Dilip Joshi Blasts OTT Shows: तारक मेहता का उल्टा चश्मा के अभिनेता दिलीप जोशी को आया गुस्सा, वेब सीरीज को लेकर कही ये बात
Dilip Joshi Blasts OTT Shows दिलीप जोशी ने सवाल पूछा है कि क्या अपने माता पिता से भी इसी तरह बात करते हैं? यूट्यूब पॉडकास्ट में दिलीप जोशी ने कहा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हमें कुछ अच्छा काम देखने को मिला हैl कुछ दमदार अभिनय भी किया गया हैl
नई दिल्ली, जेएनएनl तारक मेहता का उल्टा चश्मा के अभिनेता दिलीप जोशी को गुस्सा आ गया हैl उन्होंने वेब सीरीज में उपयोग होनेवाली गाली-गलौज के खिलाफ अपनी बात कही हैl उन्होंने सवाल पूछा है कि क्या अपने माता पिता से भी इसी तरह बात करते हैं? सौरभ पंत के यूट्यूब पॉडकास्ट में दिलीप जोशी ने कहा, 'ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हमें कुछ अच्छा काम देखने को मिला हैl कुछ दमदार अभिनय भी किया गया है लेकिन मुझे लगता है कि जबरजस्ती गाली-गलौज का प्रयोग किया जाता हैl इसकी आवश्यकता भी नहीं होतीl'
उन्होंने इस मौके पर राज कपूर, ऋषिकेश मुखर्जी और श्याम बेनेगल के फिल्मों की सराहना भी कीl दिलीप ने कहा कि उन्हें हाल ही में बंदिश बैंडिट बहुत पसंद आईl दिलीप जोशी ने आगे कहा, 'अगर आपको सच्चाई दिखानी है तो दिखाइए कि लोग टॉयलेट में जाते हैं और वही स्नान भी कर लेते हैंl आप दर्शकों को क्या दिखाते हैं यह मैटर करता हैl आप जो देखते हैं, वह आपके साथ रह जाता हैl क्या आप एक ऐसा समाज बनाना चाहते हैं, जहां पर सभी लोग अभद्र भाषा का प्रयोग करते रहे? हर चीज की एक सीमा होती है, अगर उस दायरे में रहकर काम होता है, तो मजा आता हैl अगर दायरे से बाहर चीजें जाने लगती है, तब वह सबके लिए परेशानी खड़ा कर देता हैl'
दिलीप ने यह भी कहा, 'मुझे पता है कि आप को बदलने के लिए समय की आवश्यकता है लेकिन क्या गाली देना आगे बढ़ना हैl जो भी कुछ पश्चिमी देशों में हो रहा है, वह आप यहां भी करना चाहते हैंl पश्चिम भारत की ओर कल्चर के लिए देखता हैl हमारी सभ्यता और संस्कृति बहुत पुरानी हैl हमारी संस्कृति में कई ऐसी अच्छी चीजें हैं, जिन्हें बिना जाने हम पश्चिमी सभ्यता का पालन करने लगते हैl उनके कल्चर में गाली देना आम बात हैl हमारे यहां ऐसा नहीं हैl क्या आप आपके माता-पिता के साथ भी इसी भाषा में बात कर सकते है?'
तारक मेहता के क्वालिटी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'जब आप कॉन्टिटी पर काम करते हैं, तब कहीं ना कहीं क्वालिटी खराब होती हैl पहले यह एक वीकली शो हुआ करता था, तब लेखकों के पास काफी समय होता थाl महीने में 4 एपिसोड शूट होते थेl उनके पास 4 स्क्रिप्ट लिखने के लिए एक महीना होता था लेकिन अब ऐसा नहीं हैl'