The Super Mario Bros. Movie Review: बचपन की सुनहरी यादों में खोने को मजबूर करती है फिल्म, थ्रीडी रोमांच है जान
The Super Mario Bros. Movie Review 90 के दशक का पॉपुलर वीडियो गेम अब फिल्म की शक्ल में सिल्वर स्क्रीन पर आ गया है। मीरियो और ड्रैगन के मुठभेड़ की कहानी एक बार फिर बचपन की यादों में ले जाती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। 90 के दशक में लगभग हर बच्चे ने वीडियो गेम की शुरुआत मारियो के साथ की। गेम की थीम और ड्रैगन को खत्म कर जीतने की जद्दोजहद बच्चों को खूब पसंद आई। अब सालों बाद इस वीडियो गेम को सिल्वर स्क्रीन पर उतारा गया है।
गुजरते वक्त के साथ मारियो कही खो गया, लेकिन फिल्म द सुपर मारियो ब्रॉस मूवी एक बार फिर बचपन की उन सुनहरी यादों को जीने का मौका देती है। बच्चों के फेवरेट इस वीडियो गेम पर 1993 में भी एक फिल्म बनी थी।
वीडियो गेम से सिल्वर स्क्रीन पर मारियो
अब सालों बाद एक बार फिर मारियो की दुनिया को स्क्रीन पर लाया गया है। वीडियो गेम में जहां मारियो अकेले हर खतरे से लड़कर ड्रैगन तक पहुंचता है और उसे मारकर राजकुमारी को जीत लेता है। वहीं, द सुपर मारियो ब्रॉस मूवी अपने नाम के अनुसार दो भाइयों मारियो (क्रिस प्रैट) और लुइगी (चार्ली डे) की कहानी है।
फिल्म की कहानी
द सुपर मारियो ब्रॉस मूवी में लुइंग डार्क लैंड में जा गिरता है। भाई को बचाने के लिए मारियो अकेले पूरी फिल्म में कठिनाइयों से जूझता है, इस बीच उसकी मुलाकात राजकुमारी पीच (आन्या टेलर-जॉय) और उसके टोड्स (कीगन-माइकल के) से होती है, जो अपने राज्य को खत्म होने से बचाना चाहती है। फिल्म में विलेन बोउसर (जैक ब्लैक) है, जो पीच के किंगडम को तबाह करना चाहता है।
बड़ी जिम्मेदारियां संभालता मारियो
मारियो राजकुमार की भी मदद करता है। फिल्म में मारियो के कंधे पर दो बड़ी जिम्मेदारियां हैं। अब क्या वो राजकुमारी की मदद करने के साथ अपने भाई को बचा पाएगा ? फिल्म इसी सवाल के साथ आगे बढ़ती है, जिसका जवाब पाने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी। अगर आप भी बचपन की यादों को जीना चाहते हैं तो द सुपर मारियो ब्रॉस मूवी को एक बार देख सकते हैं।
थ्रीडी में रोमांच का तड़का
एरॉन हॉवर्थ और माइकल जेलेनिक के निर्देशन में बनी द सुपर मारियो ब्रॉस मूवी एक्शन और ड्रामा से भरपूर है। इसके साथ ही फिल्म वीडियो गेम के रोमांच को थ्रीडी में देखने का मौका देती है।
क्रिस प्रैट ने फूंकी जान
द सुपर मारियो ब्रॉस मूवी के लीड रोल मारियो की क्रिस प्रैट ने शानदार डबिंग की है। उनका नैरेशन फिल्म में जान डाल देता है। फिल्म का म्यूजिक 90 के दशक के वीडियो गेम की यादें ताजा करता है और बचपन को एक बार जीने का मौका देता है।
बस रह गई ये कमी
द सुपर मारियो ब्रॉस मूवी की कमी की बात करें तो फिल्म कई जगह पर लॉजिक के मामले में मात खाती है। फिल्म की कहानी ज्यादा उलझी नहीं हुई है तो इसे देखने में ज्यादा दिमाग लगाने की जरूरत भी नहीं। यानी तर्क को थोड़ा साइड में रखकर 92 मिनट की इस फिल्म को एंजॉय किया जाए तो ये देखने वाले को एंटरटेन करने के साथ-साथ बचपन की पुरानी यादों में ले जाने का काम अच्छे से करती है।
फिल्म: द सुपर मारियो ब्रॉस मूवी
रेटिंग: 2.5
कास्ट (डबिंग): क्रिस प्रैट, आन्या टेलर-जॉय, चार्ली डे, जैक ब्लैक, कीगन-माइकल के, सेथ रोजन
डायरेक्टर: एरॉन हॉवर्थ और माइकल जेलेनिक
समय: 1 घंटे 32 मिनट
भाषा: इंग्लिश, हिंदी