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आमिर खान की आंखों के जादू से इस तरह सम्मोहित हैं टीवी कलाकार गुलफ़ाम

गुलफाम लाडो 2 से पहले मधुबाला, ख्वाबों के जमीन पर, नामकरण, इश्क का रंग सफेद, भाग्यलक्ष्मी, मिसेज कौशिक की पांच बहुएं, दीया और बाती हम और लिपस्टिक जैसे शो का हिस्सा रही हैं।

By Rahul soniEdited By: Published: Thu, 14 Dec 2017 06:13 PM (IST)Updated: Fri, 15 Dec 2017 11:56 AM (IST)
आमिर खान की आंखों के जादू से इस तरह सम्मोहित हैं टीवी कलाकार गुलफ़ाम
आमिर खान की आंखों के जादू से इस तरह सम्मोहित हैं टीवी कलाकार गुलफ़ाम

अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। गुलफाम खान कलर्स के शो लाडो 2 में नज़र आ रही हैं। वह शो में रज्जो के किरदार में हैं। इस किरदार को लेकर वह बहुत उत्साहित हैं। चूंकि लंबे समय के बाद उन्हें कोई ऐसा किरदार निभाने का मौका मिला है।

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गुलफाम खान ने अब तक के करियर में न सिर्फ धारावाहिकों में बल्कि फिल्मों में भी दमदार रोल निभाये हैं। उन्हें पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों ही किरदारों को निभाने के मौके मिलते रहे हैं। मिसेज कौशिक की पांच बहुओं में उनका किरदार खासतौर से लोकप्रिय हुआ था। हाल ही में उन्हें स्टार प्लस के शो नामकरण में भी अभिनय करने का मौका मिला। उनके किरदार को सराहा भी गया। गुलफाम उन चुनिंदा कलाकारों में से एक हैं, जिन्हें हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के परफेक्शनिस्ट खान यानि आमिर खान के साथ भी काम करने का अवसर मिला। फिल्म तलाश के दिनों को याद करते हुए गुलफाम बताती हैं कि मैंने फिल्म में एक बेहतरीन किरदार निभाया था। मुझे आज भी याद है कि मेरा पहला सीन था। उस सीन को लेकर सभी चिंतित थे कि वह सीन किस तरह शूट हो पायेगा। चूंकि वह फिल्म का महत्वपूर्ण सीन था। आमिर इससे पहले अपने शेडयूल की शूटिंग पूरी कर रहे थे तो वह काफी थके हुए थे। लेकिन वह वक्त पर ही पहुंचे। हमने एक साथ उस सीन की रिहर्सल की और इसके बाद हम शूट पर गये। फिर जब हम शूटिंग के लिए मुंबई के रेड लाइट एरिया में गये थे, मुझे याद है कि वहां कितनी भीड़ जमा हो गयी थी। सभी आमिर खान को देखने के लिए आये थे। मुझे याद है कि वह मेरे पास आये थे और उन्होंने मुझसे कहा कि चूंकि दृश्य वैसे थे, तो उन्होंने मुझे कंफर्टेबल होने को कहा। फिर उन्होंने मुझे सहज कराया, ताकि हम एक दूसरे के साथ अच्छे से परफॉर्म कर पायें। वह एक बड़े सुपरस्टार हैं। लेकिन जब वह सेट पर काम कर रहे होते हैं तो वह एक अच्छे को-स्टार होते हैं। वह खुद अपना बेस्ट देने की कोशिश नहीं करते, बल्कि अपने को-स्टार से भी बेस्ट पाने की गुंजाईश छोड़ते हैं और उन्हें पूरी छूट देते हैं।

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 गुलफाम कहती हैं कि आमिर की आंखें उनकी पर्सनॉलिटी में सबसे अधिक इंप्रेसिव हैं। वह अपनी आंखों से कमाल कर जाते हैं। गुलफाम कहती हैं कि मुझे उनके साथ काम करते हुए ऐसा लगता था कि जैसे मैं हिप्नोटाइज हो जाऊंगी। उनके बारे में मैं यही बात दोहराना चाहूंगी कि अदाकारी ऐसे करो कि पत्थर को भी रियेक्शन दे दो और को-स्टार ऐसे बनो कि पत्थर भी रियेक्शन दे दे। आमिर खान उनमें से ही एक हैं। तलाश के अलावा नागेश कुकुनूर के साथ भी गुलफाम ने काफी काम किया है, जिनमें मोड़ और लक्ष्मी जैसी फिल्में प्रमुख हैं। गुलफाम लाडो 2 से पहले मधुबाला, ख्वाबों के जमीन पर, नामकरण, इश्क का रंग सफेद, भाग्यलक्ष्मी, मिसेज कौशिक की पांच बहुएं, दीया और बाती हम और लिपस्टिक जैसे शो का हिस्सा रही हैं। 


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