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तो क्या मर्दों के खिलाफ एक मजबूत और अहम संदेश लेकर आ रही है ‘स्त्री’

यह सच है कि ऐसी कई कहानियां बनती आयी हैं, जिसमें महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार को लगातार परोसा जाता रहा है..

By Hirendra JEdited By: Published: Fri, 27 Jul 2018 10:46 AM (IST)Updated: Fri, 27 Jul 2018 10:46 AM (IST)
तो क्या मर्दों के खिलाफ एक मजबूत और अहम संदेश लेकर आ रही है ‘स्त्री’
तो क्या मर्दों के खिलाफ एक मजबूत और अहम संदेश लेकर आ रही है ‘स्त्री’

अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। अमर कौशिक की नयी फिल्म स्त्री का ट्रेलर आ चुका है और दर्शकों को ट्रेलर काफी पसंद आ रहा है। फिल्म में श्रद्धा कपूर, राजकुमार राव, पंकज त्रिपाठी जैसे अहम कलाकार हैं। फिल्म की कहानी चंदेरी के बैकड्रॉप पर आधारित है। जैसा कि दर्शक देख रहे हैं कि फिल्म में बार-बार यह पंक्तियां दोहरायी जा रही हैं कि मर्द को अब दर्द होगा।

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साथ ही ट्रेलर में भी यह दर्शाया गया है कि किस तरह एक स्त्री पूजा के वक्त आती है और वह मर्दों को उठा कर ले जाती है, कुछ नहीं छोड़तीं। फिल्म के डिस्क्लेमर में यह बात कही गयी है कि यह फिल्म कई घटनाओं पर आधारित है। ऐसे में ट्रेलर देख कर यह बात सामने आ रही हैं कि फिल्म की कहानी में मुमकिन हो कि निर्देशक ने महिलाओं से जुड़ी कुप्रथा को दर्शाने की कोशिश की है, लेकिन उसे ह्यूमरस अंदाज में प्रस्तुत करने की कोशिश हो। हो सकता है कि निर्देशक का यह विजन हो कि वह स्त्रियों के साथ गांव में होने वाली कुप्रथाओं की दास्तान को हास्य व्यंग्यात्मक तरीके से प्रस्तुत करे और फिल्म के अंत में फिल्म एक संदेश देकर भी जाये।

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चूंकि यह सच है कि ऐसी कई कहानियां बनती आयी हैं, जिसमें महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार को लगातार परोसा जाता रहा है। कई फिल्मकार ने खुल कर इस पर बातचीत की। इस बार स्त्री में भी अमर कौशिक इस बात को लेकर आ सकते हैं। मुमकिन हो कि कहानी किसी ऐसी स्त्री की कहानी हो, जिसके साथ मर्दों ने यानि गांव के पुरषों ने गलत व्यवहार किया हो और अत्याचार के बाद उसने निर्णय लिया हो कि वह इनके खिलाफ आवाज उठायेगी। दरअसल, फिल्ममेकर की यहां यह सोच नजर आ रही है कि वह स्त्री शब्द के रूप में समाज की उन सारी महिलाओं का प्रतिनिधित्व कर रही है, जो कि पुरुष समाज के शोषण की शिकार रही हैं और प्रताड़ित रही हैं।

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‘यहां मर्द को दर्द होगा’ से संभव है कि फिल्मकार की सोच है कि वह दर्शकों के सामने मर्द शब्द के माध्यम से समाज के उस पुरुष वर्ग को टारगेट कर रही हैं, जो कि महिलाओं के साथ शोषण करना अपना अधिकार समझते हैं। हालांकि यह तो फिल्म की रिलीज के बाद ही पता चलेगा कि वाकई फिल्म की कहानी क्या है? फिलहाल फिल्म के निर्माता दिनेश विजन ने इस बारे में बात करते हुए कहा है कि दर्शकों को लंबे समय से हॉरर कॉमेडी देखने का मौका नहीं मिला है, इसलिए हम ऐसी कहानी लेकर आये हैं।  


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