नई दिल्ली, जेएनएन। कहा जाता है कि प्यार के बिना जीवन कुछ भी नहीं है और प्यार किसी की जाति और धर्म के आधार पर नहीं होता है। लेकिन जब बात इंटरकास्ट शादी की हो तो पूरा जमाना ही दुश्मन बन जाता है। लव बर्ड्स को कैसे अपने ही परिवार और खानदान को मनाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी है। ऐसे ही प्यार की कहानी है 'शुभ निकाह', जो सिनेमाघरों में शुक्रवार, 17 मार्च को रिलीज हो रही है। अगर आप भी इस लव स्टोरी को देखने का मन बना रहे हैं, तो पहले यहां पढ़ लें फिल्म का रिव्यू...

कहानी

शुभ निकाह' हिंदू लड़के मुन्ना उर्फ मुन्ना लाल मिश्रा और मुस्लिम लड़की जोया खान की प्रेम कहानी पर आधारित एक संवेदनशील फिल्म है। जिसे जिसमें अलग-अलग मजहबों और संस्कृतियों के संगम को  खूबसूरती के साथ पेश करने की कोशिश की गई  है। शुभ निकाह में दिखाया गया है कि कैसे हिंदू परिवार के लड़के मुन्ना और मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखने वाली जोया को एक-दूसरे से प्यार तो हो जाता है मगर दोनों को अपने प्यार में आने वाली बाधाओं और परेशानियों का इल्म तक नहीं होता है। दोनों को इस बात का कतई अंदाजा नहीं होता है कि दो अलग धर्मों से जुड़े होने के नाते दोनों के परिवार वालों कितनी बुरी तरह से दोनों के पीछे पड़ जाएंगे और प्यार के चक्कर में दोनों के जान के लाले पड़ जाते हैं।

डायरेक्शन

फिल्म के लेखक और निर्देशक अरशद सिद्दीकी ने इस साधारण सी लगने वाली कहानी को बड़े ही रोचक ढंग से पेश किया है। उन्होंने फिल्म की कहानी को कुछ इस तरह से पेश किया ये अंत तक बांधे रखती है। फिल्म जितनी संजीदा है, उतने ही मजेदार पल भी हैं।

एक्टिंग

'शुभ निकाह' के तमाम कलाकारों ने ठीक ठाक ही काम किया है। जोया के रोल में आक्षा पार्दसनी और मुन्ना के किरदार में रोहित विक्रम ने अपने किरदार को किसी तरह निभा गए। हालांकि मुन्ना के पिता के रोल में गोविंद नामदेव की जितनी तारीफ की जाए, कम ही होगी।

फिल्म का नाम: शुभ निकाह

कलाकार : आक्षा पार्दसनी, रोहित विक्रम, अर्श संधू, गोविंद नामदेव

लेखक व निर्देशक : अरशद सिद्दीकी

निर्माता : भूपेंद्र सिंह संधू, अर्पित गर्ग

प्रस्तुतकर्ता : ब्रांडेक्स एंटरटेनमेंट और अर्श संधू प्रोडक्शन्स

रेटिंग :  (2.5/5)

Edited By: Ruchi Vajpayee