कॉमेडी से बनाऊंगा नयी पहचान: सोनू सूद
मुंबई। फराह खान की फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' में एक्शन से इतर सोनू सूद दिखाएंगे कॉमेडी अंदाज 'हैप्पी न्यू ईयर' में आपका किरदार किस किस्म की खुशियां या गम बिखेरता है? मेरे किरदार का नाम जैग है। वह एक्स आर्मी मैन है। भूतपूर्व इसलिए क्योंकि उससे सुनने की ताकत चली गई थी तो उस
मुंबई। फराह खान की फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' में एक्शन से इतर सोनू सूद दिखाएंगे कॉमेडी अंदाज
'हैप्पी न्यू ईयर' में आपका किरदार किस किस्म की खुशियां या गम बिखेरता है?
मेरे किरदार का नाम जैग है। वह एक्स आर्मी मैन है। भूतपूर्व इसलिए क्योंकि उससे सुनने की ताकत चली गई थी तो उसे नौकरी छोड़नी पड़ी। जिंदगी ने उसे दूसरे गम भी दिए हैं, मगर उसे कोई शिकवा नहीं। उसकी हरकतें गंभीर होती हैं, मगर उसे देख लोगों को हंसी आती है।
इस प्रोजेक्ट से जुड़ने की कहानी साझा करना चाहेंगे?
मैं बैंकॉक में 'एंटरटेनमेंट' की शूटिंग कर रहा था। उस दरम्यान मुझे पता चला कि इस फिल्म के लिए कलाकारों का चयन हो चुका है, बस जैग की कास्टिंग बाकी थी। मैंने फराह खान को फोन कर कहा कि आप मेरे बिना यह फिल्म कैसे कर सकती हैं? उन्होंने कहा कि तुम तो साउथ की फिल्मों में बिजी रहते हो, इसलिए हमने तुम्हें संपर्क नहीं किया। मैंने फिर दूसरी फिल्मों के डेट्स में तब्दीली की और इस फिल्म के लिए खुद को पूरी तरह समर्पित कर दिया।
यानी हम 'दबंग' और 'हैप्पी न्यू ईयर' को आपके कॅरियर की सबसे अहम फिल्में कह सकते हैं?
वे दोनों मेरे कॅरियर के अहम फेज हैं। सच कहूं तो 'हैप्पी न्यू ईयर' तो मुझे 'दंबग' के चलते मिली। उस फिल्म में 'मुन्नी बदनाम हुई' को फराह खान ने ही कोरियोग्राफ किया था। उसी समय से उनसे मेरी काफी अच्छी दोस्ती हो गई।
फिल्म में इंडियावाले संबोधन का क्या मतलब है?
यह छह लोगों के साहसिक कारनामे की कहानी है। वे अपने कारनामों से कैसे हिंदुस्तान का सिर गर्व से ऊंचा करते हैं, फिल्म उस बारे में है। फिर यह छह लूजर्स की कहानी है, जो जाने-अनजाने ऐसा काम कर जाते हैं, जिसे बड़े-बड़े महारथी तक नहीं कर पाते।
यहां से आपका कॅरियर किस दिशा में जाता दिख रहा है?
लोगों ने अब तक मुझे एक्शन करते ही देखा है। अब से लोगों को मेरा कॉमिक अवतार भी देखने को मिलेगा।
इस बार की गणपति कैसी रही?
बप्पा की हमारे ऊपर कृपा है। वे बीते 15 बरसों से हमारे घर आ रहे हैं। उनकी पूजा बड़े विधि विधान से होती है। उतनी मुझे नहीं आती, लेकिन मेरे मन में अपार श्रद्धा भाव हैं। मैं चाहता हूं कि बप्पा मेरे घर हमेशा आते रहें।
लाइफ का सबसे बड़ा कॉम्पलीमेंट क्या है?
जया बच्चन जी का। उन्होंने एक बार कहा था कि मैं उन्हें युवा अमिताभ की याद दिलाता हूं। मैं इसे अपने लिए सबसे बड़ा कॉम्पलीमेंट मानता हूं।
(अमित कर्ण)