वासन देगी। 'विश्वास न्यूज' को सपा के घोषणापत्र रिलीज की भी कोई खबर नहीं मिली।
इस पड़ताल की और पुष्टि के लिए लखनऊ में दैनिक जागरण की तरफ से समाजवादी पार्टी कवर करने वाले रिपोर्टर शोभित श्रीवास्तव से बात की गई। उनका कहना है, ये पोस्ट फेक है।
इस बारे में 'विश्वास न्यूज' ने कन्नौज के दैनिक जागरण के चीफ रिपोर्टर प्रशांत कुमार से भी बात की। उनका कहना है, यह एडिटेड है। इस तरह का कोई भी मैसेज लोगों के वाट्सऐप पर नहीं भेजा जा रहा है। मैंने इस बारे में डिंपल यादव और अखिलेश यादव के निजी सचिव गजेंद्र से भी बात की है। उन्होंने भी इस पोस्ट को फर्जी बताया है। उन्होंने यह भी कहा, सपा का मैनिफेस्टो अभी जारी नहीं हुआ है।
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