Exclusive: श्रीदेवी ने फिल्म के एक शॉट के लिए जो काम किया वो कोई नहीं कर सकता, आज पहली बरसी
Sridevi death anniversary मशहूर अदाकार की आज पहली बरसी है। पिछले साल 24 फरवरी को उनका निधन हो गया था।
राहुल सोनी, मुंबई। श्रीदेवी की आज पहली पुण्यतिथि है। पिछले साल 24 फरवरी को मशहूर अभिनेत्री श्रीदेवी का दुबई में निधन हो गया था। दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी अपनी मेहनत, अभिनय और काम को पूरी लगन से करने के लिए जानी जाती थी। उनके डेडिकेशन का एक ऐसा किस्सा है जो शायद ही कोई जानता होl
जागरण डॉट कॉम से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए बीआर रिकॉर्डिंग स्टूडियो के प्रमुख और फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉइज के अध्यक्ष बीएन तिवारी ने श्रीदेवी के साथ की गई फिल्मों की डबिंग के बारे में बताया। पढ़िए खास बातचीत -
बीएन तिवारी ने श्रीदेवी की ज्यादातर हिंदी फिल्मों की डबिंग करवाई है। वे मुंबई जुहू स्थित बीआर रिकॉर्डिंग स्टूडियो में रिकॉर्डिंग किया करते थे। बीएन तिवारी श्रीदेवी को याद करते हुए कहते हैं कि, श्रीदेवी को नई चीज सीखने की लगन थी। अगर उन्हें कुछ नहीं आता था तो वे उसे सीखती थी और खास बात यह थी कि वे जो भी सीखती थी उसमें पारंगत हो जाती थी। 1984 में आई फिल्म जाग उठा इंसान के समय से श्रीदेवी ने हमारे यहां डबिंग शुरू की थी। शुरुआत में उन्हें हिंदी नहीं आती थी लेकिन उन्होंने इतनी लगन से हिंदी सीखी कि यो बेहतरीन ढंग से डायलॉग बोलने लगी थी।
एक दिलचस्प वाकया बताते हुए बीएन तिवारी कहते हैं कि, फिल्म रूप की रानी चोरों को राजा फिल्म की शूटिंग मुंबई फिल्मसिटी में चल रही थी। अनिल कपूर अहम किरदार में थे और बोनी कपूर डायरेक्ट कर रहे थे। फिल्म की शूटिंग पूरी करने के बाद श्रीदेवी को बीआर स्टूडियो लगभग सुबह 10 बजे डबिंग के लिए आना था। शूटिंग फिल्मसिटी के मंदिर के पास चल रही थी। श्रीदेवी स्टूडियो नहीं पहुंची तो हमने इंतजार किया। लेकिन हमारे पास उनके ड्राइवर के जरिए खबर आई कि श्रीदेवी नहीं आ सकती हैं। और उस जमाने में तो मोबाइल हुआ नहीं करते थे। लेकिन जो बात ड्राइवर ने हमे बताई उसको सुनकर हम आश्चर्यचकित रह गए थे। उसने बताया कि श्रीदेवी फिल्म के एक शॉट के लिए सुबह से शाम तक एक ही जगह पर खड़ी हैं और उसे पूरा करने के बाद ही आ पाएंगी l श्रीदेवी ने वैसा ही कियाl
रेखा के साथ थी गहरी दोस्ती
रेखा और श्रीदेवी के बीच बाद में भले ही अच्छी दोस्ती नहीं रही हो। लेकिन शुरुआत में दोनों अच्छे दोस्त थे। बीएन तिवारी कहते हैं कि, कई बार रिकॉर्डिंग स्टूडियो में ऐसा होता था कि श्रीदेवी और रेखा एक ही समय पर पहुंच जाया करते थे। और इन दोनों को साथ में देखते ही बनता था। क्योंकि दोनों बिल्कुल बच्चों की तरह एक दूसरे से प्यार और बात किया करते थे। लगता था कि जैसे दो बच्चे मिल रहे हों।
और यकीन करना था मुश्किल
बीएन तिवारी कहते हैं कि, उनकी पत्नी चंपा तिवारी और वे साथ में डबिंग करवाते थे। श्रीदेवी की ज्यादातर डबिंग इन्होंने ही करवाई है। श्रीदेवी के निधन की खबर को लेकर बीएन तिवारी ने बताया कि, जब यह पता चला तो हम दोनों को यकीन नहीं हो रहा था। हम दोनों के सामने श्रीदेवी के साथ बिताए दिन और रिकॉर्डिंग स्टूडियो में की गई डबिंग की यादें सामने थी।