जब करण जौहर थे 200 किलो के, तब हुआ ... !
"मेरे पिता की बड़ी इच्छा थी कि मैं एक्टर बनूं, हालांकि, तब मैं बहुत मोटा हुआ करता था, पूरे 200 किलो का लेकिन माँ-बाप को तो हमेशा अपना बच्चा सुन्दर लगता ही है।"
मुंबई। शाहरुख़ खान की फिल्म ' दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' में छोटा सा रोल करने वाले करण जौहर को लंबे समय तक किसी ने 'ख़राब' रोल के लिए भी काम देने की हिम्मत नहीं जुटाई। हालांकि पिछले साल वो 'बॉम्बे वेलवेट' में विलेन बने थे।
करण जौहर ने जागरण फिल्म महोत्सव के दौरान बताया "मेरे पिता की बड़ी इच्छा थी कि मैं एक्टर बनूं, हालांकि, तब मैं बहुत मोटा हुआ करता था, पूरे 200 किलो का लेकिन माँ-बाप को तो हमेशा अपना बच्चा सुन्दर लगता ही है। यही वजह थी कि मेरे पिताजी भी मेरे लिए डेब्यू फिल्म का निर्माण करना चाहते थे, जबकि माँ मेरे मन की ये बात जानती थी कि मुझे अभिनय नहीं करना है।" करण कहते हैं "पिता की बात सुनकर मां असमंजस में पड़ जाती थीं और बात टाल देती थी। वैसे उन दिनों भी आज की तरह माँ बाप सबसे पहले अपने बच्चों को फिल्म इंडस्ट्री में लाते थे , हालांकि मुझे तब ही एहसास हो गया था कि मैं हीरो नहीं बन सकता।"
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करन आगे हंसते हुए बताते हैं कि जब उन्होंने 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' में एक छोटा सा रोल किया था तो वो काम देख कर कभी किसी ने रोल नहीं दिया। यहाँ एक कि उन्हें तो ख़राब से ख़राब रोल के लिए भी कंसिडर नहीं किया गया। वैसे पिछले साल आई अनुराग कश्यप की फिल्म ' बॉम्बे वेलवेट ' में करण खलनायक की भूमिका में थे और उस फिल्म का जो हाल हुआ है वो करण सहित सभी जानते हैं।