Ramayan के 'सुमंत' चंद्र शेखर के निधन पर भावुक हुए लक्ष्मण सुनील लहरी, फैंस भी दुख में हुए शामिल
राम को सरयू तट तक अपने रथ में छोड़ने का जिम्मा दशरथ के मंत्री सुमंत को मिलता है। सुमंत के किरदार में हिंदी सिनेमा के वेटरन एक्टर चंद्रशेखर नज़र आये थे जिनका बुधवार को 98 साल की उम्र में निधन हो गया। सुमंत का किरदार बहुत लम्बा नहीं था।
नई दिल्ली, जेएनएन। रामानंद सागर की रामायण के एक दृश्य ने दर्शकों को ख़ूब भावुक किया था। यह दृश्य था भगवान राम का अपनी अर्द्धांगिनी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ वनगमन का। मां कैकेयी की मर्ज़ी के आगे मजबूर अयोध्या के राजा दशरथ ने राम को 14 साल के वनवास पर भेज दिया था।
राम को सरयू तट तक अपने रथ में छोड़ने का जिम्मा दशरथ के मंत्री सुमंत को मिलता है। सुमंत के किरदार में हिंदी सिनेमा के वेटरन एक्टर चंद्र शेखर नज़र आये थे, जिनका बुधवार को 98 साल की उम्र में निधन हो गया। रामायण में सुमंत का किरदार बहुत लम्बा नहीं था, मगर किरदार की सौम्यता, विनम्रता और बेहतरीन अदाकारी के चलते आज भी चंद्रशेखर सुमंत के रूप में यादों में ज़िंदा हैं।
अपने साथी और वरिष्ठ कलाकार चंद्र शेखर को याद कर रामायण के लक्ष्मण यानी सुनील लहरी भी भावुक हो गये। सुनील ने उनकी एक तस्वीर इंस्टाग्राम पर शेयर करके श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा- रामायण के हमारे प्यारे आर्य सुमंत जी यानी कि चंद्र शेखर जी अब हमारे बीच नहीं रहे। बहुत ही अच्छे, मिलनसार, हंसमुख, सादा और विनम्र व्यक्तित्व के मालिक थे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और घर वालों को इस दुख को सहने की शक्ति दे।
सुनील की इस पोस्ट पर कई फैंस और फॉलोअर्स ने अफ़सोस ज़ाहिर किया है। बता दें, चंद्र शेखर हिंदी सिनेमा के वेटरन एक्टर रहे हैं। उन्होंने कई फ़िल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभायी थीं। रामायण का प्रसारण अस्सी के दशक में पहली बार हुआ था।
अरुण गोविल राम और दीपिका चिखलिया सीता के किरदार में थे। दारा सिंह ने हनुमान का किरदार निभाया था। अरविंद त्रिवेदी रावण के रोल में थे। रामायण धारावाहिक बेहद सफल रहा था। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान दूरदर्शन पर इसका दोबारा प्रसारण किया गया था, जिसने रिकॉर्ड तोड़ सफलता अर्जित की थी। रामायण के एक एपिसोड ने व्यूअरशिप का रिकॉर्ड बनाया था।