आखिर क्यों नरगिस दत्त को लगा था कि बेटा संजय दत्त कहीं गे तो नहीं है? ये है पूरा किस्सा
संजय की बहन नम्रता ने संजय की बायोग्राफी में बताया था कि कभी-कभी संजय की हरकतों से मां भी परेशान हो जाती थीं। इतना ही नहीं वह कभी-कभी तो तंग आकर वो संजय को उल्लू और गधा तक बोल देती थीं।
नई दिल्ली, जेएनएन। संजय दत्त अपनी मां नरगिस दत्त के बहुत करीब थे। नरगिस और सुनील दत्त के तीन बच्चों में सबसे बड़े संजय ने 22 साल की उम्र में अपनी मां को खो दिया। संजय की बहन नम्रता ने संजय की बायोग्राफी में बताया था कि कभी-कभी संजय की हरकतों से मां भी परेशान हो जाती थीं। इतना ही नहीं, वह कभी-कभी तो तंग आकर वो संजय को उल्लू और गधा तक बोल देती थीं।
क्यों मां को लगा कि कहीं गे तो नहीं संजय?
यासर उस्मान की किताब संजय दत्त: द क्रेजी अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ बॉलीवुड्स बैड बॉय में नम्रता ने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया है कि संजय की एक हरकत से मां को शक हो गया था कि कहीं वो गे तो नहीं हैं? एक दिन अपनी एक दोस्त से बात करते हुए उन्होंने कहा था- संजय अपने दोस्तों के साथ कमरे में बंद होकर क्या करता है, कुछ बात है क्या? आशा है कि वो गे नहीं है।
नरगिस आंख बंद करके संजय पर करतीं थीं भरोसा
बुक में प्रिया दत्त ने कहा था कि नरगिस, संजय पर आंख बंदकर भरोसा करती थीं। वह यकीन ही नहीं करती थीं कि संजय ड्रग्स लेता है। जब कुछ लोगों ने मां को संजय के बारे में बताया तो वो कहती थीं, मेरा बेटा कभी शराब नहीं पीता और ना ही उसने कभी ड्रग्स के हाथ भी लगाया है। बता दें कि एक समय ऐसा आया जह संजय दत्त को ड्रग्स की लत लग गई थी।
मां संजय को भेजा था ये आखिरी मैसेज
संजय को अपनी मां का आखिरी मैसेज उनके निधन के 2 साल बाद मिला था जिसे सुनने के बाद संजय बहुत रोया था। नरगिस ने कहा था, 'संजू हमेशा विनम्र रहना, कभी कुछ बुरा मत करना, हमेशा अपने से बड़ों की इज्जत करना। ये चीजें तुम्हें बहुत आगे तक ले जाएगी और तुम्हें इससे काफी ताकत मिलेगी।'