अब मेरे पास विकल्प हैं कि मैं जो भी करूंगा लोग मुझे स्वीकार करेंगे-अभिनेता चंद्रचूड़ सिंह
अब आप निगेटिव पाजिटिव कामेडी और ग्रे सभी रोल कर सकते हैं और दर्शक भी आपको हर किरदार में स्वीकार करते हैं। सिनेमा में यह एक नयापन आया है कि कलाकार को उसकी इमेज से नहीं बल्कि उसके काम की मेरिट से पहचाना जाए।
दीपेश पांडेय, मुंबई: माचिस और जोश फिल्मों के अभिनेता चंद्रचूड़ सिंह ने साल 2020 में वेब सीरीज आर्या से अपने करियर की दूसरी पारी शुरू की थी। अब वह डिज्नी प्लस हाट स्टार पर आज (दो सितंबर) रिलीज हो रही फिल्म कठपुतली में पुलिस अधिकारी के किरदार में नजर आएंगे...
करीब पाचं वर्षों के अंतराल पर फिल्म रिलीज को लेकर क्या उत्सुकता है?
फिलहाल तो थोड़ी सी नर्वसनेस और थोड़ी सी उत्सुकता दोनों हैं। कई वर्षों के बाद कोई फिल्म आ रही है, तो अच्छा लगता है। मुझे इस फिल्म की कहानी बहुत अच्छी लगी और इसमें मेरा किरदार बहुत अहम है। हर प्रोजेक्ट मैं यह देखकर करता हूं कि उसके बारे में मेरा दिल क्या कह रहा है? इस फिल्म में कई वर्षों बाद अक्षय सर (अक्षय कुमार) के साथ काम करने का मौका मिला, हालांकि इससे पहले भी कुछ मौके बने थे, लेकिन कुछ चीजें तभी होती है, जब उनका होना लिखा होता है। इसमें मैं एक पुलिस अधिकारी का किरदार निभा रहा हूं, जो कि फैमिली मैन (पारिवारिक इंसान) है। वह ऊपर से सख्त पर अंदर से नरम स्वभाव वाला है।
क्या फिल्म साइन करते वक्त आपको पता था कि यह तमिल फिल्म रत्सासन की रीमेक है?
मुझे ऐसा कुछ पता नहीं था, मैंने जब कहानी सुनी तो मुझे ओरिजनल लगी। अब मुझे सुनने में आया कि यह रीमेक फिल्म है। मैंने मूल फिल्म देखी नहीं है तो रीमेक के बारे में मैं कुछ कह नहीं सकता हूं। मैं स्पान्टेनियस (नैसर्गिक) एक्टर हूं। इस किरदार में मैंने अपनी जिंदगी अनुभवों के आधार पर परफार्म करने की कोशिश की है। मैंने फिल्म रिलीज प्लेटफार्म के बारे में भी ज्यादा नहीं सोचा। बस ये देखा कि अच्छी फिल्म बन रही है और मैं कई वर्षों के बाद कोई फिल्म कर रहा हूं।
वेब सीरीज आर्या से मिली सराहना के बाद आपसे ज्यादा काम की उम्मीदें थीं, उस दिशा में कुछ चीजें आगे बढ़ीं या अभी अच्छे प्रस्तावों का इंतजार है?
अच्छे आफर्स भी आए और सामान्य आफर्स भी आए, दोनों तरह की चीजें हुर्इं। मैं थोड़ा कम काम करता हूं, लेकिन अच्छी क्वालिटी का काम करना चाहता हूं। मुझे जो अच्छे आफर्स मिले, उनमें से कुछ पर काम चल रहा है, उनमें से कठपुलती सबसे पहले रिलीज हुई। जब अन्य प्रोजेक्ट्स आएंगे, तब उनके बारे में बात करना उचित होगा।
बीते कुछ वर्षों में सिनेमा तथा दर्शकों दोनों में बदलाव आया है, तो क्या काम को लेकर आपने भी नजरिया बदला है?
आजकल इंसान के पास कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्लेटफाम्र्स पर अपनी पसंद की चीजें चुनने का विकल्प है। अब कलाकार किसी खास इमेज से नहीं बंधे हैं। पहले कलाकार इमेज से बंध जाते हैं, लोगों को पता होता था कि फलां एक्टर है तो वह किस तरह के रोल में होगा। अब आप निगेटिव, पाजिटिव, कामेडी और ग्रे सभी रोल कर सकते हैं और दर्शक भी आपको हर किरदार में स्वीकार करते हैं। सिनेमा में यह एक नयापन आया है कि कलाकार को उसकी इमेज से नहीं, बल्कि उसके काम की मेरिट से पहचाना जाए।
आपकी रोमांटिक चाकलेटी हीरो वाली इमेज पर इन बदलावों का कितना असर हुआ?
हाल ही में मेरी एक वेब सीरीज दिल बेकरार रिलीज हुई थी, उसमें मैंने निगेटिव भूमिका निभाई थी। इससे पहले फिल्म दाग: द फायर में भी मेरे किरदार में निगेटिव शेड्स थे। अब मेरे पास निगेटिव, कामिक और गुड ब्वाय हर तरह के आफर आ रहे हैं। (हंसते हुए) हालांकि अब मैं ब्वाय नहीं, मिडिल एज में हूं। पहले जो मैं एक इमेज में बंधा हुआ था, अब वैसा नहीं है। अब मेरे पास विकल्प हैं कि मैं जो भी करूंगा लोग मुझे स्वीकार करेंगे। मैं जो भी करूंगा एक दायरे में करूंगा, अच्छा करूंगा।
क्या उम्र बढऩे से भी सिर्फ अपनी इमेज से अलग किरदारों के बारे में सोचने और उन्हें पाने में मदद मिलती है?
उम्रदराज होने पर और भी मौके मिलते हैं। हाल ही में कमल हासन साहब की फिल्म विक्रम रिलीज हुई, जिसमें उन्होंने जबर्दस्त एक्शन किया है। जब आपको अलग-अलग किरदार निभाने के मौके मिलते हैं तो आप उसमें अपने जीवन के अनुभव भी डाल सकते हैं। आप जितना जीते हैं, उतना ही जिंदगी घोल के पीते हैं। आप अपनी कला में उन अनुभवों को उतनी ही अच्छी तरह से व्यक्त कर सकते हैं। इसके लिए अमिताभ बच्चन साहब सबसे बड़े उदाहरण है। वह हर तरह का काम कर रहे हैं।
इंटरनेट प्लेटफाम्र्स पर लोग अक्सर आप और कांग्रेसी नेता शशि थरूर के लुक्स की समानताओं के बीच भ्रमित दिखते हैं...
(हंसते हुए) जी, कई लोग कहते हैं तो शायद काफी कुछ मिलता होगा। वो राजनेता हैं, मैं अभिनेता हूं। बहुत पहले उनसे एक-दो बार मिलना हुआ है। मैंने भी देखा है कई लोग तुलना कर रहे हैं। मैं तो उन्हीं के कालेज सेंट स्टीफेन से पढ़ा हुआ हूं। अंग्रेजी भी ठीक-ठाक बोल लेता हूं। अगर कभी उनका किरदार निभाना हुआ तो मुझे ज्यादा प्रैक्टिस नहीं करनी पड़ेगी। अगर कुछ तैयारी की जरूरत पड़ी भी तो कर लूंगा।