फिल्म The Tashkent Files को लेकर विवेक अग्निहोत्री ने दर्शकों से की यह बड़ी अपील
द ताशकंद फाइल्स भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मृत्यु को उजागर करती है।
मुंबई। फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने ताशकंद फाइल्स देखने वाले दर्शकों से एक अपील की है। उन्होंने कहा है कि कई लोग उनसे यह शिकायत कर रहे हैं कि यह फिल्म उनके नजदीकी सिनेमाघरों में नहीं चल रही है।
इस पर विवेक अग्निहोत्री ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि यह उनके बस की बात नहीं है। इसके पीछे कारण यह है कि पहले यह फिल्म 250 सिनेमाघरों में रिलीज की गई थी लेकिन बुधवार को फिल्म कलंक के रिलीज होते ही इसे घटाकर 120 स्क्रीन में लगा दिया गया है। लेकिन आप देख सकते हैं कि द ताशकंद फाइल्स हाउसफुल चल रही है और पूरे भारत में इसकी बहुत मांग है। हालांकि द ताशकंद फाइल्स जैसी छोटी फिल्मों को मल्टीप्लेक्स वाले ज्यादा सहायता नहीं करते। ऐसे फिल्मों को बड़ा बनने में समय लगता है। मेरे पास ज्यादा पैसा नहीं है और ना ही मेरे पास अभी वितरण करने की क्षमता है। इसलिए मैं आप लोगों से अनुरोध करता हूं कि आप लोग छोटे-छोटे गुट बनाएं और आपके स्थानीय मल्टीप्लेक्स या सिनेमाघरों के मैनेजर से यह फिल्म दिखाने की मांग करें और बड़ी संख्या में फिल्म के टिकट ले। इससे सिनेमाघर के मैनेजर यह फिल्म आपके लिए दिखाने की व्यवस्था कर देंगे। मैं आपसे एक अनुरोध और भी करता हूं कि इसे और भी कई ग्रुप में भेजें। ताकि द ताशकंद फाइल्स से जुड़ी जानकारियां और लाल बहादुर शास्त्री के मृत्यु से जुड़े रहस्य लोगों को जानने में सहायता हो सके- विवेक अग्निहोत्री।'
गौरतलब है कि द ताशकंद फाइल्स भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मृत्यु को उजागर करती है। कहा जाता है कि शास्त्री जी के ताशकंद समझौता साइन करने के 24 घंटे के बाद रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई थी और इसके पीछे के कारण पर अब तक रहस्य बना हुआ हैl