सिद्धार्थ शुक्ला संग बिताए पलों को सत्यजीत शर्मा ने किया याद, बालिका वधु के बाद इस शो में आएंगे नजर
सत्यजीत कई हिंदी फिल्मों में भी नजर आ चुके हैं जिनमें चमेली डॉन पा ये फासले जैसी फिल्मे शामिल हैं। लेकिन इन दिनों वह अपने वाले नए टीवी शो सब सतरंगी को लेकर काफी चर्चा में बनें हुए हैं।
प्रीती कुशवाहा, नई दिल्ली। टेलीविजन से लेकर फिल्मों तक काम कर चुके सत्यजीत शर्मा आज मनोरंजन जगत का एक बड़ा नाम है। लेकिन सत्यजीत को टीवी की दुनिया में पहचान 'बालिका वधु' शो से मिली। सत्यजीत कई हिंदी फिल्मों में भी नजर आ चुके हैं, जिनमें 'चमेली', 'डॉन', 'पा', 'ये फासले' जैसी फिल्मे शामिल हैं। लेकिन इन दिनों वह अपने वाले नए टीवी शो 'सब सतरंगी' को लेकर काफी चर्चा में बनें हुए हैं। 'सोनी सब' पर आने वाले इस शो में सत्यजीत शर्मा फिर से नए और दमदार रोल में दिखेंगे। इसी शो को लेकर सत्यजीत शर्मा ने जागरण डॉट कॉम से खास बातचीत की है...
'सब सतरंगी' इस शो का नाम काफी यूनिक है। शो में दर्शकों को क्या नया देखने को मिलेगा। इसके बारे में कुछ बताएं?
जी हां, जैसे कि इसके नाम से जाहिर हो रहा है कि इसमें आपको इंद्रधनुष के रंगों की तरह ही कई सारे रंग देखने को मिलेंगे। सतरंगी परिवार पर आधारित ये शो जल्द ही सोनी सब पर प्रसारित होने वाला है। 'सब सतरंगी' एक बिल्कुल नई कहानी और अनूठे किरदारों के साथ दर्शकों को लखनऊ शहर के मौर्या परिवार के पास ले जायेगा। यह एक बिल्कुल अलग और अनूठा परिवार है, जहां पर हर सदस्य अपनी खुशियों, गम और सपनों को साझा करते हैं और एक-दूसरे से अलग होने के बावजूद एक साथ रहते हैं और सुख-दुख में साथ देते हैं।
View this post on Instagram
इस शो में आपकी भूमिका के बारे में बताएं और ये अबतक के आपके अन्य किरदारों से कितना अलग है?
इस शो के कैरेक्टर्स काफी हद तक अलग हैं। ये बिल्कुल एक गुलदस्ते की तरह है। सबके अपने-अपने अहम रोल हैं। वहीं हर कैरेक्टर को आपस में बहुत अच्छे से जोड़ा गया है। सबसे खास मुझे इसकी भाषा लगी जिसने मुझे पर्सनली इसको करने के लिए काफी प्रभावित किया। जब मुझे सौरव तिवारी ने इसके बारे में बताया कि इसका दूसरा सीजन काफी अलग है। इसमें बहुत अच्छे टर्निंग प्वाइंट हैं। इसकी कहानी सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा। वहीं जहां तक मेरे किरदार की बात है तो हां मुझे बहुत अच्छा लगा सुनकर। अभी तक मैंने टेलीविजन में या फिर फिल्मों में जितने भी किरादार निभाए ये उन सभी से काफी अलग है। मुझे पर्सनली लगता है कि ये शो बाकी से काफी अलग है।
'सब सतरंगी' शो के अन्य कलाकारों के बारे में बताएं?
