National Girl Child Day 2020 : तमाम मुश्किलों से भी नहीं हारी ये बेेेटियां, जाने इनके संघर्ष की कहानी
National Girl Child Day 2020 आज हम आपको कुछ ऐसी फीमेल सेलेब्स के बारे में बताएंगे जो आज ऐसे मुकाम पर हैं जब पूरा देश उन पर गर्व करता है
नई दिल्ली, जेएनए। महिला सशक्तीकरण यानी Women Empowerment की बात करने वाले इस समाज में ऐसे कई लोग हैं जो आज भी बेटियों को श्राप मानते हैं और उन्हें समान अधिकार नहीं देते। हालांकि हालात धीरे-धीरे काफी बदल रहे हैं और बेटियां आगे रही हैं। लेकिन बदलाव अभी और होना है। वीमेन एम्पावरमेंट की जब भी बात होती है सेलेब्स हमेशा इसमें आगे रहते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी फीमेल सेलेब्स के बारे में बताएंगे जो आज ऐसे मुकाम पर हैं जब पूरा देश उन पर गर्व करता है, लेकिन यहां तक आने के लिए उन्हें बहुत संघर्ष किया। उन्हें जीवन भर कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन सबसे लड़कर आखिर में उन्होंने गर्ल पावर को प्रूफ कर ही दिया।
कॉमेडियन भारती सिंह की मां उन्हें कोख में ही मार डालना चाहती थीं :
दर्द और आंसुओं में पली बड़ी भारती सिंह आज पूरे देश को हंसाती है और खुशियां बांटती हैं। कॉमेडियन भारती सिंह का जन्म एक गरीब घर में हुआ था। गरीबी के चलते उनकी मां उन्हें कोख में ही मार डालना चाहती थीं। इसके लिए उन्होंने कई पैतरे भी अपनाए, लेकिन भारती की बुलंद किस्मत और उनके संघर्ष ने उन्हें न सिर्फ जीवन दिया बल्कि उन्हें वो मुकाम भी दिया जहां पर आज वो देश-विदेश में नाम कमा रहीं हैं।
बेटी के पैदा होने पर खुश नहीं थे कंगना रनोट के घरवाले :
2016 में मीडिया को दिए गए बयान में कंगना ने कबूल किया था कि उनके पैदा होने पर घर में ख़ुशी का माहौल नहीं था। उन्होंने बताया की घरवालों के पुराने खयालात के चलते कंगना के जन्म पर घर में कोई ख़ुशी नहीं थी, क्योंकि कंगना एक लड़की थीं। और आज जब कंगना बॉलीवुड की जानी मानी हस्तियों में से एक हैं तो परिवार के साथ-साथ पूरा देश उनके बेटी होने पर गर्व करता है।
देश की पहली महिला मुक्केबाज़ मेरी कॉम का किया था घरवालों ने विरोध :
देश की पहली महिला बॉक्सर होने के अलावा जाने कितने रिकार्ड्स अपने नाम कर चुकीं मेरी कॉम के घरवाले उन्हीं बॉक्सर नहीं बनने देना चाहते थे। मेरी कॉम के परिजन नहीं चाहते थे कि वो अपना करियर बॉक्सिंग में बनाएं। उनके इस फैसले का हमेशा से घरवालों ने विरोध किया था। लेकिन दृढ इच्छाशक्ति और लगन की बदौलत मेरी कॉम देश की पहली महिला बॉक्सर बनीं और खेल श्रृंखला में देश का नाम हमेशा रौशन किया। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक हासिल करने वालीं पहली भारतीय महिला बॉक्सर मेरी कॉम पर बॉलीवुड में बायोपिक भी बन चुकी है। इस बायोपिक में प्रियंका ने मेरी कॉम का किरदार निभाया था।