श्रुति हासन ने वेब शो ‘बेस्टसेलर’ को लेकर की मुलाकात, पापा कमल हासन को लेकर कही ये बड़ी बात
मल्टीटैलेंटेड एक्ट्रेस श्रुति हासन जल्द ही वेब शो ‘बेस्टसेलर’ के जरिए डिजिटल प्लेटफार्म पर अपना डेब्यू करने जा रही हैं। उनका यह वेब शो 18 फरवरी को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज होगा। अपने इस प्रोजेक्ट को लेकर श्रुति हासन ने इंटरव्यू के दौरान कई किस्से बताए।
दीपेश पांडेय, जेएनएन। महिला केंद्रित प्रोजेक्ट करने को इच्छुक अभिनेत्री श्रुति हासन 18 फरवरी को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो रहे वेब शो ‘बेस्टसेलर’ में नजर आएंगी। इस प्रोजेक्ट, करियर और पिता कमल हासन से मिले अनुभवों को लेकर श्रुति ने जागरण डॉट कॉम के साथ इंटरव्यू में अपने विचार साझा किए।
‘बेस्टसेलर’ शो को चुनने का कारण श्रुति बताती हैं, ‘मैंने इससे पहले कोई खास महिला केंद्रित प्रोजेक्ट नहीं किया था। पिछले साल मैंने डिजिटल प्लेटफार्म के लिए दो छोटे-छोटे प्रोजेक्ट किए थे। मुझे यह प्लेटफार्म बहुत पसंद है। मैंने पहले ही सोच लिया था कि अगर मैं डिजिटल प्लेटफार्म पर डेब्यू करूंगी तो किसी महिला केंद्रित प्रोजेक्ट से ही करूंगी। इस किरदार में एक अलग किस्म का करिश्मा है।’
निजी अनुभव से मिली मदद
इस शो में लेखिका नीतू माथुर का किरदार निभा रही श्रुति खुद भी लेखन में सक्रिय रही हैं। वह बताती हैं, ‘फिल्म ‘लक’ से डेब्यू करने के पहले मैं गाने ही लिखती थी। लेखन से मैं बहुत पहले से ही जुड़ी रही हूं, अब मैं गाने लिखने के अलावा भी अन्य चीजें आजमा रही हूं। इसके अलावा मैं मनोविज्ञान की स्टूडेंट रह चुकी हूं। मैंने उसे पूरा नहीं किया, लेकिन शुरुआत जरूर की थी। मुझे हमेशा से ही लोगों की मानसिकता जानने में दिलचस्पी रही है। इन सब अनुभवों से मुझे इस शो के किरदार की मानसिकता समझने और उसे अच्छी तरह निभाने में मदद मिली।’
शगुन हैं मिथुन
हिन्दी डेब्यू फिल्म ‘लक’ के बाद इस डेब्यू वेब सीरीज में भी अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के साथ काम करने पर श्रुति कहती हैं, ‘12 साल बाद मिथुन दा के साथ काम करना वास्तव में बहुत उत्साहजनक है। उनके साथ काम करना आशीर्वाद की तरह लगता है, वह इस उम्र में भी नई चीजों के बारे में जानने के लिए बहुत उत्सुक रहते हैं। वह मेरी डेब्यू फिल्म में भी थे और डेब्यू वेब सीरीज में भी हैं, उनका रहना मेरे लिए एक शगुन सा लगता है। ‘लक’ के सेट पर मिथुन दा ने मुझसे कहा भी था कि जिस फिल्म की हीरोइन मेरे साथ डेब्यू करती है, वो बहुत वर्षों तक काम करती है। अब देखिए पिछले 12 साल से इंडस्ट्री में सक्रिय हूं।’
खुद लेती हूं अपने निर्णय
काम और करियर संबंधी विषयों पर पिता कमल हासन से सलाह-मशविरा लेने पर श्रुति कहती हैं, ‘मैं उनकी सलाह और सुझाव जरूर लेती हूं, लेकिन निर्णय हमेशा खुद लिए हैं। उन्होंने हमेशा से मुझे और मेरी बहन को पूरी स्वतंत्रता दी है कि तुम्हारी जिंदगी है, इसकी जिम्मेदारी खुद लो। मैं उनसे जीवन की परिस्थितियों को संभालने को लेकर सुझाव लेती हूं। जब प्रोफेशन की बात आती है तो सारे निर्णय खुद लेती हूं। मैं या मेरी बहन, हमने उनका नाम सिर्फ एक आशीर्वाद की तरह साथ रखा और करियर में अपनी मेहनत से करियर में आगे बढ़ रहे हैं।’
बदल रहा है हिंदी सिनेमा
हाल ही में श्रुति ने बयान में कहा कि हिंदी सिनेमा की अपेक्षा तेलुगु और तमिल सिनेमा में उनकी कला का बेहतर उपयोग हुआ। इस पर स्पष्टीकरण देते हुए वह कहती हैं, ‘मुझसे पूछा गया वह सवाल अलग था, जवाब अलग तरीके से प्रयोग किया गया है। मेरा जवाब हिंदी सिनेमा इंडस्ट्री को नीचा दिखाने के लिए नहीं था। अब हिंदी सिनेमा पूरी तरह से बदल रहा है, लेकिन पैन इंडिया फिल्म ‘सालार’ की बात करें तो वह पहले तेलुगु दर्शकों के नजरिए से बन रही है, फिर पैन इंडिया फिल्म बनेगी। पहले लोग कहते थे कि आप हिंदी फिल्में नहीं करोगी तो लोग आपको भूल जाएंगे। मैं तमिलनाडु में पली-बढ़ी हूं, आंध्र प्रदेश हमारा पड़ोसी राज्य है, मुंबई भी मेरा घर है, क्योंकि मम्मी तो मुंबई से हैं। तो मुझे बुरा लगा कि लोगों की सोच आखिर ऐसी क्यों है कि हिंदी फिल्मों में आ गई तो हमेशा हिंदी फिल्में ही करती रहूंगी। मुझे तमिल और तेलुगु में अच्छी फिल्में और किरदार मिल रहे थे, तो मैंने वो फिल्में भी कीं। मैंने कई बड़ी हिंदी फिल्में भी कीं, लेकिन शायद उस वक्त मुझसे तीनों भाषाओं की फिल्मों के बीच बैलेंस हो नहीं पाया था। इसी संदर्भ में मैंने वह बयान दिया था।’