Dr Shriram Lagoo के नाम पर महाराष्ट्र सरकार देगी अवॉर्ड, जानिए किस नाम से जाना जाएगा पुरस्कार
The Natsamrat Dr. Shriram Lagoo Award पिछले साल दिसम्बर में भारतीय सिनेमा और थिएटर के वेटरन एक्टर डॉ. श्रीराम लागू का 92 साल की उम्र में निधन हो गया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय सिनेमा के वेटरन एक्टर डॉ. श्रीराम लागू के नाम पर महाराष्ट्र सरकार ने एक नये अवॉर्ड की घोषणा की है। अवॉर्ड को द नटसम्राट श्रीराम लागू पुरस्कार के नाम से जाना जाएगा। यह पुरस्कार मराठी थिएटर में बेहतरीन काम करने वालों को दिया जाएगा। एएनआई ने ट्वीट करके महाराष्ट्र सरकार के कल्चरल अफेयर्स डिपार्टमेंट के इस अवॉर्ड की जानकारी दी है।
पिछले साल दिसम्बर में भारतीय सिनेमा और थिएटर के वेटरन एक्टर डॉ. श्रीराम लागू का 92 साल की उम्र में निधन हो गया था। हिंदी और मराठी सिनेमा में डॉ. लागू ने 100 अधिक फ़िल्मों में काम किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डॉ. लागू के निधन पर अफ़सोस ज़ाहिर किया था। पीएम ने लिखा था- डॉ. श्रीराम लागू के व्यक्तित्व में विविधता और मेधा झलकती थी। अपनी सालों लम्बी यात्रा में उन्होंने बेहद शानदार परफॉर्मेंस से चमत्कृत किया। उनके काम को आने वाले कई सालों तक याद रखा जाएगा।
Maharashtra Government's Cultural Affairs Department has announced an award in the name of actor Shriram Lagoo. The 'Natsamrat Shriram Lagoo' will be given for significant work in the Marathi theatre. (file pic) pic.twitter.com/mvINWDIgKM— ANI (@ANI) March 2, 2020
डॉ. श्रीराम लागू एक बेहतरीन एक्टर होने के साथ ENT सर्जन भी थे। उन्होंने अपने करियर में फ़िल्मों के अलावा 20 मराठी नाटकों का निर्देशन भी किया। अस्सी और नब्बे के दशक में डॉ. लागू फ़िल्मों में एक जाना-पहचाना चेहरा बन चुके थे। इस दौरान उन्होंने हिंदी और मराठी सिनेमा की क़रीब साठ फ़िल्मों में अलग-अलग भूमिकाएं अदा कीं। 1990 के बाद पर्दे पर उनकी मौजूदगी कम हो गयी थी, मगर थिएटर में वो सक्रिय रहे।
डॉ. लागू प्रसिद्ध नाटक नट सम्राट के पहले हीरो थे। इस नाटक को प्रसिद्ध लेखक कुसुमाग्र ने लिखा था। इस नाटक में उनके अभिनय को आज भी याद किया जाता है। नट सम्राट नाटक में उन्होंने अप्पासाहेब बेलवलकर की भूमिका निभाई थी, जिसे मराठी थिएटर के लिए मील का पत्थर माना जाता है। इस नाटक में अपने शानदार अभिनय के बाद उन्हें नट सम्राट कहा जाने लगा। अभिनेता नसरुद्दीन शाह ने एक बार कहा था कि श्रीराम लागू की आत्मकथा 'लमाण' किसी भी एक्टर के लिए बाइबल की तरह है। इसीलिए पुरस्कार का नाम भी नटसम्राट रखा गया है।