बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना को प्रभावी बनने के लिए बेटियों का जिंदा रहना भी जरूरी है: शबाना
शबाना ने कहा, हम सबको एकजुट होना चाहिए और सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इस तरह की घटनाएं न हो।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। कठुआ रेप मामले को लेकर लगातार हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के कलाकार अपने विचार रख रहे हैं। जहां आलिया भट्ट ने इस मामले में कहा कि वह एक लड़की होने के नाते काफी डिप्रेस और डिस्टर्ब महसूस कर रही हैं।
इसी मुद्दे पर शबाना आजमी ने भी अपनी बात रखी है। उन्होंने हाल ही में मुंबई में हुए एक कार्यक्रम में कहा कि देश में बच्चियों के साथ हो रही घिनौनी घटनाएं आये दिन उजागर हो रही हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम में कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना को प्रभावी बनने के लिए हमारी बेटियों का जिंदा रहना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा देश एक ही समय में कई सदियों में रह रहा है। हम एक साथ 18वीं, 19वीं, 20 वीं और 21वीं सदी में रह रहे हैं और इसका अनुभव हम देश में महिलाओं के साथ हो रहे व्यवहार में कर रहे हैं।
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शबाना ने कहा, हमारी महिलाओं ने अपने संबंधित करियर में बड़ी उपलब्धियां हासिल की है और लीडर बनी हैं।लेकिन दूसरी ओर हम ऐसी खबरें पढ़ते हैं और देखते हैं, जिसे बया करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। हम सबको एकजुट होना चाहिए और सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इस तरह की घटनाएं न हो।
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