Laxmii Movie Review: लक्ष्मी त्रिपाठी का आरोप, 'बिना देखे फिल्म रिव्यू लिख रहे पब्लिकेशन'
Laxmii Movie Review बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार स्टारर फिल्म लक्ष्मी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो गई है। फिल्म रिलीज होने के बाद फिल्म रिव्यू भी सामने आ रहे हैं और रिव्यू काफी मिले जुले हैं। फिल्म को दिल्ली में ट्रांसजेंडर समुदाय से पॉजिटिव रिप्लाई मिल रहा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार स्टारर फिल्म लक्ष्मी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो गई है। फिल्म रिलीज होने के बाद फिल्म रिव्यू भी सामने आ रहे हैं और रिव्यू काफी मिले जुले हैं। कई लोग फिल्म की तारीफ कर रहे हैं तो कई लोगों का कहना है कि फिल्म उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई। फिल्म जानकारों ने भी फिल्म को कुछ खास नहीं बताया है, हालांकि सोशल मीडिया पर फिल्म की तारीफ भी जा रही है।
वहीं, फिल्म को एक विशेष प्रीमियर के बाद दिल्ली में ट्रांसजेंडर समुदाय से पॉजिटिव रिप्लाई मिल रहा है। ट्रांसजेंडर राइट्स एक्टिविस्ट लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने भी फिल्म की तारीफ की है और फिल्म के खिलाफ लिखने वाले लोगों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने फिल्म देखे बिना ही फिल्म रिव्यू लिख दिए हैं। लक्ष्मी त्रिपाठी ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, 'कई पब्लिकेशन इसका विरोध कर रहे हैं और इसके खिलाफ लेख लिख रहे हैं। वे वास्तविकता के बारे में कितना जानते हैं?'
साथ ही उन्होंने कहा, 'मैं वास्तव में हैरान हूं। आपको इससे क्या मतलब है? ऐसी कई फिल्में हैं, जिनमें मैंने अभिनय किया है, किसी ने इसे नहीं देखा, यह बिजनेस है। फिल्म देखे बिना और फिल्म रिलीज होने के वक्त ही ये लेख लिखे जा रहे हैं। मैंने फिल्म देखी है।' साथ ही उन्होंने कहा, '60 साल की उम्र से अधिक की ट्रांस महिलाओं को फिल्म और अक्षय के अभिनय की सराहना मिली है। उन ट्रांस महिलाओं ने इस देश में कलंक से भरा अपना जीवन देखा है।'
कैसी है फिल्म?
'लक्ष्मी' ट्रांसजेंडरों को लेकर सोच की संकीर्णता और समाज में उनकी सहज स्वीकार्यता जैसे संवेदनशील मुद्दों को भी रेखांकित करती है। हालांकि, इन मुद्दों और संदेशों के बीच फ़िल्म की कहानी ज़रूर डगमगा जाती है और कुछ मौक़ों पर इसकी मूल भावना में विरोधाभास भी साफ़ नज़र आता है। लक्ष्मी पूरी तरह से अक्षय कुमार की फ़िल्म है। अक्षय ने अपनी दमदार परफॉर्मेंस और उर्जा से फ़िल्म की तमाम कमियों को ढकने में मदद की है। आसिफ़ से लक्ष्मी के रूप में ट्रांसफॉर्मेशन वाले दृश्यों में अक्षय के हाव-भाव कमाल के हैं। इन दृश्यों में उनकी सहजता ही उन्हें असरदार बनाती है। कियारा आडवाणी अपने किरदार में जमी हैं।