Raksha Bandhan की 'लम्बाई' बिगाड़ सकती है 'लाल सिंह चड्ढा' का खेल, क्या शुरुआती कलेक्शंस पर पड़ेगा असर?
Laal Singh Chaddha Vs Raksha Bandhan पैनडेमिक के बाद फूंक-फूंककर कदम रख रही हिंदी फिल्म इंडस्ट्री अर्से बाद इतने बड़े मुकाबले की चश्मदीद बन रही है। दो बड़े कलाकार और बड़ी फिल्में। नजर सिर्फ फैंस की ही नहीं ट्रेड की भी टिकी हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। Laal Singh Chaddha Vs Raksha Bandhan: बॉक्स ऑफिस पर हिंदी फिल्मों की हालत अच्छी नहीं चल रही है। कई फिल्में उम्मीद के मुताबिक कारोबार नहीं कर सकी हैं। ऐसे में अब सबकी नजरें 11 अगस्त को रिलीज हो रहीं रक्षा बंधन और लाल सिंह चड्ढा पर है।
ये दोनों फिल्में ही इस साल की मोस्ट अवेटेड फिल्मों में भी शामिल हैं। अक्षय कुमार की इस साल तीसरी रिलीज है, जबकि आमिर खान की चार सालों में यह पहली रिलीज है। दोनों फिल्मों का जबरदस्त प्रमोशन भी चल रहा है।अभी यह कहना मुश्किल है कि कौन-सी फिल्म ओपनिंग डे और वीकेंड कलेक्शंस में बाजी मारेगी, मगर एक फैक्टर ऐसा है, जिसके चलते रक्षा बंधन लाल सिंह चड्ढा पर भारी पड़ती दिख रही है।
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'लाल सिंह चड्ढा' से छोटी है 'रक्षा बंधन'
यह पहलू है फिल्म की अवधि, जिसका सीधा असर प्रतिदिन शोज की संख्या पर पड़ता है। जिस फिल्म की अवधि अधिक होती है, उसे शोज की संख्या कम रहती है और जिसकी अवधि कम रहती है, उसे ज्यादा शोज मिल जाते हैं। इन शोज की संख्या से फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन तय होता है। अगर टिकटों की कीमत समान रहे तो जिस फिल्म के शोज अधिक होंगे, उसका नेट कलेक्शन भी अधिक होगा। अगर इस पैमाने के हिसाब से देखें तो रक्षा बंधन, लाल सिंह चड्ढा पर भारी पड़ेगी, क्योंकि लाल सिंह चड्ढा की अवधि राक्षा बंधन से लगभग एक घंटा अधिक है।
Pune, it’s always a pleasure coming here. Thank you Sri Balaji University for giving Team #RakshaBandhan the warmest welcome🙏🏻 Mazaa aa gaya! pic.twitter.com/OVodIRBDGc— Akshay Kumar (@akshaykumar) August 3, 2022
लाल सिंह चड्ढा को मिले सेंसर सर्टिफिकेट के मुताबिक फिल्म 164.50 मिनट यानी 2 घंटा 44 मिनट 50 सेकंड लम्बी है। वहीं, रक्षा बंधन महज 110 मिनट यानी 1 घंटा 50 मिनट ही लम्बी है। 54 मिनटों का यह अंतर रक्षा बंधन को शोज के मामले में बढ़त दिलवा सकता है। इस आधार पर कोई बड़ी बात नहीं कि रक्षा बंधन ओपनिंग कलेक्शंस में बाजी मार ले जाए। हालांकि, अंतिम कलेक्शन फिल्मों की क्वालिटी और दर्शकों के मिजाज पर निर्भर करेगा।
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सेंसर सर्टिफिकेट की केटेगरी का भी पड़ेगा असर
सेंसर बोर्ड ने दोनों फिल्मों को जिन केटेगरीज में सर्टिफाई किया है, वो भी अहम है। लाल सिंह चड्ढा को यहां U/A केटेगरी में वर्गीकृत किया गया है, वहीं रक्षा बंधन को U सर्टिफिकेट दिया गया है। इसका मतलब यह हुआ कि रक्षा बंधन बच्चों से लेकर बड़े तक बिना हिचक देख सकते हैं। वहीं, लाल सिंह चड्ढा को 12 साल की उम्र से कम बच्चे अभिभावकों के साथ देखेंगे। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) के अनुसार, U सर्टिफिकेट का मतलब होता है- Unrestricted Public Exhibition और UA का मतलब होता है- Unrestricted Public Exhibition Subject To Parental Guidance For Children Below The Age of 12.
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फिल्मों की रिलीज में अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। ऐसे में दोनों ही फिल्मों का जोरशोर से प्रचार किया जा रहा है। अक्षय और आमिर अपनी-अपनी टीमों के साथ फिल्म को अधिक से अधिक दर्शकों तक ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। रक्षा बंधन का निर्देशन आनंद एल राय ने किया है, जबकि हॉलीवुड फिल्म फोरेस्ट गम्प की रीमेक लाल सिंह चड्ढा के निर्देशक अद्वैत चंदन हैं। दोनों ही सेंसिबल डायरेक्टर माने जाते हैं।