ये एक भरा-पूरा परिवार है। इसमें दादी हैं उनके बेटे हैं पोते हैं। काफी बड़ी फैमिली है। मैं भले ही उस परिवार का हिस्सा नहीं हूं लेकिन उनके साथ मेरे एक बहुत ही क्लोजली इंट्रोडक्शन होता है। इसकी कहानी आपको काफी पकड़ कर रखेगी।
टेलीविजन के कंटेंट के बारे में आप क्या सोचते है?
टेलीविजन का कॉन्टेंट देखना लोग काफी पंसद करते हैं। आजकल टीवी पर हर तरह का कॉन्टेंट मौजूद है। वहीं समय दर समय इसमें काफी बदलाव भी हो रहा है। वहीं अभी तक टीवी पर अभी तक जिस तरह के कॉन्टेंट आ रहे हैं मुझे लगाता है कि मेरे आने वाला शो 'सब सतरंगी' इससे काफी अलग है। क्योंकि इसकी कहानी जिस तरह है कि है वो कहीं न कहीं लोगों को प्रभावित करने का काम करेगी।
आपने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी काम किया है। कितना बदलाव आया है और कितना असर किया है प्रोफेशनल लाइफ में इसको लेकर?
ओटीटी के आने से लोगों का काम तो बढ़ा है। इसका फायदा लगभग हर किसी को मिला है। तो हां प्रोफेशनल लाइफ में इसको लेकर फायदा तो काफी हुआ है। पहले टेलीविजन के बाद सिर्फ सिनेमा था लेकिन अब ओटीटी भी है। हालांकि ओटीटी सही मायने में टेलीविजन के फॉर्मेट में ज्यादा अंतर नहीं हैं। हां बस वहां पर टेलीकास्ट और ब्रॉडकास्ट की दिक्कतें नहीं, डेड लाइन नहीं हैं।
कोरोना फिर बढ़ रहा है.. इंडस्ट्री के क्या नई चुनौतियां है?
कोविड को लेकर पहले लॉकडाउन में मुझे कोई समस्य नहीं हुई थी। क्योंकि इसके समझने में ही एक दो महीने निकल गए। बिना काम मैं कहीं नहीं निकला था। लेकिन हां दूसरे लॉकडाउन में मैं थोड़ा सा निराश हुआ था कि अब ये सब खत्म हो जाना चाहिए। उसके बाद वहां से निकले तो अब ये तीसरी लहर शुरु हो गई। लेकिन जितना सुनने में आ रहा है कि ये उतना खतरनाक नहीं है। मैं अपने आप को पूरी तरह से एक नियम में बांध लिया था कि मुझे कितने बजे उठना है, कब एक्सरसाइज करना है कितने बजे क्या क्या काम करने हैं। मैं अपना एक रुटीना बना लिया था।
View this post on Instagram
एक सवाल सिद्धार्थ शुक्ला के साथ आपने 'बालिक वधू' में काम किया है तो उनके साथ काम करने का आपका अनुभव और एक कोई ऐसी खास याद जिसे आप कभी भूल नहीं सकते...
सिद्धार्थ शुक्ला सेट पर काफी शरारती थे। शरारत का मतलब हंसना-खेलना उसका सेट पर काफी रहता था। वहीं मेरे साथ उसकी शुरुआत के छह महीने में ही अच्छी दोस्ती हो गई थी। उसके साथ उठना-बैठना काफी रहा। शूट के बाद हम अक्सर खाना पीना एक साथ करते थे। कई बार वह मेकअप रुम में भी मेरे साथ बैठता था। वह काफी फेसिनेटेड रहा है। जिस तरह की उसकी जर्नी रही है पहले टेलीविजन फिर फिल्में वह काफी फेमस हो गए थे। इसके बाद हम कभी इधर-उधर मिल ही जाते थे लेकिन ऐसी कोई बहुत ज्यादा मुलाकातें नहीं थी। लेकिन कभी कभी आसपास दोनों की शूट होती थी तो मिलते थे। सिद्धार्थ एक बहुत खूबसूरत और इंटरेस्टिंग शख्सियत था।