श्रुति हासन का दावा, सरनेम और चेहरे के कारण कई लोग रहते हैं दूर
Shruti Haasan on Her Surname श्रुति हासन तमिल तेलुगु और हिंदी फिल्मों में काम कर चुकी हैl
नई दिल्ली, जेएनएनl फिल्म एक्ट्रेस श्रुति हासन का कहना है कि उन्होंने फिल्म सेट पर एक तरफा व्यवहार से निपटना सीखा है, जहां हीरो को अधिक महत्व दिया जाता है, जबकि अधिकांश महिलाएं अपने डिफेंस के लिए चुप रहना पसंद करती हैं। श्रुति तमिल, तेलुगु और हिंदी फिल्मों में काम कर चुकी हैl श्रुति ने एक इंटरव्यू में पीटीआई को कहा कि उनके चेहरे की गम्भीरता और पिता के सरनेम के कारण बहुत से लोग दूर रहते है।
अब कई सालों के बाद वह फिल्म इंडस्ट्री में सहज और सुरक्षित महसूस करती हैं और और उन्हें जो कुछ भी चाहिए वह मिलता हैं। श्रुति ने आगे कहा कि शुरुआती वर्षों में ही उन्हें एहसास हो गया था कि ‘छोटी-छोटी’ चीजें, जो सेट पर होती हैं, इसके चलते उन्हें गैर-जिम्मेदार माना जा सकता है। उन्होंने चुप रहना पसंद किया।
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि सेट पर बहुत सी एक्ट्रेस भी ऐसा ही करती हैं। कई लोगों ने उनसे किताबें पढ़ने के लिए भी मना किया था क्योंकि कुछ लोगों को यह यह अटपटा लग सकता है।
इस बारे में बताते हुए श्रुति ने कहा, ‘इसलिए मैं वैनिटी वैन में ही चली जाती थीं क्योंकि मुझे नहीं पता था कि किसके साथ बात करनी चाहिए। मुझे चीजों को नेविगेट करना सीखने में एक लंबा समय लगा।’ श्रुति ने आगे कहा कि मेल डोमिनेंट सोसाइटी के चलते जेंडर गैप ज्यादा है, इसके चलते फिल्म के सेट पर भी पहले हीरो की देखभाल होती हैं।
इस बारे में आगे बताते हुए श्रुति ने कहा, ‘पहले हीरो के लिए कुर्सी रखी जाएगी। मेरी पहली कुछ फिल्मों में, मुझे एक बार भी कुर्सी की पेशकश नहीं की गई थी। हालांकि हीरो को हमेशा कुर्सी मिलती थीं। वे कहते थे, ओह, हीरो मॉनिटर के पास आ गया है, उसे कुर्सी दिलवा दो।’ श्रुति हासन फिल्म अभिनेता कमल हासन के बेटी हैंl