जिन्ना की तस्वीर और गोडसे मंदिर पर एक साथ बोले जावेद अख्तर, ट्रोल हुए
मोहम्मद अली जिन्ना के प्रकरण के साथ नाथूराम गोडसे मंदिर की तुलना करने पर जावेद अख्तर का भी सोशल मीडिया पर विरोध भी शुरू हो गया है।
रूपेशकुमार गुप्ता, मुंबई। जाने माने स्क्रिप्ट राइटर और गीतकार जावेद अख्तर ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मोहम्मद अली जिन्ना का फोटो लगाए जाने का विरोध करते हुए इसे शर्मनाक करार दिया है।
सोशल मीडिया पर मोहम्मद अली जिन्ना के बारे में लिखते हुए उन्होंने कहा है कि जिन्ना ना तो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र थे, न हीं वहां के शिक्षक थे। यह बहुत ही शर्मनाक बात है कि उनका फोटो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लगाया गया। यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेशन और छात्रों को मिलकर उसे स्वेच्छा से निकाल देना चाहिए और जो लोग मोहम्मद अली जिन्ना के फोटो को लगाए जाने को लेकर विरोध कर रहे थे, उन्हें अब नाथूराम गोडसे के सम्मान में बनाए गए मंदिर के विरोध में आंदोलन करना चाहिए।
Jinnah was neither a student nor a teacher of Alig Its a shame that his portrait is there The administration n students should voluntarily remove it from there n those who were protesting against this portrait should now protest against the temples made to honour Godse. — Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) May 3, 2018
गौरतलब है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मोहम्मद अली जिन्ना का फोटो यह कहते हुए कि वह बड़े ज्ञानी और बहुत अच्छे वकील थे। जिसके बाद इसे लेकर देशभर में विरोध भी हुआ है। वैसे मोहम्मद अली जिन्ना के प्रकरण के साथ नाथूराम गोडसे मंदिर की तुलना करने पर जावेद अख्तर का भी सोशल मीडिया पर विरोध भी शुरू हो गया है।
There is no need to put jinnah and godse in same tweet, it called monkey balancing. U want to talk abt godse tweet one more...But when u indulge in secular tweeting it makes ur comments less important...And as third person tweet looks more like whataboutery. — Vivek kumar mishra (@greatvivek007) May 3, 2018
jadu Sir, why don't you take voluntary retirement from bollywood and delete your twitter account and go to mecca for rest of the life. Atlost others will Feel relief..— Squirrel_Of_Ram🚩 (@Soul_Squirrel) May 3, 2018
लिखा गया है कि मोहम्मद अली जिन्ना और नाथूराम गोडसे को एक ही ट्वीट में लिखना सही बात नहीं है। इसे अपनी बात को बात का संतुलन बनाना कहते हैं। जिन्ना को भारत के विभाजन और पाकिस्तान के निर्माण का प्रमुख माना जाता है। जिन्ना ने पाकिस्तान के रूप में मुसलमानों के लिए एक अलग देश की मांग की थी।
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