शादी के बाद कितनी बदल गई 'इंडियन आइडल 12' होस्ट आदित्य नारायण की ज़िंदगी, पढ़ें- पूरा इंटरव्यू
पिछले साल अपनी गर्लफ्रेंड श्वेता अग्रवाल से शादी करने के बाद सिंगर और एंकर आदित्य नारायण इन दिनों सिंगिंग रिएलिटी शो इंडियन आइडल 12 की मेजबानी कर रहे हैं। शादी के बाद जीवनशैली में आए बदलाव और म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर उन्होंने बात की..
दीपेश पांडेय, मुंबई। पिछले साल अपनी गर्लफ्रेंड श्वेता अग्रवाल से शादी करने के बाद सिंगर और एंकर आदित्य नारायण इन दिनों सिंगिंग रिएलिटी शो इंडियन आइडल 12 की मेजबानी कर रहे हैं। शादी के बाद जीवनशैली में आए बदलाव और म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर उन्होंने बात की:
सवाल : शादी के बाद जिंदगी में किस तरह का बदलाव महसूस कर रहे हैं?
जवाब : मेरा घर अब थोड़ा-थोड़ा पारिवारिक घर की तरह लगने लगा है। अब घर की दीवारें रंगीन हो गई हैं, पहली बार मेरे हॉल में डाइनिंग टेबल आ गया है, मेरे कपड़े व्यवस्थित रहने लगे हैं। शादी के बाद जितना हो सकता है हम अपने देश में ही अलग-अलग जगहों पर घूम रहे हैं। अब श्वेता आधिकारिक तौर पर मेरी पत्नी हैं, तो कहीं जाने के लिए मम्मी-डैडी से कोई अनुमति लेने या बहाना बनाने की जरूरत नहीं पड़ती। सबसे बड़ी बात यह कि अब हम दोनों अपने रिश्ते के बारे में हर किसी से खुलकर बातें कर सकते हैं।
सवाल : क्या मम्मी-पापा का प्यार भी बंटा हुआ महसूस करते हैं?
जवाब : सुबह-सुबह उठकर मम्मी-पापा को फोन करके उनका हाल-चाल जानने का काम अब श्वेता ही करती हैं। पहले मेरी दादी अपनी हर जरूरत मुझसे कहती थी, लेकिन अब वह श्वेता से कहती हैं। मेरे माता-पिता हमेशा एक बेटी चाहते थे। श्वेता के आने पर अब मैं उनके चेहरे वह खुशी देख सकता हूं। घर का इकलौता बच्चा होने के कारण मुझे घर में बहुत ज्यादा प्यार किया जाता है। अब मेरा प्यार बंट रहा है तो मुझे खुशी है कि प्यार के साथ-साथ जिम्मेदारी भी बंट रही है।
सवाल : आपने श्वेता के लिए पहला गाना कौन सा गाया था?
जवाब : अपनी पहली फिल्म ‘शापित’ के सारे गाने मैंने ही गाए थे। सेट पर अक्सर उसी फिल्म के गाने गाता रहता था, लेकिन सेट पर पहली मुलाकात के एक साल बाद तक श्वेता मुझे ज्यादा भाव नहीं देती थी। फिर इस फिल्म के प्रमोशन के दौरान उन्होंने मुझे पहली बार कभी न कभी तो मिलोगे... गाना लाइव गाते हुए सुना। तब उनके दिल में पहली बार प्यार की चिंगारी उठी।
सवाल : पिछले साल पिता उदित नारायण के साथ पहला म्यूजिक वीडियो रिलीज किया, आगे क्या योजनाएं हैं?
जवाब : हमने एक साथ एक छोटा सा म्यूजिक लेबल नमस्ते रिकॉर्ड्स शुरू किया है। इसके अंतर्गत हम सिर्फ इंडिपेंडेंट म्यूजिक बनाएंगे। पिछले साल इसके अंर्तगत पापा का एक गाना तेरे बगैर और अपना एक गाना डूबा रहूं रिलीज किया था। इस साल हमारी योजना पापा के यूट्यूब चैनल से कम से दो नए गाने और अपने चैनल से तीन गाने रिलीज करने की है।
सवाल : कलाकारों के फिल्मी गानों से इंडेपेंडेंट गानों की तरफ झुकाव को किस तरह देखते हैं?
जवाब : समय के साथ-साथ इंडिपेंडेंट म्यूजिक की मांग भी बढ़ती जाएगी। पहले जहां एक फिल्म में तीन-चार गायक होते थे और आठ दस गानों के साथ उसका एलबम बनता था। अब फिल्मों की स्क्रिप्ट अलग लिखी जा रही हैं, बहुत सी फिल्मों में तो गाने ही नहीं होते हैं। ऐसे में इंडिपेंडेंट म्यूजिक बहुत जरूरी हो गया है। मौजूदा दौर में रैप और पॉप संगीत की लोकप्रियता को देखते हुए मैं कह सकता हूं कि देश का अगला सुपरस्टार कोई अभिनेता या अभिनेत्री नहीं बल्कि म्यूजिक इंडस्ट्री से होगा।
सवाल : इंडिपेंडेंट म्यूजिक में संगीतकारों पर विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी व्यू या लाइक्स बढ़ाने के आरोप भी लगते हैं...
जवाब : दुनिया के हर क्षेत्र में व्यवसायीकरण है, फिर वो फिल्में हो या संगीत या खेल जगत। आज एक गाने पर लाखों, करोड़ो रुपये निवेश किए जाते हैं। इसमें दो तरह की चीजें सामने आती हैं पहला बिना किसी के देखे पैसे देकर व्यूज बढ़वाना और दूसरा व्यूज बढ़ाने के लिए विज्ञापन चलवाना। विज्ञापन चलाने में मुझे कुछ भी गलत नहीं लगता, लेकिन अनैतिक तरीके से व्यूज और लाइक्स बढ़ाना सही नहीं है।
सवाल : आपके लिए व्यू और लाइक्स की संख्याएं कितना मायने रखती हैं?
जवाब : आज के दौर में यह संख्याएं बहुत जरूरी हो गई हैं। लोग यह मानते हैं कि अगर किसी गाने को दस करोड़ लोगों ने देखा है तो वह अच्छा ही होगा। पहले वीडियो पर 100-200 कमेंट्स आते थे, लेकिन अब हजारों कमेंट्स आते हैं। ऐसे में इतने सारे कमेंट्स को पढ़ना और उस पर काम करना आसान नहीं है। ऐसे में मैं बिना कमेंट्स पर ध्यान दिए अपनी क्रिएटिविटी के हिसाब से काम करता हूं।