बुढ़ापे की शरारतों पर बरसा प्यार, 102 Not Out के कलेक्शंस में दूसरे दिन आया सुधार
उमेश शुक्ला ने इस फ़िल्म में अमिताभ की अदाकारी के उसी पहलू को एक्सप्लोर किया है। फ़िल्म की कहानी एक गुजराती नाटक से ली गयी है, जिसे सौम्या जोशी ने लिखा है।
मुंबई। बुढ़ापे का जश्न मनाती 102 साल के बुजुर्ग की मासूम शरारतें और उसके 70 साल के बेटे की कहानी पर दूसरे दिन दर्शकों ने अपना प्यार बरसाया, जिसके चलते 102 नॉट आउट के कलेक्शंस में ज़ोरदार उछाल आया।
शुक्रवार को सिनेमाघरों में पहुंची फ़िल्म को महज़ 3.52 करोड़ की ओपनिंग मिली थी, लेकिन दूसरे दिन यानि पहले शनिवार को आंकड़ों में लगभग 57 फीसदी की जंप दर्ज़ की गयी और फ़िल्म ने 5.53 करोड़ का कलेक्शन किया। रविवार को भी ये बढ़ोत्तरी बरकरार रहने की संभावना है। माउथ पब्लिसिटी की बदौलत 102 नॉट आउट धीरे-धीरे दर्शकों का प्यार पाने में कामयाब हो रही है। उमेश शुक्ला निर्देशित फ़िल्म में अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की जोड़ी 27 साल बाद साथ लौटी है, मगर इस बार दोनों के बीच पर्दे का रिश्ता बदल गया है। अमिताभ 102 साल के बुजुर्ग के रोल में हैं, जबकि ऋषि उनके बेटे का किरदार निभा रहे हैं।
हिंदी सिनेमा में ऐसी कई फ़िल्में आयी हैं, जब फ़िल्म के नायक पिता-पुत्र हों, मगर ऐसे बहुत कम मौक़े आये हैं, जब फ़िल्म के दोनों नायक इतने उम्रदराज़ हों। शायद यही खूबी 102 नॉट आउट को दिलचस्प बनाती है। अमिताभ ने भी कई फ़िल्मों में पिता का किरदार निभाया है। अपने करियर के स्वर्णिम काल में भी बिग बी पिता बनकर पर्दे पर आये हैं, मगर 102 साल के पिता वो पहली बार बने हैं। उमेश शुक्ला ने इस फ़िल्म में अमिताभ की अदाकारी के उसी पहलू को एक्सप्लोर किया है। फ़िल्म की कहानी एक गुजराती नाटक से ली गयी है, जिसे सौम्या जोशी ने लिखा है।
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