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'घंटी बजाओ' विवाद में अब कूदीं ट्विंकल खन्ना, बताया अक्षय कुमार के कहने का मतलब

ट्विंकल की इस पोस्ट के बाद भी ट्विटर पर बहस छिड़ गई और कुछ लोगों ने उनके पक्ष में बात की तो कुछ नसीहत देते नज़र आये।

By Manoj KhadilkarEdited By: Published: Sun, 29 Oct 2017 06:37 PM (IST)Updated: Mon, 30 Oct 2017 12:28 PM (IST)
'घंटी बजाओ' विवाद में अब कूदीं ट्विंकल खन्ना, बताया अक्षय कुमार के कहने का मतलब
'घंटी बजाओ' विवाद में अब कूदीं ट्विंकल खन्ना, बताया अक्षय कुमार के कहने का मतलब

मुंबई। छोटे परदे का शो द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज यूं तो हंसी-मज़ाक के लिए शुरू किया गया था लेकिन पिछले कुछ दिनों से इस शो में अक्षय कुमार के किये गए कमेंट को लेकर ऐसा हंगामा मचा हुआ है कि कॉमेडी, 'ट्रेजडी' में बदल गई है। इस विवाद को लेकर अब अक्षय कुमार की पत्नी ट्विंकल खन्ना ने चुप्पी तोड़ी है।

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गौरतलब है कि टीवी शो द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में अक्षय कुमार जज हैं और पिछले दिनों इस शो में जज के तौर पर मल्लिका दुआ भी मौजूद थीं। शो के फर्मेंट के मुताबिक शो में जब किसी कंटेस्टेंट का परफॉर्मेंस अच्छा होता है तो जज स्टेज पर जा कर घंटी बजाते हैं। एक एपिसोड में जब कंटेस्टेंट की सराहना करने के लिए मल्लिका घंटी बजाने गई तो अक्षय कुमार ने कहा कि मल्लिका जी आप घंटी बजाओ मैं आपको बजाता हूं। बस अक्षय की इस बात से विवाद बढ़ गया। सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। मल्लिका और उनके पिता व जाने माने पत्रकार विनोद दुआ ने विरोध किया और तल्ख़ टिपण्णी की। हालांकि बाद में उस पोस्ट को डिलीट भी कर दिया। मिसेज़ फनीबोन्स के नाम से लिखने वाली अक्षय कुमार की वाइफ़ ने अब इस मामले को लेकर अपनी बात रखी है।

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ट्विटर पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि शो में प्रतियोगी के परफॉर्मेंस पर जज घंटी बजाते हैं और जब मिस दुआ ऐसा करने जा रही थीं तो अक्षय कुमार ने कमेंट किया। 'बजाने' शब्द का मतलब घंटी बजाने सहित इससे जुड़े कई अर्थों को परिभाषित करने वाला शब्द है। ये बोलचाल का शब्द है, जो औरत और आदमी दोनों इस्तेमाल में लाते हैं। जैसे - मैं उसका/उसकी बजाने वाला हूं। ट्विंकल ने इसके लिए एक एफ एम रेडियो की टैग लाइन का भी ज़िक्र किया और कहा कि ये सब बिना लैंगिक अर्थ के वाक्य हैं। ट्विंकल ने विनोद दुआ की पोस्ट (मैं इस मूर्ख अक्षय कुमार को सबक सीखा दूंगा ) का ज़िक्र करते हुए लिखा कि उनकी उस बात को जस का तस लिया जाना चाहिए या उसका कोई मतलब निकालना चाहिए ? व्यंगात्मक शब्दों को उनके सही संदर्भ में लिया जाना चाहिए। ट्विंकल ने लिखा कि उन्होंने हमेशा से ही कॉमेडी में आज़ादी की वकालत की है, जिसमें एआईबी रोस्ट के प्रसंग भी शामिल हैं। आज भी वो ऐसा ही सोचती हैं इसलिए उन्हें इस बहस में टैग नहीं किया जाय।

 

ट्विंकल की इस पोस्ट के बाद भी ट्विटर पर बहस छिड़ गई और कुछ लोगों ने उनके पक्ष में बात की तो कुछ नसीहत देते नज़र आये।


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