'Theory Of Evolution' का श्रेय चार्ल्स डार्विन को नहीं बल्कि महर्षि वेद व्यास को दिया जाना चाहिए : नितीश भारद्वाज
Theory Of Evolution नितीश भारद्वाज कहते है कि महर्षि वेद व्यास को न की चार्ल्स डार्विन को विकास के सिद्धांत का श्रेय देना चाहिए।
नई दिल्ली, जेएनएनl 'विष्णु पुराण' की ख्याति पर नीतीश भारद्वाज कहते हैं कि चार्ल्स डार्विन ने नहीं बल्कि वेद व्यास ने 'विकासवाद के सिद्धांत' (Theory Of Evolution) की खोज की। पूरी कहानी यहां पढ़िए। नितीश भारद्वाज एक अत्यधिक प्रतिष्ठित टेलीविजन पर्सनालिटी हैं। वह 'महाभारत' और 'विष्णु पुराण' में अपने काम के लिए जाने जाते है। नीतीश एक बहुआयामी व्यक्तित्व हैंl वह एक पशु चिकित्सक, राजनीतिज्ञ और निर्माता भी हैं। COVID-19 लॉकडाउन के बीच महाभारत शो के लोकप्रिय पात्र 'कृष्ण' सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय हैं।
वह अपने प्रशंसकों के साथ बातचीत करने के लिए वीडियो पोस्ट करते रहते हैं। 'Theory Of Evolution' पर नीतीश भारद्वाज की राय सोशल मीडिया पर नीतीश भारद्वाज का एक वीडियो सबसे ज्यादा चर्चा में है। इस वीडियो में नितीश इस बारे में बात कर रहे है कि कैसे तथ्यों के आधार पर महर्षि वेद व्यास को न की चार्ल्स डार्विन को 'विकास के सिद्धांत' ('Theory Of Evolution') के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। जो नहीं जानते उनके लिए महर्षि वेद व्यास आदिकवि हैं जिन्होंने महाभारत की रचना की। जिसे हिंदू पुराणों और वेदों का गुरु माना जाता है। दूसरी ओर चार्ल्स डार्विन प्रसिद्ध प्रकृतिवादी, भूविज्ञानी और जीवविज्ञानी हैं। डार्विन को अक्सर उनके 'विकास के सिद्धांत' के लिए श्रेय दिया जाता है। तो आइए वीडियो को देखें और समझें कि नीतीश भारद्वाज का विष्णु पुराण पर क्या कहना है।
COVID-19 के बीच वह व्यापक लॉकडाउन के बारे में बात करना शुरू करते है। उन्होंने इस तथ्य पर भी प्रकाश डाला कि उनका शो विष्णु पुराण दूरदर्शन टेलीविजन पर वापस आ गया है। उन्होंने पौराणिक शो में कृष्ण की भूमिका निभाई। नीतीश भारद्वाज 'विकास के सिद्धांत’ के बारे में अपनी राय के बारे में बात करना शुरू करते हैं और बताते है कि कैसे महर्षि वेद व्यास को इसका श्रेय दिया जाना चाहिए क्योंकि यह वे ही थे जिन्होंने विष्णु के विभिन्न अवतारों पर प्रकाश डालते हुए 3000 साल पहले विष्णु पुराण लिखा था। महाभारत के अभिनेता के अनुसार वेद व्यास को महाभारत का महाकाव्य लिखने के बाद उन्होंने 19 महा पुराण लिखना शुरू किया और उनमें से एक विष्णु पुराण है।
विष्णु पुराण में नीतीश भारद्वाज के अनुसार वेद व्यास ने जलीय जीवन से मानव के पूर्ण विकसित होने की दिशा में बात की। वास्तव में विष्णु पुराण एक व्यक्ति की शारीरिक, सामाजिक और बौद्धिक विशेषताओं पर प्रकाश डालता है। दूसरी ओर चार्ल्स डार्विन ने 19 वीं शताब्दी में 'थ्योरी ऑफ़ इवोल्यूशन' की खोज की, जो कि हजारों साल बाद है, वेद व्यास ने विष्णु पुराण लिखा था। नीतीश भारद्वाज ने यह भी कहा कि भले ही थ्योरी ऑफ इवोल्यूशन का श्रेय चार्ल्स डार्विन को दिया जाता हैl आदर्श रूप से इसे महर्षि वेद व्यास दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह उनकी निजी राय है।