क्या थियेटर्स और टीवी को खा जाएगा ओटीटी प्लेटफॉर्म? ये आंकड़े तो कुछ ऐसा ही बोल रहे हैं...
ओटीटी प्लेटफॉर्म की बढ़ती लोकप्रियता की वजह से थियेटर्स और टीवी की लोकप्रियता पर काफी असर पड़ा है।
मोहित पारीक, नई दिल्ली। लॉकडाउन में फिल्म इंडस्ट्री के व्यापार पर काफी असर पड़ा और मेकर्स से लेकर सिनेमाघर मालिकों तक लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। लेकिन, इस बीच अगर किसी को फायदा हुआ है तो वो ही ओटीटी प्लेटफॉर्म। वैसे तो ओटीटी प्लेटफॉर्म यूजर्स की संख्या काफी वक्त से बढ़ रही थीं, लेकिन लॉकडाउन में इसका ग्राफ काफी स्पीड से काफी ऊंचा उठा है। अब तो हाल ये है कि बॉलीवुड सुपरस्टार्स की फिल्में भी धीरे-धीरे सिनेमाघरों से मुंह मोड़कर ओटीटी प्लेटफॉर्म की ओर बढ़ रही हैं।
हाल ही में कई फिल्में थियेटर्स के बजाय सिनेमाघरों में रिलीज हुई है, जबकि कई फिल्में ऐसी हैं जिन्हें ओटोटी प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज करने का ऐलान हो गया है। ऐसे में थियेटर्स मालिकों के लिए इस मुश्किल वक्त में और संकट खड़ा करने वाली खबरें आ रही हैं। इस वजह से कई सिनेमाघर संगठन ने पहले ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फिल्म रिलीज करने पर नाराजगी व्यक्त की है और उन्होंने आग्रह किया है कि मेकर्स जो ट्रेंड बना है उसे तोड़ रहे हैं, जो कि गलत है।
जल्द आएगा थियेटर्स के बराबर
अगर रेवेन्यु के आधार पर बात करें तो ओटोटी प्लेटफॉर्म से थिएटर्स के बराबर ही रेवेन्यु जनरेट होने लगेगा। PWC ग्लोबल एंटरटेनमेंट और मीडिया आउटलुक की रिपोर्ट के अनुसार, ओटोटी का मार्केट 2018 में 4464 करोड़ था और अब साल 2023 में 11976 करोड़ हो जाएगा। वहीं, यह 11500 करोड़ के बराबर है जो सिनेमा का 2019 में मार्केट था। इन आंकड़ों के बाद कहा जा रहा है कि इससे थियेटर्स को काफी नुकसान हो सकता है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिनेमाघर शुरू होने के बाद फिर से सबकुछ नॉर्मल हो जाएगा।
फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर, फिल्म एनालिस्ट और मल्टीप्लेक्स ऑनर राज बंसल का कहना है कि सिनेमाघर शुरू होने के साथ ओटीटी की लोकप्रियता कम हो जाएगी और लोग फिर से थियेटर्स की ओर आना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा, 'अभी लोग घर में हैं और डर की वजह से घर पर हैं। इस वक्त स्पोर्ट्स एक्टिविटी बंद है, टीवी सीरीयल्स बंद है और सभी सिनेमाघर भी बंद है ऐसे में लोगों के पास अभी मनोरंजन का कोई और साधन नहीं है, इसलिए लोग ओटीटी प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। अभी लोगों के पास मनोरंजन का कोई साधन ना होने से और ओटीटी प्लेटफॉर्म सस्ता और आसानी से उपलब्ध होने की वजह से इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है। मेरा मानना है कि सिनेमाघर शुरू होने के साथ ही ओटीटी प्लेटफॉर्म की 2019 वाली स्थिति हो जाएगी।'
कितना हुआ ओटीटी का विस्तार?
भारत में नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम समेत करीब 5-6 प्लेटफॉर्म ज्यादा हिट हैं और उन पर यूजर्स की संख्या काफी ज्यादा है। वैसे नेटफ्लिक्स और अमेजॉन अपने यूजर्स को लेकर कुछ डेटा नहीं देते हैं, लेकिन निलसेन स्मार्टफोन पेनल रिपोर्ट की ओर से जारी की गई सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि लॉकडाउन के दौरान मेट्रो शहर में 19 और नॉन मेट्रो में 23 फीसदी की ग्रोथ हो गई है। यानी ओटीटी प्लेटफॉर्म को अब ज्यादा पसंद किया जा रहा है। पहले मेट्रो शहरों में ओटीटी का बोलबाला था, लेकिन अब देश की टियर-2 और 3 सिटी में इसका प्रभाव बढ़ रहा है और लोग इसपर कंटेट देखना पसंद कर रहे हैं।
विज्ञापन की दृष्टि से भी कारगर ओटीटी
लॉकडाउन की वजह ओटीटी पर लोगों का समय ज्यादा बीतने लगा है, जिसकी वजह से अप्रैल में एड एंसेर्शन भी करीब दोगुना हो गई हैं। बता दें कि मार्च में 16000 एड एंसेर्शन थे जो अब बढ़कर अप्रैल में 33 हजार हो गए हैं। हालांकि, नेटफ्लिक्स और एमेजॉन का डेटा इसमें शामिल नहीं है, क्योंकि इसमें एड नहीं आते हैं, क्योंकि इसके बदले ये सब्सक्रिप्शन फीस लेते हैं।
क्यों बढ़ रही है लोकप्रियता
दरअसल, ओटीटी प्लेटफॉर्म इस वक्त सस्ता सुंदर और टिकाउ उपाय है। दरअसल, लोग एक या दो फिल्म के खर्चे पर महीनेभर का सब्सक्रिप्शन ले सकते हैं और उससे पूरा परिवार इसका आनंद ले सकता है। साथ ही कंटेट के मामले में यह लोगों के काफी काम रहा है, क्योंकि एक ही स्थान पर यूजर को आर्ट, एक्शन, हॉलीवुड, विदेशी, मल्टीपल भाषाओं में कंटेंट उपलब्ध हो जाता है। ऐसे समझिए कि नेटफ्लिक्स का एक कंटेंट करीब 190 देशों में उपलब्ध होता है। और मामला ग्लोबल हो रहा है। भारत में लोग स्पेनिश सीरीज़ 'मनी हाइस्ट' देख रहे हैं। वहीं, आस्ट्रेलिया में लोग मनोज बाजपेयी की वेब सीरीज़ 'द फैमिली' देख रहे हैं। साथ ही आप इसमें कहीं भी और कभी भी अपने एंटरटेनमेंट को बरकरार रख सकते हैं।