Fact Check: भारत-चीन सीमा पर सड़क निर्माण को रोकने के लिए NGO ने नहीं की अपील, एडिटेड तस्वीर हुई वायरल
विश्वास न्यूज ने दावे की पूरी सच्चाई जानने के लिए Citizens For Green Doon एनजीओ के एक सदस्य से संपर्क किया। उन्होंने विश्वास न्यूज को बताया कि वायरल हो रहा दावा गलत है। हम सड़क निर्माण के खिलाफ नहीं है।
नई दिल्ली, विश्वास न्यूज। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच गहराते सीमा विवाद के बीच एक एनजीओ की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में कुछ लोगों एक पोस्टर लेकर बैठे हुए नजर आ रहे हैं। पोस्टर पर लिखा हुआ है कि इंडो चाइना बार्डर पर कोई रोड न बनवाई जाए। दावा किया जा रहा है कि Citizens For Green Doon नामक एक NGO उत्तराखंड में इंडो-चाइना बार्डर पर भारत सरकार द्वारा बनाई जा रही सड़क का विरोध कर रहा है। NGO ने सुप्रीम कोर्ट में इस निर्माण कार्य के खिलाफ एक पिटीशन भी दाखिल की है। दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज की जांच में यह तस्वीर फेक और एडिटेड निकली, जिसे दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज ने इस पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान असली तस्वीर Citizens For Green Doon नामक एक फेसबुक पेज पर मिली। असली तस्वीर में इंडो चाइना बार्डर पर कोई रोड न बनवाई जाए, नहीं बल्कि आए और Citizens For Green Doon के साथ जुड़े लिखा हुआ है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने फेसबुक पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए खंगालना शुरू किया। इस प्रक्रिया के दौरान वायरल दावे से जुड़ी एक पोस्ट Citizens For Green Doon एनजीओ की एक सदस्य Ira Chauhan के फेसबुक अकाउंट पर मिली। उन्होंने वायरल तस्वीर को पोस्ट करते हुए दावे को फर्जी बताया है और लिखा है फोटोशाप की मदद से तस्वीर को एडिट कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। लोग हमारे एनजीओ के खिलाफ झूठ और नफरत फैला रहे हैं। हम बार्डर पर सड़क बनाने के खिलाफ नहीं है।
विश्वास न्यूज ने दावे की पूरी सच्चाई जानने के लिए Citizens For Green Doon एनजीओ के एक सदस्य से संपर्क किया। उन्होंने विश्वास न्यूज को बताया कि वायरल हो रहा दावा गलत है। हम सड़क निर्माण के खिलाफ नहीं है। लोग हमारी छवि खराब करने के लिए भ्रामक दावा फैला रहे हैं। असली तस्वीर में ज्वाइन सीएफजीडी लिखा हुआ है, इस तस्वीर को डी.ए.वी करनपुर में अप्रैल 2021 में खींचा गया था।
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