Sonu Sood ने अब की मशहूर शूटर कोनिका लायक की मदद, दी इतने लाख रुपये का राइफल
बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने अपनी फिल्मों में भले की एक खलनायक की भूमिका अदा की हो लेकिन असल जिंदगी में वह किसी हीरो से कम नहीं हैं। वह लगातार परेशान जरूरमंद और बीमार लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने अपनी फिल्मों में भले की एक खलनायक की भूमिका अदा की हो, लेकिन असल जिंदगी में वह किसी हीरो से कम नहीं हैं। वह लगातार परेशान, जरूरमंद और बीमार लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। अब सोनू सूद ने धनबाद की रहने वाली मशहूर शूटर कोनिका लायक की मदद की है। जिसकी काफी चर्चा हो रही है।
सोनू सूद ने कोनिका लायक को ढाई लाख रुपये की जर्मन राइफल दी है। कोनिका लायक मशहूर शूटर हैं, लेकिन खुद की राइफल नहीं होने की वजह से उन्हें अपने दोस्तों से उधार राइफल मांगकर टूर्नामेंट खेलना पड़ रहा था। इस साल की शुरुआत में कोनिका लायक को सोनू सूद के मैनेजर गोविंद ने फोन कर राइफल खरीदने में मदद करने का आश्वासन दिया था। अब उन्हें राइफल मिल चुकी है।
इस बात की जानकारी कोनिका लायक ने सोशल मीडिया के जरिए दी है। उन्होंने ट्विटर पर सोनू सूद की ओर से भेजी गई राइफल की तस्वीरों को साझा किया है। इन तस्वीरों के साथ कोनिका लायक ने सोनू सूद का राइफल देने के लिए शुक्रिया भी अदा किया है। तस्वीरों में वह राइफल के साथ दिखाई दे रही हैं। इसके जरिए कोनिका लायक ने बताया है कि सोनू सूद को उनका परिवार और गांव आशीर्वाद दे रहा है।
@sonusood सर मेरी बंदूक़ आ गई।मेरे परिवार में ख़ुशी की लहर फैल गई है और पूरा गाँव आपको आशीर्वाद दे रहा है। जुग जुग जीयो @sonusood सर🙏 thank you @Govindagarwal_ bhai pic.twitter.com/TDk14WZeG3— Konica Layak (@konica_layak) June 26, 2021
कोनिका लायक ने ट्वीट में लिखा, 'सोनू सूद सर मेरी बंदूक आ गई। मेरे परिवार में खुशी की लहर फैल गई है और पूरा गांव आपको आशीर्वाद दे रहा है। जुग जुग जीयो सोनू सूद, शुक्रिया।' सोशल मीडिया पर कोनिका लायक का यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है। सोनू सूद के फैंस और अन्य सोशल मीडिया यूजर्स उनके ट्वीट को पसंद कर रहे हैं। साथ ही कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
आपको बता दें कि कोनिका लायक राइफल शूटिंग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में झारखंड का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। उन्होंने कई राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार भी प्राप्त किए हैं। उसके पास अंतरराष्ट्रीय स्तर की राइफल नहीं रहने के कारण वह आगे अपनी प्रैक्टिस नहीं कर पा रही थी। इस कारण उनकी देश के लिए विश्व स्तर पर खेलने की इच्छा अधुरी पड़ गई थी।