Move to Jagran APP

नीतीश भारद्वाज ने याद किया महाभारत का दौर, कहा, 'बिजली जाने पर लोग ट्रांसफार्मर में लगा देते थे आग’

Mahabharat krishna Nitish Bharadwaj कोरोना वायरस के चलते महाभारत तीन दशक से भी अधिक समय बाद वापिस लौटा है और आज भी यह पूरे देश में पसंद किया जा रहा हैं।

By Rupesh KumarEdited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 08:30 AM (IST)Updated: Thu, 09 Apr 2020 06:19 PM (IST)
नीतीश भारद्वाज ने याद किया महाभारत का दौर, कहा, 'बिजली जाने पर लोग ट्रांसफार्मर में लगा देते थे आग’
नीतीश भारद्वाज ने याद किया महाभारत का दौर, कहा, 'बिजली जाने पर लोग ट्रांसफार्मर में लगा देते थे आग’

नई दिल्ली, जेएनएनl ऐतिहासिक शो महाभारत में कृष्ण की भूमिका निभाने वाले नीतीश भारद्वाज ने 1988 के दौर को याद कर एक इंटरव्यू में बताया कि शो महाभारत के दौरान यदि बिजली कटती थी तो लोग गुस्से में ट्रांसफार्मर जला देते थे।

loksabha election banner

नीतीश भारद्वाज का शो महाभारत तीन दशक से भी अधिक समय बाद वापिस लौटा है और आज भी यह पूरे देश में अपना जादू बिखेर रहा हैं।

 

View this post on Instagram

Actor Nitish Bharadwaj offers darshan at Guruvayur Temple Actor Nitish Bharadwaj who became popular after playing Lord Krishna in a television serial offered darshan at Guruvayur Temple on Saturday. He reached the temple after an interval of 27 years. He circumambulated the temple, gave dakshina and received Prasad from Melsanthi Kaliyath Parameswaran Namboodiri. Following this, he went to Perumthatta Temple where ‘Athirudramahayajnam’ was going on. When he reached there, women fell on his feet and sought blessings. When he asked why they were doing so, Nivedita said it was the devotion of people who watched the reflection of Lord Krishna in him through the Mahabharata serial. After visiting two temples, he went to Tantrimadam. He had lunch with tantri Chennas Dineshan Namboodiri. For more news and updates, subscribe to www.english.mathrubhumi.com #Mathrubhumi #LatestKeralaNews #NewUpdates #Photos #Videos #InstaNews #MovieNews #NitishBharadwaj

A post shared by Mathrubhumi (@mathrubhumidotcom) on

नितीश ने महाभारत में भगवान कृष्ण की मुख्य भूमिका निभाई हैंl नितीश का मानना है कि यह कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच परिवारों को लॉकडाउन का समय महाभारत देखते समय उन्हें साथ लाएगा। उनके अनुसार यह युवा पीढ़ी के लिए इससे सीखने का अवसर है। महाभारत का युग 1988 में महाभारत पहली बार टीवी पर प्रसारित हुआ था, नीतीश उन दिनों को याद करते हैं और बताते है कि जब टीवी एक आवश्यकता नहीं बल्कि एक लक्जरी था। एक IAS अधिकारी द्वारा बताई गई एक कहानी को शेयर करते हुए वह कहते है, 'उन्होंने मुझे एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताया, जिसके मराठवाड़ा में दो टीवी सेट थे। ब्लैक-एंड-व्हाइट मुफ्त था और रंगीन टीवी पर एक कार्यक्रम देखने के लिए 5 पैसे देने पड़ते थे। उन्होंने महाभारत देखने के लिए प्रति एपिसोड 5 पैसे का भुगतान किया था।'

 

View this post on Instagram

2 Oct 1988 बि.आर् .चोप्रा जी के महाभारत धारावाही शुरू हुआ।इसमे निभाए गए हर एक पात्र कृष्ण से लेके सैनिक तक सभी हीरे की तरह है।श्रीकृष्ण के पात्र निभानेवाले नितीश भारद्वाज जी को आज भी लोग याद करते हैं। भीष्म और विदुर की संवाद,अर्जुन और भीष्म के प्यार श्रोता को भावुक कर देती है। उनके वस्त्र , आभूषण सभी आकर्षणीय है। 'कृपा कृष्ण की हलधर का हल ' इस गीत का में दीवाना बन गया हूँ। आज लाख ,करोडो खर्च करने पर भी इस तरह का महाभारत कोई नहीं बना सकता। उन सभी कलाकारों को मैं नमन करता हूँ। हो सके तो भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से जिंदगी में गले लगना चाहता हूँ। 😇👌 #nitishbharadwaj #krishna

A post shared by Harikrishna Kolhar (@harikrishna_hrk) on

80 के दशक में टेलीविजन के प्रति दीवानगी के बारे में बात करते हुए, वे कहते हैं, 'अगर उन दिनों बिहार या उत्तर प्रदेश में सुबह 9-10 बजे के बीच बिजली कटौती होती थी, तो लोग ट्रांसफार्मर में आग लगा देते थे। बिजली बोर्ड ने यह सुनिश्चित करता था कि महाभारत के समय कोई बिजली कटौती न हो अन्यथा उन्हें जनता के गुस्से को झेलना होगा।' नीतीश का दावा है कि मुंबई में स्थिति अलग नहीं थी। इस बारे में आगे बताते हुए कहते है, 'हमारे पूरे भवन में दो टीवी सेट थे। हमारे लिविंग रूम में भीड़-भाड़ हुआ करती थी और लोग रंगीन टीवी देखने के लिए दरवाजे और रास्ते में भी बैठते थे। रामायण और महाभारत लोगों को एक साथ लाया थाl'

 

View this post on Instagram

#NitishBharadwaj & #RoopaGanguly meet up in Parliament #Krishna #Draupadi #Mahabharat

A post shared by @indiantelevisionacademy (@theitaofficial) on

नीतीश ने स्वीकार किया कि लोग आज भी उनके प्रति श्रद्धा रखते हैंl लोग उनसे मिलने पर उनके पैर छूने की कोशिश करते हैं। इस बारे में बताते हुए नीतीश कहते है,  'इस देश में बहुत विश्वास है। अगर लोग राम लीला में अभिनय करने वालों के पैर छू सकते हैं, तो यह हमारे लिए कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि हम शो के माध्यम से पूरे देश में पहुंच गए हैं। मेरा चेहरा भगवान कृष्ण की छवि के रूप में उभरा। मैं अच्छी तरह से जानता हूं कि मुझे मिलने वाला सम्मान भगवान कृष्ण के लिए है और एक इंसान के रूप में मेरे लिए नहीं है।'  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.