वर्ल्ड टीवी डे स्पेशल: विक्रम-बेताल, चंद्रकांता और बुनियाद याद है आपको?
अस्सी और नब्बे के दशक को भारतीय टेलीविजन का स्वर्णिम काल माना जाता है। नब्बे के दशक के बाद भी 2000 तक टीवी का यह सुनहरा दौर जारी रहा, जब दर्शकों को विक्रम-बेताल, अलिफ लैला, मुल्ला नसीरुद्दीन, चंद्रकांता और श्रीमान-श्रीमती जैसे धारावाहिक देखने को मिले।
नई दिल्ली। अस्सी और नब्बे के दशक को भारतीय टेलीविजन का स्वर्णिम काल माना जाता है। नब्बे के दशक के बाद भी 2000 तक टीवी का यह सुनहरा दौर जारी रहा, जब दर्शकों को विक्रम-बेताल, अलिफ लैला, मुल्ला नसीरुद्दीन, चंद्रकांता और श्रीमान-श्रीमती जैसे धारावाहिक देखने को मिले। आज वर्ल्ड टीवी डे के मौके पर उसी दौर की बेहतरीन यादें समेट कर हमने आपके लिए लाए हैं।
विक्रम और बेताल: राजा विक्रमादित्य के रोल में अरुण गोविल और बेताल के किरदार सज्जन कुमार ने ऐसा समां बांधा कि दर्शक आज भी इस सीरियल को याद करते हैं। यह धारावाहिक विक्रम-बेताल की कथाओं पर आधारित था।
ऐसे जासूसी सीरियल, जिन्होंने तोड़ दी टीआरपी की सारी हदें
ही-मैन: इसमें कोई शक नहीं कि यह अपने दौर की सबसे पसंदीदा सुपरहीरो कार्टून सीरीज थी।
टीपू सुल्तान: संजय खान ने टीपू सुल्तान के रोल में ऐसी जान फूंकी कि यह ऐतिहासिक ड्रामा लोगों के जेहन में लंबे समय के लिए बस गया।
तस्वीरों में देखें, भारतीय टेलीविजन का स्वर्णिम दौर
शक्तिमान: मुकेश खन्ना के रूप में शक्तिमान को कैसे भुलाया जा सकता है। यह भारत का अपना पहला सुपरहीरो था।
चंद्रकांता: रविवार की सुबह प्रसारित होने वाले इस सीरियल को देखने के लिए लोग अपने सारे काम छोड़कर टेलीविजन के आगे बैठ जाते थे। राजा वीरेंद्र सिंह के रोल में शाहबाज खान और चंद्रकांता के किरदार में शिखा स्वरूप ने बेहतरीन एक्टिंग की थी। क्रूर सिंह उर्फ यक्कू इस सीरियल की जान था।
अलिफ लैला: द अरेबियन नाइट्स की कहानियों पर आधारित यह धारावाहिक बेहद लोकप्रिय हुआ था।
मुंगेरीलाल के हसीन सपने: इस सीरियल में राजपाल यादव मुंगेरीलाल के रूप में रोज नए-नए सपने देखता थे और दर्शकों को हंसाते थे। इस धारावाहिक का निर्देशन उन्हीं प्रकाश झा ने किया था, जिन्होंने बाद में अपहरण और गंगाजल जैसी हिट फिल्में बनाई।
बुनियाद: मनोहर श्याम जोशी का लिखा यह सीरियल सबसे पहले 1986 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ था। बाद में 2000 में यह डीडी मेट्रो पर दोबारा प्रसारित हुआ। इस सीरियल की लोकप्रियता का ही कमाल था कि इसे अलग-अलग चैनलों पर कई बार प्रसारित किया गया। आलोक नाथ इसमें मुख्य भूमिका में थे।
तहकीकात: 1994-95 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुए इस जासूसी धारावाहिक में विजय आनंद और सौरभ शुक्ला की जबरदस्त जोड़ी थी। विजय सैम डीसिल्वा के किरदार में थे और सौरभ शुक्ला ने गोपीचंद का रोल निभाया था। अपने समय का यह सबसे लोकप्रिय टीवी सीरियल था।
फ्लॉप शो: जसपाल भट्टी तो अब हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन अपने इस सीरियल के जरिए वे अमर हो गए। फ्लॉप शो में भट्टी साहब ने आम आदमी की समस्याओं पर करारा प्रहार किया और लोगों को जमकर हंसाया।
श्रीमान-श्रीमती: यह अपने समय का सबसे लोकप्रिय कॉमेडी शो था। अर्चना पूरण सिंह और जतिन कनकिया की जबदरस्त कॉमेडी को लोग आज भी याद करते हैं।
तेनालीरामा: विकास कश्यम ने तेनालीरामा का किरदार निभाया था। यह सीरियल काफी लोकप्रिय रहा था।
मुल्ला नसीरुद्दीन: रघुबीर यादव ने इस सीरियल में बेहतरीन अभिनय किया था। अपने गधे को लेकर नसीरुद्दीन जगह-जगह घूमते थे और लोगों को मन मोहते थे।
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