सितारों के आंगन में दीवाली
इस साल कैसी रहेगी बॉलीवुड की दीवाली, नजर डाल रहे हैं अमित कर्ण.. दीवाली सही मायनों में दिलवालों का त्योहार है। इस दिन पटाखे, आतिशबाजी और दीपों की रोशनी से नहाया वातावरण धरती पर आकाश होने की गवाही देता नजर आता है। हिंदुओं के साथ-साथ यह अन्य धर्मो के लिए भी शुभ दिन माना गया है। इसलिए हमारे रील लाइफ ि
इस साल कैसी रहेगी बॉलीवुड की दीवाली, नजर डाल रहे हैं अमित कर्ण..
दीवाली सही मायनों में दिलवालों का त्योहार है। इस दिन पटाखे, आतिशबाजी और दीपों की रोशनी से नहाया वातावरण धरती पर आकाश होने की गवाही देता नजर आता है। हिंदुओं के साथ-साथ यह अन्य धर्मो के लिए भी शुभ दिन माना गया है। इसलिए हमारे रील लाइफ सितारे भी इस त्योहार के रंग में सराबोर होने का मौका नहीं छोड़ते। कई कलाकार अपने घर पार्टियां देते हैं तो कुछ सिर्फ अपने परिवार वालों के संग घर में इस त्योहार को सेलिब्रेट करते हैं।
याद आएंगे यश जी :
शाहरुख खान के घर 'मन्नत' पर हर साल जोरदार पार्टी आयोजित होती है। शाहरुख कहते हैं, इस बार की दीवाली कई मायनों में अलग है। यश जी के जाने का गम सालेगा, तो वहीं उनकी कही गई बातें, दीवाली पर उनके साथ बिताए गए पल याद आएंगे। बचपन की दीवाली की बात करूं तो दिल्ली की दीवाली मैं कभी नहीं भूलता। मैं और मेरे दोस्त बहुत ही शैतान थे। दीवाली के दो दिन पहले से हम सड़कों पर पटाखे फोड़ना शुरू कर देते थे। इस शरारत पर मेरी बहुत बार पिटाई भी हुई थी। अफसोस यह कि अब यह सब शरारतें मुझे घर के अंदर ही करनी पड़ती हैं। मेरे लिए दीवाली रोशनी का त्योहार है, जो मन में खुशियों का उजाला भर देती है।
जोर-शोर से जश्न :
हर दीवाली पर जंपिंग जैक जितेंद्र के घर ताश की महफिल जमती रही है। इस बार भी वहां कुछ ऐसी ही सूरतेहाल दिखने को मिलेगी। जितेंद्र के बेटे और अदाकार तुषार कपूर कहते हैं, पापा को हमेशा से इस त्योहार का बहुत क्रेज रहा है। वे हर दीवाली अपने दोस्तों को घर बुलाते हैं। मैं और एकता मेजबान की भूमिका में होते हैं। मुझे ताश खेलना नहीं आता। इसलिए, मैं इसमें शिरकत नहीं करता। इस बार की दीवाली पार्टी की तैयारियां भी पूरे जोरों पर है। यह मेरे लिए भी खास है, क्योंकि गोलमाल 3 और क्या सुपरकूल हैं हम की सफलता ने जहां मुझे व्यक्तिगत तौर पर खुशी दी है, वहीं एकता द डर्टी पिक्चर की सफलता का जश्न मनाने का सिलसिला इस दीवाली पर भी कायम रखना चाहती है। हम अपने प्रोडक्शन हाउस में काम करने वाले कर्मियों को पिछली बार के मुकाबले ज्यादा बोनस देने की भी सोच रहे हैं।
वक्त मिलना मुश्किल है :
अभिनेत्री अनुष्का शर्मा कहती हैं, इस बार अपनी फिल्म मटरू की बिजली का मन्डोला के प्रमोशन में व्यस्त रहूंगी। लिहाजा दीवाली मनाने का वक्त निकाल पाऊंगी कि नहीं, यह बता पाना मुश्किल है। उस दिन जब तक है जान भी तो रिलीज हो रही है। रब ने बना दी जोड़ी की सफलता का स्वाद तो यश अंकल के साथ चखा था। इस बार उनकी गैर मौजूदगी खलेगी। इस मौके पर अपने प्रशंसकों से इतना कहना चाहूंगी कि यह त्योहार जमकर मनाएं, लेकिन इतना ध्यान रखें कि पटाखों के बजाए आतिशबाजी को प्राथमिकता दें। दूसरों का ख्याल रखें।
परिवार के साथ यादगार :
शिल्पा शेट्टी के मुताबिक, मेरे लिए सबसे यादगार दीवाली वह होती है, जो मैं मम्मी-पापा और शमिता के साथ मनाती हूं। पटाखे छूटते वक्त हम काफी एंज्वाय करते हैं। हम दोनों बहनों की परवरिश लड़कों की तरह हुई है और हम सभी कुछ उन्हीं की तरह करती हैं। मेरा मानना है कि इस मौके पर लोगों पर शोर वाले पटाखे चलाकर प्रदूषण नहीं फैलाना चाहिए। इस खास मौके को अपनी फैमिली के साथ सेलिब्रेट करना मैं सबसे बढि़या समझती हूं।
पापा की अनूठी शर्त :
मिथुन चक्रवर्ती इस दिन पूरे परिवार को अपने हाथों से खाना खिलाने का जिम्मा लेते हैं। उनके बेटे मिमोह बताते हैं, इस दिन पापा का उत्साह देखते बनता है। हर साल वे हमसे हमारे पसंद का खाना पूछते हैं, लेकिन उनकी शर्त होती है कि पकवान का नाम पिछली दीवाली से अलग होना चाहिए। हम ऐसा ही करते हैं। हर दीवाली पर बताए गए मेन्यु का डाटा बेस अपने पास रखते हैं, फिर पापा को दिखाकर यह यकीन दिलाते हैं कि पकवान के नाम दुहराए नहीं गए हैं। यह बहुत अनमोल पल होता है। हम पटाखे नहीं चलाते। आतिशबाजी करते हैं। दीयों से घर को सजाते हैं। इस दिन कहीं घूमने-फिरने की बजाय परिवार के साथ पूरा समय व्यतीत करते हैं।
ज्यादा हो जाती है मिठाई :
बंगाली ब्यूटी बिपाशा बसु कहती हैं, मेरे यहां इस दिन लक्ष्मी की पूजा होती है। पटाखे चलाना मुझे पसंद नहीं है। ताश या जुआ भी पसंद नहीं करती। वैसे तो मैं कम मिठाई खाती हूं, लेकिन कई बार दीवाली पर यह ज्यादा हो जाता है।
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