Bigg Boss 13 में गुस्से पर काबू नहीं कर पाने का मधुरिमा तुली को अब तक है अफसोस, विशाल आदित्य संग झगड़े पर दी प्रतिक्रिया
मधुरिमा तुली और विशाल के बीच बिग बॉस सीजन 13 में बहुत झगड़ा हुआ था। नौबत यहां तक आ गई कि झगड़े के बीच मधुरिमा तुली ने फ्राइंग पैन से विशाल आदित्य सिंह को मार भी दिया था। ये मुद्दा काफी लाइम लाइट में रहा था।
नई दिल्ली, जेएनएन। टेलीविजन का सबसे पसंद किया जाने वाला रियलिटी शो बिग बॉस वैसे तो हर सीजन में पसंद किया जाता है। लेकिन अब तक के सबसे बेहतरीन सीजन में बिग बॉस के सीजन 13 का नाम शामिल होता है। बिग बॉस 13 को अब तक का सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला सीजन कहा जाता है। इस सीजन में कंटेस्टेंट्स के रूप में सिद्धार्थ शुक्ला, शहनाज गिल, रश्मि देसाई, विशाल आदित्य सिंह, मधुरिमा तुली शामिल हुए थे। सीजन में लड़ाई- झगड़ा, प्यार मोहब्बत, प्लानिंग प्लॉटिंग सबकुछ देखा गया। खासकर इस सीजन ने दर्शकों को सबसे ज्यादा एंटरटेन किया। इस सीजन में सबसे ज्यादा चर्चा में रही थी मधुरिमा तुली और विशाल आदित्य सिंह के बीच हुई लड़ाई।
मधुरिमा तुली और विशाल के बीच बिग बॉस सीजन 13 में बहुत झगड़ा हुआ था। नौबत यहां तक आ गई कि झगड़े के बीच मधुरिमा तुली ने फ्राइंग पैन से विशाल आदित्य सिंह को मार भी दिया था। ये मुद्दा काफी लाइम लाइट में रहा था। जिसके बाद मधुरिमा और विशाल काफी ट्रोल भी हुए थे। वहीं अब करीब दो साल बाद मधुरिमा तुली ने इस बारे में अपनी प्रतिक्रिया दी है। मधुरिमा ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया है। जिसमें उन्होंने बिग बॉस 13 में विशाल और उनके बीच हुए झगड़े को लेकर कहा है कि उस वक्त जो भी हुआ वो नहीं होना चाहिए था।
हाल ही में मधुरिमा ने ई टाइम्स के साथ खास बातचीत की है। इस बातचीत में मधुरिमा ने कहा कि, 'मैं बिग बॉस 13 करने का अफसोस नहीं करती, पर मुझे अफसोस है कि मैंने अपने गुस्से पर काबू नहीं रखा। अगर वो (विशाल आदित्य सिंह) कहता था कि वो डिप्रेशन में है, तो उस वक्त मैं भी डिप्रेशन से गुजर चुकी थी। मुझे तो बहुत कुछ सुनाया भी गया था। हम एक बॉन्ड शेयर करते थे और वहां जो कुछ हुआ वो कभी नहीं होना चाहिए था। वहां जो मधुरिमा दिखी वो मैं नहीं थी।'
इस बारे में आगे बात करते हुए मधुरिमा ने फ्राइंग पैन वाले किस्से पर भी बात की। उन्होंने कहा कि, 'लोगों को समझना चाहिए कि विशाल ने पहले पानी फेंका था। आप उसका रिएक्शन देंगे ही, आपको गुस्सा आएगा ही। उस चक्कर में मैंने वो कदम उठा लिया। गलती दोनों की है पर मुझे लगता है कि सिर्फ मुझे ही सजा मिली। ऐसे ही चलता आया है। सोचती हूं कि क्यों महिलाओं को दबाया जाता है और पुरुष को तवज्जो दी जाती है।'