Dhoom: पहली नज़र में आदित्य चोपड़ा को पसंद आ गई थीं ईशा देओल, इस तरह ऑफर हुई थी 'धूम'
Dhoom बॉलीवुड एक्ट्रेस ईशा देओले एक्ट्रेस होनो के साथ-साथ एक बहुत अच्छी डांसर भी हैं। ईशा अब भले ही बलीवुड फिल्मों से दूर हों लेकिन अपनी मां हेमा मालिनी के साथ वो भी स्टेज परफॉर्मेंस देती रहती हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड एक्ट्रेस ईशा देओले एक्ट्रेस होनो के साथ-साथ एक बहुत अच्छी डांसर भी हैं। ईशा अब भले ही बलीवुड फिल्मों से दूर हों, लेकिन अपनी मां हेमा मालिनी के साथ वो भी स्टेज परफॉर्मेंस देती रहती हैं। ईशा देयोल जहां अपने अच्छे डांस का क्रेडिट हेमामालिनी को देती हैं तो वहीं वहीं अपनी शारीरिक क्षमता का श्रेय देती हैं पिता धर्मेंद्र को देती हैं।
ईशा यूं तो वह स्टार किड हैं, लेकिन फिल्मों में आने से पहले एथलीट रह चुकी हैं। उन्हें खेलकूद का शौक रहा है। इसी वजह से उन्हें आदित्य चोपड़ा ने फिल्म ‘धूम’ में कास्ट किया था। ईशा बताती हैं, ‘मैं अपने स्कूल के दिनों से ही एथलीट रही हूं। आदित्य ने जब इस फिल्म के लिए बुलाया तो यही कहा था कि मैंने तुम्हें जुहू बीच और मार्केट के आसपास जॉगिंग करते हुए देखा था। तुम्हारी फिटनेस मेरी फिल्म के किरदार के लिए सही है, क्या तुम यह फिल्म करोगी? मैंने घर आकर मम्मी से बात की तो उन्होंने मुझे खुद निर्णय लेने के लिए कहा। फिल्म साइन करने के बाद छह महीने जिम में बिताए। इस फिल्म के लिए मुझे अपना रंग थोड़ा डार्क करना था। इस दौरान मैं ‘नो एंट्री’ के लिए मॉरिशस में शूटिंग कर रही थी। जिस दिन मेरी शूटिंग नहीं होती, मैं समंदर किनारे धूप सेंकने लगती थी।’
ईशा फिलहाल अपनी बेटियों के पालन-पोषण में व्यस्त हैं। वह कहती हैं, ‘18 की उम्र में मैंने अभिनय करना शुरू कर दिया था, लेकिन जब मैं शादी से पहले भरत (अब पति) को डेट कर रही थी, तभी किचन में काम करना शुरू कर दिया था। शादी के बाद ससुराल में मेरे लिए नई दुनिया थी। अपनी सासूमां को मैंने खाना बनाते देखा। अब खुद भी कुछ न कुछ ट्राई करती रहती हूं। यूं तो मैं मम्मी की तरह डांस करती हूं, लेकिन मेरे अंदर जो स्ट्रेंथ है, वह पापा जैसी है। कभी किसी ने कुछ गलत बात की है तो मैंने थप्पड़ भी जड़ दिया है। हालांकि मैं नहीं चाहती कि ये बातें मेरी बेटियों में आएं। मैं उन्हें कराटे और आत्मसुरक्षा करना सिखाऊंगी, लेकिन ऐसे ही किसी को थप्पड़ मारना सही नहीं।’
डांस सीखने के बारे में ईशा कहती हैं, ‘बचपन में मेरा रुझान फुटबॉल वगैरह में रहता था, लेकिन मम्मी यही कहतीं कि सब मुझसे पूछते हैं कि क्या तुम्हारी बेटियां भी डांस करती हैं। फिर मैंने और मेरी बहन अहाना ने डांस सीखना शुरू किया, लेकिन हम दोनों को संभालना बहुत मुश्किल था। 10 से 12 डांस टीचर्स आए और चले गए। हर कोई यही कहता कि आपकी बेटियां बहुत मस्ती करती हैं, हमसे नहीं संभलेंगी। फिर मां ने समझाया और कहा कि जो भी डांस फॉर्म सीखना है सीखो, लेकिन डांस करो। इसके बाद हम दोनों बहनों ने पूरे मन से डांस सीखा।’