Happy Birthday Zeenat Aman: जब राजकपूर ने ज़ीनत को दिए सोने के सिक्के और साथ में सबसे बेहतरीन रोल
Happy Birthday Zeenat Aman साल 1978 में आई इस फ़िल्म ज़ीनत लीड रोल में थी। रूपा की आवाज़ काफी शानदार थी जिससे नायक को मोहब्बत हो जाती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Happy Birthday Zeenat Aman: 'दम मारो दम' गाने से फेमस हुईं ज़ीनत अमान ने अपने फ़िल्मी जीवन में कई शानदार फ़िल्में कीं। उनके सबसे संवेदनशील और धमाकेदार किरदारों में से एक 'सत्यम शिवम सुंदरम' की रूपा है। राजकपूर डायरेक्ट इस फ़िल्म को अपने समय का माइलस्टोन माना जाता है। इस फ़िल्म में शशि कपूर के अपोज़िट काम कर रहीं ज़ीनत को चुनौतीपूर्ण किरदार मिला था। इस किरदार के पीछे भी एक शानदार कहानी है।
साल 1978 में आई इस फ़िल्म में ज़ीनत लीड रोल में थीं। रूपा की आवाज़ काफी शानदार थी, जिससे नायक को मोहब्बत हो जाती है। हालांकि, नायक को तब बड़ा झटका लगता है, जह वह रूपा का रूप देखता है। रूपा का चेहरा दाग़दार था। इस किरादर के ऑफ़र होने की कहानी ज़ीनत ने खु़द टीवी शो 'माई लाइफ़ माई स्टोरी' के दौरान बताई थी।
बात दरअसल ऐसी थी कि ज़ीनत और राजकपूर एक साथ 'वकील बाबू' की शूटिंग कर रहे थे। इस दौरान राजकपूर ने रूपा के किरदार के बारे में ज़ीनत को बताया। रूपा किरदार को लेकर राजकपूर काफी उत्साहित थे। ऐसे में ज़ीनत को भी लगने लगा कि उन्हें यह फ़िल्म करना ही है। शूटिंग ख़त्म होने के बाद ज़ीनत ने रूपा बनने की ठानी। उन्होंने घाघरा-चोली पहना और जले हुए निशान दिखाने के लिए एक गाल पर टिशू पेपर लगा लिया।
इस गेटअप में वह राजकपूर से मिलने उनके ऑफ़िस पहुंच गईं। उस दौरान की सबसे फेमस हस्तियों में से एक ज़ीनत को लोग पहचान नहीं पाए। उन्हें दरवाजे पर ही रोक लिया गया। जब उनसे उनका परिचय पूछा गया, तब उन्होंने कहा-''राज साहब से कहना रूपा आई है।’’ ज़ीनत को देखकर राजकपूर दंग रह गए और उन्होंने 'सत्यम शिवम सुंदरम' के लिए उन्हें साइन कर लिया। लेकिन इसके लिए ज़ीनत को चेक नहीं दिया, बल्कि ख़ुश होकर सोने के सिक्के दिए।