राधिका मदान ने खो दिया था अपना ड्रीम प्रोजेक्ट, पटाखा से नहीं होने वाला था डेब्यू
राधिका कहती हैं कि जब वह टीवी करती थीं तो लोग उन्हें कहते थे कि टीवी एक्ट्रेस को कोई फिल्मों में लेना नहीं चाहता है.
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई. विशाल भरद्वाज की फिल्म पटाखा से टीवी की पॉपुलर एक्ट्रेस राधिका मदान फिल्मों की दुनिया में कदम रख रही हैं. राधिका कहती हैं कि वह बेहद खुश हैं कि उन्हें इतनी बड़ी फिल्म मिली है. वह कहती हैं कि अभी भी उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि वह विशाल की फिल्म का हिस्सा हैं.
जागरण डॉट कॉम से बातचीत में उन्होंने बताया कि वह जब फिल्म मर्द को दर्द नहीं होता की, जो कि इस साल टोरंटो फिल्मोत्सव का भी हिस्सा बनी हैं, शूटिंग में व्यस्त थीं तो उन्होंने पटाखा का ऑडिशन दिया था. लेकिन वह कहती हैं कि उन्होंने कहा कि उन्हें विशाल की टीम की तरफ से इंतजार करने को कहा गया था. फिर वह गोवा चली गई थीं, कुछ दिनों की छुट्टी में. तभी उन्हें कॉल आया विशाल सर के ऑफिस से कि विशाल चाहते हैं कि वह दो तीन दिनों में फिल्म को लॉक करें, इसलिए उन्हें तुरंत सर से मिलना होगा. राधिका ने कहा कि उन्होंने टीम से कहा कि वह गोवा में हैं लेकिन उन्होंने कहा कि फ़ौरन आ जायें.
राधिका बताती हैं कि असली परीक्षा अब शुरू हुई थी. अपने अनुभव के बारे में वह कहती हैं, मैं गोवा एअरपोर्ट पर पागलों की तरह अपने संवाद याद कर रही थी, चूंकि मुझे वहां से तुरंत विशाल सर के ऑफिस जाना था. मुझे लोग वहां देख रहे थे और मेरा वीडियो बना रहे थे. मैं अपनी फिल्म की स्क्रिप्ट का रिहर्सल कर रही थी. चूंकि डायलेक्ट बिल्कुल अलग है. मैं चिल्ला रही थी तो लोगों को लग रहा था कि मैं पागल हो गई हूं. लेकिन मैं खुश हूं कि मुझे ये फिल्म मिल गयी.
राधिका आगे कहती हैं कि विशाल सर ने मुझसे पहली बात यही पूछी कि मैं काली तो हो जाऊँगी न, क्योंकि इस फिल्म में अलग रूप लेना होगा. राधिका कहती हैं कि मुझे उन्होंने हर दिन दो घंटे धूप में बैठने को कहा, लेकिन मुझ पर असर नहीं हुआ. बाद में सर ने कहा कि मुझ पर मेक अप ही लगाना होगा. राधिका कहती हैं कि जब वह टीवी करती थीं तो लोग उन्हें कहते थे कि टीवी एक्ट्रेस को कोई फिल्मों में लेना नहीं चाहता है. तब भी मुझे लगता था कि एक्टर तो एक्टर है. मुझे लोगों का ये लॉजिक समझ नहीं आता लेकिन मुझे ऐसा डर नहीं था. मुझे लगता था कि मुझमें बात है तो मौका मिलेगा. अपने रिजेक्शन के बारे में कहती हैं कि ऐसे कई ड्रीम प्रोजेक्ट हैं, जो उनके हाथों से सिर्फ इन कारणों से चले गये, क्योंकि उस वक़्त वह खुद पर भरोसा नहीं कर पायी थीं. वह कुछ और बनने की कोशिश करती थीं. बाद में मैंने ये सीखा कि आपको अपने बाल और लुक्स पर ध्यान देने से ज्यादा सब्जेक्ट पर ध्यान देना चाहिए, मैंने जब ड्रीम प्रोजेक्ट मिस किया तो मुझे ये बात समझ आई. उस दिन मैं अपने लुक पर ज्यादा ध्यान दे रही थी.
राधिका ने फिल्म का नाम नहीं लिया. उन्होंने कहा कि मैंने उस दिन मैंने अपने किरदार को छोड़ कर सब कुछ पर ध्यान दिया था. इसलिए इस बार जब विशाल सर की फिल्म मिली तो मैंने समझ लिया कि मुझे क्या अप्रोच रखना है. बता दें कि पटाखा फिल्म 28 सितंबर को रिलीज़ हो रही है.
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