Entertainment: क्या शोले का भी बनेगा सीक्वल! फराह खान की थी ख्वाहिश, और अब...
Entertainment फराह खान के लिए उनकी पहली फिल्म मैं हूं ना उनकी सबसे पसंदीदा फिल्म है जबकि उसके बाद फराह ने ओम शांति ओम फिल्म का भी निर्देशन किया था। समीक्षकों की समीक्षा और आलोचनाओं के बाद कई बार थोड़ा ज्यादा ध्यान देने लग जाते हैं कि फिल्म में और क्या करें। पहली फिल्म में कुछ नहीं पता होता है। मैं बहुत खुश थी कि मुझे पहली फिल्म मिली।
मुंबई, जेएनएन। जीवन में हर वह चीज जो पहली बार व्यक्ति करता है, वह उसके लिए हमेशा यादगार होती है। पहली गाड़ी, पहला घर, पहला प्यार या फिर किसी निर्देशक के लिए उसकी पहली फिल्म। फराह खान के लिए उनकी पहली फिल्म मैं हूं ना उनकी सबसे पसंदीदा फिल्म है, जबकि उसके बाद फराह ने ओम शांति ओम फिल्म का भी निर्देशन किया था।
एक साक्षात्कार में फराह ने कहा कि भले ही मैंने मैं हूं ना के बाद कई फिल्में बनाई हों, लेकिन मेरे लिए मेरी पहली फिल्म ही सबसे खास रहेगी। मुझे लगता है कि उस वक्त मेरा मन बहुत साफ था कि मुझे अपनी फिल्म में क्या-क्या करना है। वो डर नहीं था कि ऐसा करेंगे, तो वैसा होगा। दो-तीन फिल्में करने के बाद आपको समझ आता है कि बॉक्स ऑफिस के अनुसार कौन सी चीजें फिल्मों में होनी चाहिए।
समीक्षकों की समीक्षा और आलोचनाओं के बाद कई बार थोड़ा ज्यादा ध्यान देने लग जाते हैं कि फिल्म में और क्या करें। पहली फिल्म में कुछ नहीं पता होता है। मैं बहुत खुश थी कि मुझे पहली फिल्म मिल गई है, जिसका निर्देशन अब मैं करूंगी। मुझे यही लगता था कि हम तो 'शोले' बना रहे हैं। 'शोले' को मैं ही बनाऊंगी। सेट पर जाकर भी मैं कहती थी कि चलो शोले बनाते हैं।
हमने दार्जिलिंग में इस फिल्म की शूटिंग की थी। मैं अपने साथ बैकग्राउंड जूनियर आर्टिस्ट नहीं, बल्कि सौ डांसर लेकर गई थी। हर सुबह मैं हूं ना... गाना बजता था। हम सभी उसी स्कूल में ही रह रहे थे, जहां शूटिंग की थी। मेस में खाना लगता था। बहुत खूबसूरत वक्त था। डांसर्स आज भी कहते हैं कि वैसा आउटडोर फिर कभी नहीं किया।